तमिलनाडु की धनलक्ष्मी सेकर ने फेडरेशन कप 2021 ने स्टार महिला भारतीय धावकों को मात दी। यह कारनामा उन्होंने 3 दिन के अंतर्गत किया।
इस रनर ने 100 मीटर रेस में स्टार धावक दुती चंद को शिकस्त दी और इसके बाद पूर्व वर्ल्ड जूनियर चैंपियन हिमा दास को 200 मीटर में पछाड़ा।
धनलक्ष्मी को दूसरी हीट में दिग्गज पीटी उषा का रिकॉर्ड तोड़ते हुए देखा गया। यह रिकॉर्ड उषा ने 23 साल पहले बनाया था और आज धनलक्ष्मी ने फेडरेशन कप में उस खिताब पर अपना नाम लिख दिया है।भारतीय अहिला स्प्रिन्टिंग की दुनिया की तीन सबसे बेहतरीन एथलीटों को मात देते हुए धनलक्ष्मी ने रातो रात अपना नाम बुलंद कर दिया है और अपने भविष्य का प्रमाण भी पेश कर दिया है।
धनलक्ष्मी की स्पीड
हिंदू देवी जो कि किस्मत और सम्पति का रूप मानी जाती हैं उन्हीं के नाम पर इस रेसर का नाम रखा गया है और उन्होंने अपने नाम की मूल्यता को पहचानते हुए उसे सिद्ध भी कर दिया।
जून 5, 1998 को तमिलनाडु के गुनडूर गांव में जन्मीं धनलक्ष्मी ने बहुत ही कम उम्र में अपन पिता को खो दिया था और उनकी माँ ने घरेलू काम कर परिवार का पालन पोषण किया। धनलक्ष्मी के अलावा घर में उनकी दो बहनें और भी हैं।
घर में सबसे बड़े होने के नाते धनलक्ष्मी ने परिवार का साथ देने के लिए खेल को चुना। यह निर्णय उन्होंने सरकारी नौकरी के अवसर को ध्यान में रख के लिया ताकि एक दिन उनका स्पोर्ट्स कोटा उनके काम आएगा।कॉलेज के समय में धनलक्ष्मी ने खो खो में अपनी तकदीर को मापा लेकिन उसे बढ़ा नहीं पाए। 2017 में तमिलनाडु के दिग्गज मणिकंदन अरुणमुगम ने उन्हें स्प्रिन्टिंग में आने की सलाह दी और आज वही उनके कोच भी हैं।
मणिकंदन अरुणमुगम खुद मानते हैं कि वह सलाह जो उन्होंने युवा धनलक्ष्मी को दी वह सलाह सभी को देते हैं लेकिन उस समय भी उस कोच ने अपने शिष्य में कुछ ख़ास बात देखी थी।ESPN से बात करते हुए अरुणमुगम ने कहा “उनके पास सही तकनीक नहीं थी लेकिन उनके पास कमाल की गति थी। वह गति अप किसीको सिखा नहीं सकते।”
मार्गदर्शन
इस गुरु शिष्य की जोड़ी 3 साल पहले बनीं और वहीं तमिलनाडु के पुरुष स्प्रिंटर एलाक्यदासन कन्नदासन भी उसी मैदान में जाने लगे और ट्रेनिंग करने लगे।लगभग 30 साल मणिकंदन शहर में एक राशन की दुकान चलाते हैं। अपने समय पर उन्होंने भारत का कई बार नेतृत्व किया है।
मणिकंदन अरुणमुगम ने एक सलाहकार के रूप रूप में अपनी कोचिंग शुरू की थी लेकिन 2020 से कोच ने धनलक्ष्मी की फुल टाइम ट्रेनिंग से ब्रेक ली हुई है। कोचिंग के अलावा मणिकंदन धावक स्प्रिंटर को भोजन और खेल से जुड़ी सुविशाएं मुहैया कराते हैं।बातचीत को आगे बढ़ाते हुए कोच ने आगे कहा “मैं जानता हूं भूखा रहना कैसा होता है लेकिन एथलेटिक्स कैसे अपना जीवन बदल सकता है। मैं नेशनल कैंप का हिस्सा हूं और एशियन ग्रां प्री में ब्रॉन्ज़ मेडल जीता हुआ है। अब मेरे पास रेलवे में नौकरी है। मैं बाकी एथलीटों की किसी भी तरह मदद करना चाहता हूं।”
फाइनल में दुती चंद और हिमा दास के खिलाफ धनलक्ष्मी ने अपनी रेस 11.39 सेकंड में ख़त्म की और वहीं दुती 11.58 सेकंड की मदद से दूसरे स्थान पर रहीं। यह उनका पहला नेशनल खिताब भी बना।साल 2015 से आज तक 100 मीटर रेस में यह दुती की पहली हार है।
वहीं हिमा दास को खराब शुरुआत के चलते 100 मीटर से डिसक्वालिफाई कर दिया गया था।
इसके बाद बारी थी 200 मीटर प्रतिस्पर्धा की और धनलक्ष्मी ने हिमा दास को वहां पछाड़ने में सफल रहीं। उन्होंने रेस का अंत 23.26 सेकंड से किया जो कि उनका निजी सर्श्रेष्ठ भी बना। हिमा दास से सभी बहुत उम्मीदें रख रहे थे और उनकी टाइमिंग 23.49 सेकंड रही।फेडरेशन कप 1998 के 200 मीटर में पीटी उषा का बनाया हुआ रिकॉर्ड 23 सालों बाद टूटा। ग़ौरतलब है कि तमिलनाडु की इस धावक की टाइमिंग पीटी ऊषा की टाइमिंग से एक सेकंड के 400वें हिस्से से बेहतर थी।
द हिंदू से बातचीत के दौरान धनलक्ष्मी ने कहा “मैं जानती थी कि मैं हिमा दास और दुती चंद के खिलाफ खेल रहीं हूं लेकिन वह एक प्रेरणादायक बात भी थी। “
200 फाइनल में धनलक्ष्मी को सिल्वर से संतोष करना पड़ा। उन्होंने रेस को 23.39 सेकंड पर रह कर हिमा दास के पीछे ख़त्म कियाऐसे में एक दिन पहले मीट में धनलक्ष्मी के स्थापित रिकॉर्ड को भी हिमा दास ने तोडा और अपना बना लिया।
धनलक्ष्मी का करियर
धनलक्ष्मी सेकर ने 2018 में अपना नाम बनाना शुरू कर दिया था। उस साल तमिलनाडु स्टेट चैंपियनशिप में वह 100 और 200 मीटर में तीसरे स्थान पर रहीं थीं।
उनका सबसे बड़ा मौका साल के अंत में आया जब उन्होंने नेशनल चैंपियन ए चंद्रलेखा को 100 मीटर में मात दी।
वहीं साल 2019 तमिलनाडु की इस धावक के लिए काफी व्यस्त रहा। पटियाला में हुए फेडरेशन कप के 200 मीटर इवेंट में इनके हाथ ब्रॉन्ज़ मेडल आया और साथ ही अपनी पहली अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप में धनलक्ष्मी ने 200 मीटर में गोल्ड और 100 मीटर में सिल्वर मेडल जीता।2019 इंटर-स्टेट चैंपियनशिप लखनऊ में भारतीय स्प्रिंटर ने 200 मीटर में ब्रॉन्ज़ मेडल हासिल किया और साथ ही 4x400 मीटर रिले में उनके हाथ गोल्ड मेडल आया।
अब जब साल 2020 कोरोना वायरस (COVID-19) के हाथ चढ़ गया तो ऐसे में धनलक्ष्मी को एक्शन में बहुत कम देखा गया है। हालांकि उन्होंने खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में सिल्वर मेडल पर भी अपने नाम की मुहर लगाई थी।बहन के देहांत के बाद इस स्प्रिंटर को निजी त्रासदी में देखा गया जिस वजह से उनकी ट्रेनिंग पर भी असर पड़ा।
असल खिलाड़ी वही है जो हर चीज़ को मात दे और आगे बढ़े और 2021 की शुरुआत भी धनलक्ष्मी ने कुछ ऐसी ही की। इस साल धनलक्ष्मी ने तमिल नाडु स्टेट मीट में 100 मीटर और 200 मीटर में गोल्ड मेडल जीतबजट के चलते धनलक्ष्मी ने इंडियन ग्रां प्री में भाग नहीं लिया लेकिन अपने कौशल को फेडरेशन कप में बखूबी दिखाया।
टोक्यो ओलंपिक और आगे का सफर
धनलक्ष्मी का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ - 100 मीटर में 11.26 सेकेंड और 200 मीटर में 22.89 सेकेंड - अभी भी भारत के राष्ट्रीय रिकॉर्ड से कम है। दुती चंद ने महिलाओं के 100 मीटर रेस में 11:22 सेकेंड के समय के साथ राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया है, जबकि पश्चिम बंगाल की सरस्वती साहा ने 200 मीटर में 22.82 सेकेंड के साथ राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया है।
हिमा दास - जिन्होंने हाल के दिनों में 400 मीटर से हटकर 200 मीटर पर ध्यान केंद्रित किया है। उनका 200 मीटर वर्ग में धनलक्ष्मी की तुलना में बेहतर व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ (23.10 सेकंड) है।
हालांकि, तमिलनाडु की इस युवा खिलाड़ी ने दुती चंद और हिमा दास जैसी दिग्गज स्प्रिंटर्स को अपनी प्रतिभा के दम पर कड़ी चुनौती दी है। लेकिन, धनलक्ष्मी को अभी भी एक लंबा रास्ता तय करना है।
हालांकि, धनलक्ष्मी साल दर साल नियमित रुप से और काफी तेजी से अपने प्रदर्शन में सुधार कर रहीं हैं। यदि तमिलनाडु की रेसर अपने प्रदर्शन को इसी तरह से जारी रखतीं हैं, तो वह देश की प्रमुख महिला स्प्रिंटर्स के रूप में हिमा दास और दुती चंद दोनों के लिए एक बड़ी चुनौती हैं।
धनलक्ष्मी सेकर ने भी ओलंपिक में हिस्सा लिया है। वह मिश्रित 4x400 मीटर रिले टीम के लिए एक रिजर्व एथलीट के रुप में टोक्यो 2020 में शामिल हुईं थीं। लेकिन, इस इवेंट में उन्हें दौड़ने का मौका नहीं मिला। हालांकि, एक बड़े इवेंट का अनुभव उन्हें आने वाले समय में विभिन्न प्रतियोगिताओं के लिए प्रेरित करेगा।
धनलक्ष्मी ने 100 मीटर में कई बार शानदार प्रदर्शन किया है। वहीं, धनलक्ष्मी के कोच मणिकंदन का भी मानना है कि 200 मीटर में आगे बढ़ने की उसकी संभावनाएं काफी बेहतर हैं।
2022 में धनलक्ष्मी सेकर ने एक बार फिर हिमा दास और दुती चंद को मात दी। जून में, उन्होंने तुर्की में एक एथलेटिक्स मीट में 100 मीटर और 200 मीटर दौड़ में हिमा दास को पछाड़ दिया। इस दौरान उन्होंने स्प्रिंट में 100 मीटर में अपना व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। इसी महीने के अंत में, धनलक्ष्मी ने 200 मीटर में दुती चंद को हराकर कजाकिस्तान में आयोजित एक मीट के दौरान रेस जीतने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।
हालांकि, ये उनके लिए अभी भी शुरुआती दिन हैं। लेकिन, भारत के पास एक और ऐसा सितारा है जो भविष्य में एक बेहतरीन स्प्रिंट क्वीन बन सकती हैं।