कॉमनवेल्थ गेम्स 2022, रेसलिंग: दीपक पूनिया ने पाकिस्तान के मुहम्मद इनाम को हराकर जीता स्वर्ण पदक
विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता दीपक पूनिया ने पाकिस्तान के अनुभवी पहलवान को 3-0 से हराते हुए स्वर्ण पदक जीता। यहां दीपक पूनिया के सभी बाउट के रिजल्ट देखें।
ब्रिटेन के बर्मिंघम में जारी कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के आठवें दिन शुक्रवार को भारतीय पहलवानों का दबदबा देखने को मिला। दीपक पूनिया ने मेंस 86 किग्रा फ्रीस्टाइल रेसलिंग के गोल्ड मेडल मुकाबले में पाकिस्तान के मुहम्मद इनाम को 3-0 से हराकर स्वर्ण पदक हासिल किया।
दीपक ने शुरुआत में अपनी चपलता और मूव्स का बेहतरीन इस्तेमाल करते हुए पहले राउंड तक 2-0 से बढ़त बनाई। वहीं, पाकिस्तानी पहलवान को उन्होंने कोई भी प्वाइंट लेने को कोई मौका नहीं दिया।
दूसरे राउंड में दोनों पहलवान एक-दूसरे को कांटे की टक्कर देते नजर आए। शुरुआती एक मिनट में दीपक ने 1 प्वाइंट हासिल किया। इसके बाद पाकिस्तान के पहलवान ने चित करने के लिए दांव लगाया लेकिन दीपक पूनिया ने उसकी शानदार काट लगाते हुए 3-0 से इस बेहतरीन मुकाबले को अपने नाम कर लिया।
इसी के साथ उन्होंने भारत के लिए नौवां और कॉमनवेल्थ गेम्स में अपना पहला स्वर्ण पदक जीत लिया।
इससे पहले कोवेंट्री एरिना रेसलिंग के मैट बी पर खेले गए मुकाबले में भारतीय दिग्गज पहलवान बजरंग पुनिया ने कनाडा के मैकनील को 9-2 के अंतर से हराया था।
बजरंग ने शुरुआत में विपक्षी खिलाड़ी पर लगातार दबाव बनाते हुए चार प्वाइंट की बढ़त हासिल की। बाउट के पहले राउंड में भारतीय पहलवान ने अपना वर्चस्व बनाए रखा और विरोधी पहलवान को अंक हासिल करने का कोई मौका नहीं दिया।
दिन में इससे पहले सेमीफाइनल मुकाबले में भारतीय पहलवान ने कनाडाई पहलवान एलेक्जेंडर मूरे को 3-1 से हराकर फाइनल में जगह बनाई थी।
क्वार्टर-फाइनल में अंडर-23 एशियाई चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता दीपक पूनिया का मुकाबला सिएरा लियोन के पहलवान शेकू कासेंबा के खिलाफ हुआ था, जहां उन्होंने टेक्निकल सुपीरियॉरिटी से जीत दर्ज करते हुए सेमीफाइनल में प्रवेश किया था।
पुरुषों के 86 किग्रा भार वर्ग में प्रतिस्पर्धा करते हुए दीपक पूनिया ने न्यूजीलैंड के पहलवान मैथ्यू ओक्सेंहम को टेक्निकल सुपीरियॉरिटी के आधार पर 10-0 से हराकर राउंड ऑफ 16 में जगह बनाई थी।
इससे पहले बजरंग पुनिया (स्वर्ण), साक्षी मलिक (स्वर्ण) और अंशु मलिक (रजत) ने भी मैट पर अपना वर्चस्व कायम करते हुए भारत को गौरवान्वित किया।