कॉमनवेल्थ गेम्स 2022: बर्मिंघम गेम्स के लिए क्वालीफाई करने को लेकर हिमा दास के सामने होंगी ये चुनौतियां
कॉमनवेल्थ गेम्स में 100 और 200 मीटर वर्ग में क्वालीफाई करने के लिए पुरुषों को अपने वर्तमान नेशनल रिकॉर्ड को पार करना होगा।
2022 में कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियन गेम्स के अलावा वर्ल्ड चैंपियनशिप का भी आयोजन होना है। इस लिहाज़ से ये सीजन एथलीटों के लिए बड़ा साल होने वाला है।
टोक्यो 2020 में नीरज चोपड़ा के द्वारा जैवलीन थ्रो में ऐतिहासिक गोल्ड मेडल हासिल करने के बाद से भारत में एथलेटिक्स ने काफी सुर्खियां बटोरीं हैं। दरअसल ये पहली बार था जब भारत ने ट्रैक एंड फील्ड में कोई ओलंपिक मेडल जीता हो।
अगले साल जुलाई-अगस्त में ब्रिटेन के बर्मिंघम में होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 को लेकर एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (AFI) ने भी क्वालीफाइंग स्टैंडर्ड्स जारी किया है।
कॉमनवेल्थ गेम्स में चयन की प्रक्रिया
ओलंपिक गेम्स में हर देश के लिए क्वालीफाइंग अंक एक समान होते हैं। इसके ठीक उलट, कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए क्वालीफाइंग स्टैंडर्ड अलग देशों के लिए अलग हो सकते हैं। संबंधित फेडरेशन अपना ख़ुद का अंक तय करते हैं। कॉमनवेल्थ गेम्स के अंतिम टीम में चुने जाने को लेकर योग्य होने के लिए एथलीटों को एक सीमित क्वालीफाइंग विंडो के भीतर इस अंक को पार करना होता है।
पिछले प्रदर्शनों और अन्य फैक्टर्स के आधार पर कॉमनवेल्थ गेम्स फेडरेशन प्रत्येक फेडरेशन को एक निश्चित संख्या में कोटा स्थान आवंटित करता है। संबंधित फेडरेशन, आवंटित कोटा स्थानों को भरने के लिए अपने फाइनल टीम का चयन कर सकती है।
कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 को लेकर योग्य होने और चुने जाने के लिए, पुरुषों के 100 मीटर और 200 मीटर वर्ग में, भारतीय एथलीटों को नए नेशनल रिकॉर्ड्स बनाने होंगे।
पुरुषों की 100 मीटर वर्ग में क्वालीफाइंग स्टैंडर्ड को 10.24 सेकेंड रखा गया, जबकि मौजूदा नेशनल रिकॉर्ड 10.26 सेकेंड का है जो अमिया मलिक के द्वारा बनाया गया था।
वहीं पुरुषों के 200 मीटर वर्ग में क्वालीफाई होने के लिए 20.56 सेकेंड का समय तय किया गया है। वर्तमान में इस वर्ग में नेशनल रिकॉर्ड 20.63 सेकेंड का है जो कि मोहम्मद अनस याहिया के नाम दर्ज है।
आपको बता दें कि 2014 के ग्लास्गो और 2018 के गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में से किसी में भी भारत की ओर से पुरुषों के 100 मीटर और 200 मीटर रेस में कोई भी धावक नहीं था।
हालांकि, 400 मीटर में अंडर-20 जूनियर चैंपियन, प्रतिभाशाली हिमा दास को सीडब्ल्यूजी 2022 में हिस्सा लेने के लिए आगे आना होगा।
हिमा दास ने पिछले दो साल से 100 मीटर और 200 मीटर की छोटी स्प्रिंट पर फोकस किया है। वहीं, हैमस्ट्रिंग की चोट के कारण वह टोक्यो 2020 ओलंपिक में क्वालीफाई नहीं हो सकीं थी।
महिलाओं की 100 मीटर और 200 मीटर स्प्रिंट के लिए क्वालीफाइंग स्टैंडर्ड क्रमशः 11.2 सेकेंड और 23.00 सेकेंड तय किए गए हैं। 2021 में हिमा दास का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 100 मीटर में 11.63 सेकेंड और 200 मीटर में 23.21 सेकेंड रहा था।
ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में अपने मेंस जैवलीन थ्रो खिताब को डिफेंड करने की कोशिश करेंगे।
भारत के लिए 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में सिर्फ नीरज चोपड़ा, सीमा अंतिल और नवजीत कौर ढिल्लों ने पदक जीता था।
कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के लिए इंडियन एथलेटिक्स क्वालीफिकेशन स्टैंडर्ड