FIH महिला हॉकी विश्व कप 2022: भारत और चीन के बीच का मुकाबला 1-1 से रहा ड्रा
भारत फिलहाल पूल-बी की अंत तालिका में दो अंको के साथ दूसरे स्थान पर है, टीम का अगला मुकाबला सात जुलाई को न्यूजीलैंड से होगा।
स्पेन और नीदरलैंड में जारी FIH महिला हॉकी विश्व कप 2022 में भारतीय महिला हॉकी टीम ने मंगलवार को अपने दूसरे मुकाबले में चीन के खिलाफ 1-1 से ड्रा खेला।
भारत की ओर से वंदना कटारिया ने (खेल के 45वें मिनट में) एक गोल किया, वहीं चीन की ओर से झेंग जियाली ने (खेल के 26वें मिनट में) एकमात्र गोल किया।
भारतीय टीम को इस प्रतियोगिता में अभी भी अपनी पहले जीत की तलाश है। पहले मैच में भी टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ ड्रा खेला।
विश्व हॉकी रैंकिंग में आठवें स्थान पर काबिज भारतीय टीम की शुरुआत धीमी रही, खेल के पहले तीन मिनट में चीन की महिला हॉकी टीम ने गेंद को अपने कब्जे में रखा। इस दौरान चीनी खिलाड़ियों ने भारतीय टीम के डी में पहुंच गईं लेकिन वूमेंस इन ब्लू ने शानदार डिफेंस दिखाते हुए चीन को गोल का कोई मौका नहीं दिया। भारतीय खिलाड़ियों को लगातार गेंद को अपने कब्जे में करने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा था। खेल के शुरुआती दस मिनट में चीन की टीम ने लगातार गेंद को अपने कब्जे में रखा लेकिन उन्हें खाता खोलने का कोई मौका नहीं मिला।
इसके कुछ ही देर बाद भारतीय खिलाड़ियों ने गेंद को अपने कब्जे में लिया और विपक्षी टीम के गोलपोस्ट तक जा पहुंची लेकिन टीम को सफलता हाथ नहीं लगी। दोनों टीम अपने पहले गोल की तलाश में लगातार प्रयास करती रहीं लेकिन खेल का पहला क्वार्टर गोलरहित रहा।
सविता पूनिया की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने खेल के दूसरे क्वार्टर की आक्रमक शुरुआत की और गेंद को अपने कब्जे में कर लिया। पोजेशन का फायदा उठाकर भारतीय टीम चीनी गोलपोस्ट तक पहुंच गई और गोल भी कर दिया।
गोल के तुरंत बाद चीन की टीम ने रेफरल की मांग की जिसमें यह साफ दिख रहा था कि गोल भारतीय खिलाड़ी ज्योति के शरीर से हुआ है। इसके बाद रेफरी ने इस गोल को रद्द कर दिया। फिर पेनल्टी कॉर्नर के रूप में भारतीय टीम के हाथ एक और मौका लगा लेकिन टीम को यहां भी सफलता नहीं मिली।
खेल के 26वें मिनट में रोमांच अपने चरम पर था, चीन की जर्सी नंबर 21 झेंग जियालि ने फील्ड गोल कर टीम का खाता खोल दिया। और इसी के साथ खेल के पहले हाफ का अंत हुआ।
अब यहां से भारतीय टीम ने खेल में वापसी करने का हर संभव प्रयास करना शुरू कर दिया। खेल का तीसरा क्वार्टर काफी महत्वपूर्ण रहा, दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने गेंद को अपने पजेशन में रखने का प्रयास करने लगी। लेकिन भारतीय टीम का खाता नहीं खुला था जिसका दबाव उनपर साफ दिख रहा था। भारतीय महिला हॉकी टीम हर पल गोल की खोज में दिखाई दे रही थी।
इस बीच भारतीय खिलाड़ी नवजोत कौर को खेल के 32वें मिनट और सोनिका को खेल के 43वें मिनट में फाउल करने के कारण रेफरी ने ग्रीन कार्ड भी दिखाया। तीसरे क्वार्टर के अंत में बस कुछ ही सेकेंड का समय बचा था कि आखिरकार भारतीय टीम को पेनल्टी कॉर्नर मिला और टीम ने इस बार कोई गलती नहीं की और जर्सी नंबर 16 वंदना ने पेनल्टी के मौके को भुनाते हुए टीम को पहली सफलता दिलाई। इसी के साथ खेल का यह क्वार्टर भी समाप्त हुआ।
अब खेल 1-1 की बराबरी पर था, दोनों टीम इस क्वार्टर में सफलता प्राप्त कर मैच को अपने नाम करने में जुट गई। खेल के 55वें मिनट में चीनी खिलाड़ी झेंग ने फाउल किया, जिसके कारण रेफरी ने उन्हें पीला कार्ड दिखा दिया। इसके बाद चीन की टीम को 10 खिलाड़ियों के साथ ही खेलना पड़ा।
खेल समाप्त होने में बस पांच मिनट का समय बाकी था। चीन की टीम ने एक और पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया लेकिन भारतीय टीम की कप्तान और गोलकीपर सविता ने शानदार डिफेंस दिखाते हुए उनके प्रयास को असफल कर दिया। यहीं खेल का अंत नहीं हुआ। मैच के अंतिम मिनट में चीनी खिलाड़ियों ने रेफरल की मांग की जहां उनका कहना था कि गेंद भारतीय खिलाड़ी के शरीर पर लगा है लेकिन रिव्यू में साफ नहीं होने के कारण रेफरी ने इसे सिरे से खारिज कर दिया और मैच 1-1 से ड्रा रहा।