रानी रामपाल को लगता है कि टोक्यो के पहले अर्जेंटीना दौरे पर जाने से उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा
भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल को लगता है कि प्रतिस्पर्धी मुक़ाबले में वापसी करने से ओलंपिक की तैयारियों में मदद मिलेगी।
भारतीय महिला हॉकी टीम लगभग एक साल बाद प्रतिस्पर्धी मुक़ाबले के लिए मैदान पर उतरेगी। आपको बता दे कि ये दौरा 17 जनवरी से शुरू होने वाला है।
रानी रामपाल को लगता है कि ओलंपिक से पहले दुनिया की दूसरे नंबर की टीम के खिलाफ मुक़ाबले करने से उनकी तैयारियों को बेहतर करने में मदद मिलेगी। टोक्यो ओलंपिक से छह महीने पहले प्रतिस्पर्धी मुक़ाबले में वापस आकर कप्तान रानी रामपाल (Rani Rampal) अर्जेंटीना के खिलाफ बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद करेंगी।
रानी रामपाल ने कहा, "अगर हम अर्जेंटीना के खिलाफ अपनी क्षमता के अनुरूप खेलते हैं, तो हम सब ओलंपिक के लिए आत्मविश्वास हासिल कर लेंगे, जहां हम किसी भी हाल में मेडल जीतने की उम्मीद कर रहे हैं।"
“उम्मीद है, हम टोक्यो में इतिहास रचें और अपने देश को गौरवान्वित करें। हम इस साल खेले जाने वाले हर मैच में अपना सर्वश्रेष्ठ देने जा रहे हैं।”
अर्जेंटीना का दौरा भारतीय महिला हॉकी टीम के लिए एक स्वागत योग्य वापसी होगी। इस टीम ने भारत में लगे लॉकडाउन के दौरान बेंगलुरु में भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) परिसर में कई महीने बिताए थे।
इसके बाद टीम ने बेंगलुरु में पांच महीने का नेशनल कैंप लगाया, जिसका समापन दिसंबर में हुआ और 3 जनवरी को अर्जेंटीना की यात्रा करने से पहले एक छोटे से ब्रेक पर थी।
दूसरी ओर अंतरराष्ट्रीय एक्शन में लौटने की खबर सुनते ही पूरी टीम उत्साहित है। इस दौरे पर टीम को रणनीति बनाने और उस पर काम करने जैसे मुद्दों पर ज्यादा ध्यान दिया जाएगा।
रानी रामपाल ने कहा, "टीम के सभी खिलाड़ी अपने खेल को लेकर काफी आश्वस्त महसूस कर रहे हैं।"
"यह देखना दिलचस्प होगा कि उनमें से प्रत्येक का लगभग एक साल तक अंतरराष्ट्रीय सर्किट से दूर रहने के बाद मैच में कैसा प्रदर्शन रहता है।"
सीनियर भारतीय महिला हॉकी टीम दौरे पर अर्जेंटीना के खिलाफ आठ मैच खेलेगी - चार सीनियर अर्जेंटीना टीम के खिलाफ और दो प्रत्येक जूनियर टीम और ’बी’ टीम के खिलाफ। ये दौरा 18 जनवरी से शुरू होगा और 31 जनवरी को समाप्त होगा।