अपने किसी भी इवेंट में क्वालीफिकेशन अंक ना हासिल कर पाने की वजह से स्प्रिंटर हिमा दास अब टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympic) का हिस्सा नहीं बन पाएंगी।
हाल ही में पटियाला में हुए इंटर स्टेट एथलेटिक्स चैंपियनशिप में उनके पास आखिरी मौका था, जिसमें वो टोक्यो ओलंपिक कट हासिल कर सकती थी, लेकिन 29 जून इसकी आखिरी समय सीमा थी जो अब खत्म हो चुकी है।
आपको बता दे कि 100 मीटर हीट के आखिरी मौके के दौरान 21 वर्षीय हिमा दास के हैमस्ट्रिंग में चोट लग गई थी, जिसके कारण उन्होंने 12.01 सेकेंड के साथ तीसरा स्थान हासिल किया, जबकि टोक्यो ओलंपिक क्वालीफिकेशन समय 11.12 सेकंड का था।
हैमस्ट्रिंग की चोट ने हिमा दास को 100 मीटर फ़ाइनल से बाहर होने के लिए मजबूर कर दिया, साथ ही उन्हें 4×100 मीटर महिला रिले से भी दूरी बनानी पड़ी।
हिमा दास की गैरमौजूदगी में दुती चंद (Dutee Chand), एके दानेश्वरी (AK Daneshwari**) , अर्चना सुसींद्र**न (Archana Suseendran) और धनलक्ष्मी सेकर (Dhanalakshmi Sekar) की रिले टीम गोल्ड मेडल जीतने के बाद भी क्वालिफिकेशन मार्क को तोड़ने में नाकाम रही।
विश्व एथलेटिक्स रेस टू टोक्यो रैंकिंग के टॉप 16 में पहुंचने के लिए चारों एथलीटों को 43.03 सेकेंड या उससे कम समय में दौड़ पूरी करने की जरूरत थी, लेकिन टीम 44.15 सेकंड तक ही पहुंच पाई।और जुलाई में होनेवाले ग्रीष्मकालीन खेलों में क्वालीफाई करने से चूक गई।
अपने बेल्ट में किसी तरह के व्यक्तिगत कोटा ना होने की वजह से महिलाओं की 4×100 मीटर रिले टीम टोक्यो कट हासिल करने में पीछे रह गईं, इतना ही नहीं टोक्यो क्वालीफाई मार्क तक पहुंचने के लिए हिमा दास ने इंटर स्टेट मीट 200 मी फाइनल के दौरान बेहतरीन आखिरी कोशिश की लेकिन वह नाकाम रही।
हैमस्ट्रिंग चोट से परेशान हिमा दास केवल 25.03 सेकेंड का ही स्कोर हासिल कर सकीं, जो की ऑटोमेटिक क्वालीफीकेशन मार्क 22.80 से भी काफी कम है।
असम की इस स्प्रिंटर के लिए चोट काफी नुकसानदायक साबित हुई है, जिसकी वजह से 21 जून को इंडियन ग्रां प्री 4 के 200 मी स्प्रिंट दौड़ में हिमा 22.88 सेकेंड का समय निकाल पाई। और टोक्यो में जगह बनाने से केवल 0.08 सेकंड से चूक गईं।
हिमा दास के पास अभी भी टोक्यो में जगह बनाने का एक आखिरी मौका मौजूद है, वो भी तब अगर एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एएफआई) उनका नाम मिक्स्ड 4×400 मीटर रिले टीम के लिए घोषित करती है, जिनके पास टोक्यो बर्थ मौजूद है। हालांकि, उससे पहले उन्हे अपनी चोट से उबरने की जरूरत होगी।
आपको बता दें कि हिमा दास महिलाओं की 400 मीटर में वर्तमान राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक हैं।