भारत के साल 2022 के सर्वश्रेष्ठ स्पोर्टिंग मोमेंट्स: नीरज चोपड़ा के डायमंड शो से लेकर थॉमस कप की जीत तक

इस साल भारतीय खेल ने नई ऊंचाइयों को छुआ है। ऐसे में हम भारत के सर्वश्रेष्ठ स्पोर्टिंग मोमेंट्स पर एक नज़र डाल रहे हैं।

6 मिनटद्वारा रौशन कुमार
Neeraj Chopra_GettyImages-1422001822
(Getty Images)

साल 2022 भारतीय खेल प्रशंसकों के लिए काफ़ी यादगार साहित हुआ है।

विश्व स्तर पर भारतीय एथलीटों ने कई सालों बाद अपना परचम फिर से लहराया है और इसकी शुरुआत पिछले साल यानी साल 2021 में आयोजित हुए टोक्यो ओलंपिक 2020 से हुई थी।

यहां साल 2022 में भारतीय एथलीटों द्वारा हासिल की गई सफ़लताओं पर नज़र डालिए…

2022 के सबसे बड़े भारतीय स्पोर्टिंग मोमेंट्स

नीरज चोपड़ा ने वर्ल्ड चैंपियनशिप और डायमंड लीग में अपनी छाप छोड़ी। 

पिछले साल टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने के बाद साल 2022 में भी उसी फॉर्म को बरकरार रखना नीरज चोपड़ा के लिए एक बड़ी चुनौती थी। हालांकि, भारतीय पुरुष जैवलिन स्टार ने हर चुनौती का सामना डट कर किया!

अपने टोक्यो 2020 अभियान के 10 महीने के लंबे ब्रेक के बाद अपनी फिटनेस हासिल करने के लिए 2022 सीज़न के पहले छह महीनो तक नीरज चोपड़ा मैदान से बाहर रहे। इसके बाद उन्होंने पावो नूरमी गेम्स में रजत पदक जीत कर अंतरराष्ट्रीय सर्किट में वापसी की और राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी स्थापित किया।

यहां से चोपड़ा के लिए चीजें और बेहतर हुईं। ओलंपिक चैंपियन ने ओरेगॉन में विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2022 में एक और रजत पदक जीता जो आज तक दुनिया में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है और पेरिस में 2003 में अंजू बॉबी जॉर्ज की लॉन्ग जंप कांस्य पदक के बाद से एथलेटिक्स विश्व चैंपियनशिप में केवल दूसरा पदक है।

नीरज चोपड़ा चोट के कारण बर्मिंघम में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 से चूक गए और अपने खिताब को डिफेंड करने में भी असफल रहें। लेकिन इसके बाद उन्होंने डायमंड लीग अभियान में एक शानदार प्रदर्शन के साथ इस निराशा की भरपाई की।

नीरज चोपड़ा स्टॉकहोम मीट में दूसरे स्थान पर और लुसाने लेग में पहले स्थान पर रहे। और फिर किसी भारतीय द्वारा पहली बार डायमंड लीग जीतने के बाद ज्यूरिख में डायमंड लीग फाइनल में पहुंचे। स्विस शहर में शानदार प्रदर्शन करते हुए वह डायमंड लीग ट्रॉफी जीतने वाले पहले भारतीय भी बने।

इस बीच में नीरज चोपड़ा ने स्टॉकहोम डायमंड लीग मीट में अपने वर्तमान व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 89.94 मीटर थ्रो के साथ राष्ट्रीय रिकॉर्ड को भी बेहतर किया।

बर्मिंघम में भारतीय एथलीटों के लिए ऐतिहासिक रहा कॉमनवेल्थ गेम्स

शूटिंग कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 का हिस्सा नहीं था। हालांकि, अभी तक कॉमनवेल्थ गेम्स के इतिहास में भारत शूटिंग में अधिकांश पदक हासिल करता रहा है। इसके अलावा स्टार नीरज चोपड़ा भी इस प्रतियोगिता से बाहर थे। इसके बावजूद भारत ने 2022 CWG में एक प्रभावशाली प्रदर्शन करके कमाल कर दिया ।

भारतीय एथलीटों ने सभी चुनौतियों का सामना करते हुए  22 स्वर्ण, 16 रजत और 23 कांस्य के साथ कुल 61 पदकों के साथ अपने अभियान को समाप्त किया। इस प्रतियोगिता में वेटलिफ्टिर, पहलवान, मुक्केबाज, बैडमिंटन और टेबल टेनिस खिलाड़ियों ने उम्मीद के मुताबिक प्रभावित किया तो वहीं कुछ अन्य खेलों में भी भारत को सफलता मिली।

लॉन बाउल्स, एक ऐसा खेल था जिसके बारे में भारतीय खेल प्रशंसकों को ज्यादा जानकारी नहीं थी। इस इवेंट में देश की महिला टीम ने स्वर्ण पदक जीता तो वहीं पुरुषों की टीम ने रजत पदक जीतकर सुर्खियां बटोरीं। बता दें, भारत ने इससे पहले राष्ट्रमंडल खेलों में इस खेल में कभी भी पदक नहीं जीता था।

भारतीय ट्रैक और फ़ील्ड सितारों ने भी पहली बार यादगार रिकॉर्ड बनाया। मुरली श्रीशंकर ने पुरुषों की लंबी कूद में भारत का पहला रजत पदक जीता, जबकि एल्डोस पॉल ने भारतीय हमवतन एथलीट अब्दुल्ला अबूबकर को 1-2 से पछाड़ कर CWG 2022 में भारत का पहला ट्रिपल जंप स्वर्ण पदक जीता।

रेस वॉकर प्रियंका गोस्वामी और संदीप कुमार ने भी पोडियम फ़िनिश किया। हालांकि, इवेंट की बड़ी कहानी स्टीपलचेज़ एथलीट अविनाश साबले से सामने आई, जिन्होंने पुरुषों की 3000 मीटर स्टीपलचेज़ में दो केन्याई एथलीटों का सामना करते हुए राष्ट्रीय रिकॉर्ड समय में रजत पदक जीता।

साल 1994 के राष्ट्रमंडल खेलों में केन्याई एथलीट स्टीपलचेज में पदक जीतने में असफल रहे।

भारतीय हॉकी टीमों और महिला क्रिकेट टीमों ने भी बर्मिंघम में पदक जीते।

बैडमिंटन में पहली बार भारत ने थॉमस कप जीता

लक्ष्य सेन, एचएस प्रणॉय, किदांबी श्रीकांत और सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी के नेतृत्व में भारतीय पुरुषों की बैडमिंटन टीम ने थाईलैंड के बैंकॉक में आयोजित थॉमस कप 2022 में ख़िताब जीतकर इतिहास रच दिया।

पिछले 31 संस्करणों में पुरुषों की बैडमिंटन टीम विश्व चैंपियनशिप कभी नहीं जीती थी और इस प्रतियोगिता में भारतीय टीम को पांचवी वरीयता प्राप्त थी। इसके बावजूद भारतीय पुरुषों की टीम ने यादगार प्रदर्शन करते हुए पहले टूर्नामेंट को जीतकर खिताब को अपने नाम किया।

भारतीय टीम अपने ग्रुप में चीनी ताइपे के बाद दूसरे स्थान पर रही और नॉकआउट राउंड में क्वालीफाई किया। एचएस प्रणॉय क्वार्टर-फ़ाइनल और सेमीफ़ाइनल में हीरो के रूप में उभरे और उन्होंने दबाव की घड़ी में शानदार प्रदर्शन करते हुए लगातार जीत हासिल की। भारत ने मलेशिया और डेनमार्क को समान 3-2 के अंतर से मात दी थी।

मौजूदा चैंपियन और 14 खिताब के साथ प्रतियोगिता के इतिहास में सबसे सफल टीम इंडोनेशिया के खिलाफ़ भारतीय शटलरों ने निर्णायक मैच को 3-0 से जीत कर अपना पहला थॉमस कप ख़िताब जीता।

निख़त जरीन बॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन बनीं

कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में निकहत ज़रीन का स्वर्ण पदक भारतीय मुक्केबाज़ के लिए सफल 2022 का प्रमाण है ।

इसके साथ ही भारतीय मुक्केबाज ने विश्व चैंपियन का भी खिताब जीतकर एक बेहतर प्रदर्शन किया।

मई में तुर्की के इस्तांबुल में आयोजित महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप 2022 में निकहत ज़रीन ने फ़ाइनल में थाईलैंड की टोक्यो ओलंपियन जुतामास जिटपोंग को 5-0 से मात देकर दिग्गज एमसी मैरी कॉम, लैशराम सरिता देवी, जेनी आरएल और लेखा के.सी. के बाद पांचवीं भारतीय महिला विश्व चैंपियन बनीं।

वह विदेश में विश्व चैंपियन बनने वाली मैरी कॉम के अलावा इकलौती मुक्केबाज़ भी हैं।

भारतीय महिला हॉकी टीम ने पहले महिला FIH नेशंस कप जीता

न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया की टीम ने कोविड-19 के कारण अपना नाम वापस ले लिया, जिसके बाद भारतीय महिला टीम को FIH प्रो लीग 2021-22 सीज़न खेलने का शानदार मौका मिल गया और उन्होंने इस प्रतियोगिता में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ टीमों के खिलाफ़ कंधे से कंधा मिलाकर अपने अवसर का आनंद लिया।

अपने पहले अभियान में भारत ने एक सराहनीय प्रदर्शन किया और अर्जेंटीना जैसी बड़ी टीमों को कड़ी चुनौती दी और एक प्रतियोगिता में तीसरा स्थान हासिल किया।

हालंकि, FIH प्रो लीग के 2022-23 संस्करण में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की वापसी के साथ भारत प्रतियोगिता से बाहर हो गया।

भारतीय खिलाड़ियों ने बार-बार FIH प्रो लीग में वापस आने की अपनी इच्छा दोहराई और FIH द्वारा पुरुषों और महिलाओं के लिए नेशंस कप प्रतियोगिताओं की घोषणा के साथ एक अवसर प्रदान किया। इस प्रतियोगिता के विजेताओं को 2023-24 सीज़न के लिए FIH प्रो लीग में शामिल किया जाएगा।

सविता पुनिया एंड कंपनी ने दिसंबर में निर्धारित आठ टीमों के टूर्नामेंट में एक उद्देश्य के साथ प्रवेश किया और अपने तीनों ग्रुप मैच जीते। फिर सेमीफ़ाइनल में उन्होंने शूटआउट के जरिए आयरलैंड को हराकर फ़ाइनल में जगह बनाई। स्पेन के खिलाफ़ फाइनल में भारतीय टीम ने दमदार प्रदर्शन करते हुए 1-0 से जीत हासिल की और प्रतियोगिता को अपने नाम किया।

राइफल शूटर रुद्राक्ष पाटिल का विश्व चैंपियन बनना, अंतिम पंघल का भारत की पहली अंडर-20 महिला कुश्ती विश्व चैंपियन बनना, मुक्केबाज नीतू घनघास का राष्ट्रमंडल खेलों में उभरना, भारतीय पुरुष फुटबॉल टीम का 2023 AFC एशियाई कप के लिए क्वालीफ़ाई करना और भारतीय मिश्रित 4x400 रिले टीम ने अंडर-20 विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीत के साथ एक जूनियर एशियाई रिकॉर्ड स्थापित किया, जो 2022 के भारतीय खेल के कुछ अन्य प्रमुख पल हैं।