पुरुष हॉकी विश्व कप के रिकॉर्ड और आंकड़े जिनको जानना आप ज़रूर चाहेंगे

सबसे लंबे समय तक जीत की लय से लेकर एक ही मैच में सबसे अधिक गोल करने तक, पुरुष हॉकी विश्व कप के महत्वपूर्ण आंकड़े, रिकॉर्ड और प्रमुख बातों पर नज़र डालें।

6 मिनटद्वारा सतीश त्रिपाठी
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(Getty Images)

हर चार साल में, दुनिया की शीर्ष हॉकी टीमें हॉकी विश्व कप ख़िताब के लिए प्रतिस्पर्धा करती हैं।

पुरुष हॉकी विश्व कप का उद्घाटन संस्करण साल 1971 में स्पेन के बार्सिलोना में आयोजित किया गया था। जहां पाकिस्तान ने फ़ाइनल में मेज़बान स्पेन को हराकर पुरुष हॉकी विश्व चैंपियन की पहली ट्रॉफ़ी अपने नाम की थी।

साल 2023 में, भारत ओडिशा में FIH पुरुष हॉकी विश्व कप के 15वें संस्करण की मेज़बानी कर रहा है, जो बैक-टू-बैक हॉकी विश्व कप की मेज़बानी करने वाला पहला देश बन गया है।

यहां हॉकी विश्व कप के आंकड़ों और रिकॉर्ड्स की सूची दी गई है, जिसे हर हॉकी प्रशंसक को जानना चाहिए।

हॉकी विश्व कप की सबसे सफल टीम

पाकिस्तानी पुरुष हॉकी टीम, 14 संस्करणों में चार ख़िताब के साथ हॉकी विश्व कप में सबसे सफल टीम है।

ग्रीन शर्ट्स ने 1971, 1978 और 1982 में पहले पांच हॉकी विश्व कप में से तीन ट्रॉफ़ी जीते थे। उनकी आख़िरी जीत साल 1994 में ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में आई थी। पाकिस्तान 1975 और 1990 में उपविजेता भी रहा था।

नीदरलैंड (1973, 1990, 1998) और ऑस्ट्रेलिया (1986, 2010, 2014) ने तीन विश्व कप ख़िताब जीते हैं।

वहीं, साल 2002 और 2006 में लगातार विश्व कप ख़िताब जीतने वाली जर्मनी एकमात्र ऐसी टीम है, जिसने कई बार प्रतिष्ठित ट्रॉफ़ी जीती है।

भारत (1975) और बेल्जियम (2018) हॉकी विश्व कप विजेताओं की छह टीमों की सूची में शामिल होने वाली अन्य टीमें हैं।

हॉकी वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा पदक

तीन बार के चैंपियन ऑस्ट्रेलिया ने साल 2002 और 2006 के संस्करणों में रजत पदक हासिल किया था और इस टीम ने 1978, 1982, 1990, 1994 और 2018 में भी कांस्य पदक जीते हैं। इस तरह हॉकी विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया 10 पदकों के साथ, पोडियम फ़िनिश के मामले में नंबर एक पर है।

नीदरलैंड, 3 स्वर्ण पदक, 4 रजत और 2 कांस्य पदक के साथ दूसरे स्थान पर है।

विश्व कप में सबसे अधिक मैच खेलने वाली टीम

संयुक्त रूप से पहले 14 संस्करणों में, 605 मैच खेले गए थे। नीदरलैंड ने 100 मैचों में भाग लिया है, जिसमें 61 मुक़ाबलों में उन्होंने जीत दर्ज की है।

इस लिस्ट में भारत दूसरे स्थान पर है, जिसने 95 मैच खेले हैं और उनमें से 40 में जीत हासिल की है। पाकिस्तान ने 89 मुक़ाबलों में शिरकत करते हुए 51 में जीत दर्ज की है।

ओडिशा में FIH हॉकी विश्व कप के 15वें संस्करण में 44 मैच खेले जाएंगे।

हॉकी विश्व कप में टीम द्वारा सर्वाधिक जीत

ऑस्ट्रेलिया ने 92 मैचों में 69 जीत के साथ पुरुष हॉकी विश्व कप में सबसे अधिक मैच जीते हैं। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया ने अपने 92 मुक़ाबलों में केवल 1.16 प्रति मैच गोल की औसत से केवल 107 गोल खाए हैं।

यहां पढ़ें: भारत में हॉकी का इतिहास, जानिए अंग्रेज़ों के खेल में भारतीयों ने कैसे हासिल की महारत

हॉकी विश्व कप में लगातार सबसे अधिक जीत

साल 2018 में चीन के ख़िलाफ़ ऑस्ट्रेलिया की 11-0 की जीत ने पाकिस्तान के 1978 और 1982 के विश्व कप के दौरान 15 मैचों की जीत के रिकॉर्ड को तोड़ा।

ऑस्ट्रेलिया की जीत की लय 2010 विश्व कप से शुरू हुई थी और अंत में 2018 के सेमीफ़ाइनल में नीदरलैंड से हारने के बाद उनके रिकॉर्ड पर ब्रेक लग गया था। इस बीच ऑस्ट्रलियाई टीम ने विश्व कप में अपने सभी मुक़ाबलों में जीत हासिल की।

हॉकी विश्व कप में कितने देश ने मैच खेले हैं?

हॉकी विश्व कप के पहले 14 संस्करणों में 26 देशों ने कम से कम एक बार मैच खेला है। चिली और वेल्स ने FIH पुरुष हॉकी वर्ल्ड कप 2023 में डेब्यू किया है, जिससे यह संख्या 28 हो गई है।

हॉकी वर्ल्ड कप में सबसे ज़्यादा टीम गोल

ऑस्ट्रेलिया ने FIH विश्व कप में 92 मैचों में 305 गोल के साथ सबसे अधिक गोल करने का रिकॉर्ड बनाया है। नीदरलैंड 267 गोल के साथ दूसरे स्थान पर है और उसके बाद पाकिस्तान 235 गोल के साथ तीसरे नंबर पर है।

विश्व कप के पहले 14 संस्करणों में कुल 605 मैचों में 2,433 गोल किए गए हैं यानि औसतन लगभग 4 गोल प्रति मैच का रिकॉर्ड दर्ज है।

हॉकी विश्व कप के एक मैच में सर्वाधिक गोल

पाकिस्तान ने 1982 के हॉकी विश्व कप के प्रीलिमिनरी राउंड के दौरान न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ 12 गोल किए थे, और न्यूज़ीलैंड ने बदले में 3 गोल किए थे। इस तरह से कुल 15 गोल के साथ पुरुष हॉकी विश्व कप मैच में दोनों टीमों द्वारा संयुक्त रूप से सबसे अधिक गोल करने का ये रिकॉर्ड है।

हॉकी वर्ल्ड कप की सबसे बड़ी जीत

नीदरलैंड ने 2023 एफआईएच हॉकी विश्व कप में डेब्यू करने वाले चिली ने जिप जानसेन और कप्तान थिएरी ब्रिंकमैन की हैट्रिक की मदद से  14-0 से जीत हासिल की, जो पुरुष हॉकी विश्व कप में अब तक की सबसे बड़ी जीत है। साल 2010 में ऑस्ट्रेलिया की दक्षिण अफ्रीका के ख़िलाफ़ 12-0 से जीत दूसरे नंबर पर दर्ज है।

किस देश ने सबसे अधिक हॉकी विश्व कप की मेज़बानी की है

भारत 2018 और 2023 में बैक-टू-बैक पुरुष हॉकी विश्व कप की मेज़बानी करने वाला पहला देश बन गया है। इसके अलावा, भारत ने 2010 और 1982 में विश्व कप की मेज़बानी की थी, जिससे वह सबसे अधिक (4) बार टूर्नामेंट की मेज़बानी करने वाला देश बन गया है।

कुल मिलाकर, हॉकी विश्व कप 9 अलग-अलग देशों में आयोजित किया गया है। नीदरलैंड (1973, 1998) और जर्मनी (2006) एकमात्र टीम हैं, जिन्होंने मेज़बान के रूप में विश्व कप जीता है। स्पेन, इंग्लैंड, पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया अन्य देश हैं, जिन्हें पुरुष हॉकी विश्व कप की मेज़बानी करने का सम्मान मिला था।

हॉकी विश्व कप में किसी टीम द्वारा सर्वाधिक प्रदर्शन

भारतीय पुरुष हॉकी टीम, नीदरलैंड और स्पेन का शुमार उन टीमों में होता है जो पुरुष हॉकी विश्व कप के सभी 15वें संस्करण में नज़र आई हैं।

साल 2014 और 2023 के संस्करणों के लिए क्वालीफ़ाई करने में विफल रहने के बाद, पाकिस्तान 13 संस्करणों में नज़र आया है। वहीं, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड 2023 में अपना 14वां विश्व कप खेलेंगे।

हॉकी विश्व कप के सिंगल संस्करण में सर्वोच्च व्यक्तिगत गोल स्कोरर

नीदरलैंड के पॉल लिटजेंस ने हॉकी विश्व कप के 1978 के संस्करण में 15 गोल किए थे, जिसमें फ़ाइनल में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ हार का एक गोल भी शामिल था। यह विश्व कप के एक संस्करण में किसी खिलाड़ी द्वारा किए गए सर्वाधिक गोल हैं। वह 1976 के ओलंपिक खेलों में भी शीर्ष गोल करने वाले खिलाड़ी थे।

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