चिली दौरे के लिए पूरी तरह से तैयार है भारत की जूनियर महिला हॉकी टीम
कोरोना महामारी के कारण एक साल बाद मैदान पर वापस करेगी जूनियर महिला हॉकी टीम
भारतीय जूनियर महिला हॉकी टीम कोरोना वायरस महामारी के कारण एक साल से भी अधिक समय से मैदान से दूर रहने के बाद फिर से मैदान पर प्रतिस्पर्धात्मक मैच अपना जौहर दिखाने के लिए तैयार है।
हॉकी इंडिया (HI) की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि जूनियर महिला टीम इस महीने के अंत में छह मैचों की सीरीज के लिए चिली का दौरा करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
भारतीय जूनियर टीम ने आखिरी बार प्रतिस्पर्धात्मक रूप से दिसंबर 2019 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के खिलाफ त्रिकोणीय सीरीज खेली थी।
जूनियर टीम सबसे पहले 17 और 18 जनवरी को चिली की जूनियर टीम के खिलाफ मैदान पर उतरेगी। इसके बाद वह 20, 21, 23 और 24 जनवरी को चिली की सीनियर टीम से लोहा लेगी।
दिसंबर 2021 में दक्षिण अफ्रीका में होने वाले जूनियर महिला विश्व कप को देखते हुए चिली के दौरे को बहुत अधिक महत्वपूर्ण माना जा रहा है। बता दें कि जूनियर एशिया कप भी अप्रैल 2021 में आयोजित किया जाना है।
भारतीय जूनियर महिला हॉकी टीम के कोच एरिक वोनिंक ने एक विज्ञप्ति में कहा, "अक्तूबर में राष्ट्रीय कोचिंग शिविर में लौटने के बाद से जूनियर महिला टीम ने काफी मेहनत की है। अब देखना है कि वह मैच के माहौल में किस प्रकार परिलक्षित होती है।"
हॉकी इंडिया (HI) ने इस दौरे के लिए 24 सदस्यीय टीम का ऐलान कर दिया है। इसमें डिफेंडर सुमन देवी थूदम को टीम की कमान सौंपी गई है और इशिका चौधरी को उप-कप्तान बनाया गया है। हॉकी इंडिया और चिली फील्ड हॉकी फेडरेशन दौरे में शामिल सभी खिलाड़ियों और कर्मचारियों के लिए एक बायो बबल का भी निर्माण करेंगे।
उन्होंने कहा, "भारतीय टीम के चिली में प्रशिक्षण शुरू करने से पहले पूरे भारतीय दल (खिलाड़ियों और सहायक स्टाफ) का दो बार ( एक बार भारत और दूसरी बार चिली पहुंचे के बाद 72 घंटों के भीतर) कारोना वायरस का टेस्ट किया जाएगा।"
कप्तान सुमन ने कहा, "हम चिली के दौरे को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हैं, क्योंकि हमें कोरोना वायरस महामारी के कारण कुछ मैच अभ्यास के लिए मिले हैं। ऐसे में यह एक अच्छी आउटिंग होगी और यह दौरा बहुत ही उपयुक्त समय पर आ रहा है।"