चिराग शेट्टी और सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी की भारतीय पुरुष युगल जोड़ी ने मंगलवार को जारी BWF विश्व रैंकिंग में अपने करियर की शीर्ष रैंकिंग हासिल कर ली है। यह दूसरी बार है जब उन्होंने अपने करियर में पांचवें स्थान पर जगह बनाई है।
जनवरी 2023 के बाद से चिराग शेट्टी और सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी की जोड़ी विश्व रैंकिंग में छठे स्थान पर थी। ताज़ा जारी बैडमिंटन रैंकिंग में इस जोड़ी ने एक स्थान की छलांग लगाते हुए पांचवां स्थान हासिल कर लिया है। इससे पहले चिराग-सात्विक की जोड़ी ने पिछले साल दिसंबर में भी नंबर 5 रैंकिंग हासिल की थी।
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वहीं, भारत की दिग्गज बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु को रैंकिंग में नुकसान झेलना पड़ा है और वे महिला एकल में 12वें नंबर पर खिसक गईं हैं। दो बार की ओलंपिक पदक विजेता 7 साल में पहली बार मार्च में शीर्ष 10 की रैंकिंग से बाहर हो गई थीं। सिंधु की मौजूदा रैंकिंग (12) मार्च 2016 के बाद से उनकी सबसे ख़राब रैंकिंग है।
पुरुष एकल में एचएस प्रणॉय विश्व बैडमिंटन रैंकिंग में 9वें स्थान पर बने हुए हैं। पूर्व विश्व नंबर 1 किदांबी श्रीकांत को एक पायदान का फ़ायदा हुआ है और वे 22वें स्थान पर पहुंच गए। जबकि, राष्ट्रमंडल खेल 2022 के चैंपियन लक्ष्य सेन भी एक पायदान ऊपर उठकर 23वें स्थान पर हैं। मिथुन मंजूनाथ ने पुरुषों के एकल में सबसे बड़ी छलांग लगाई है। उन्होंने पांच स्थानों की छलांग लगाकर 41वीं रैकिंग हासिल कर ली है।
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महिला युगल रैंकिंग में त्रिशा जॉली और गायत्री गोपीचंद की जोड़ी दो स्थान के फ़ायदे के साथ विश्व में 17वें स्थान पर पहुंच गई है।
चिराग शेट्टी और सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी के लिए यह सप्ताह बेहद ख़ास रहा है। सबसे पहले उन्होंने रविवार को दुबई में बैडमिंटन एशिया चैंपियनशिप 2023 में पुरुष युगल स्पर्धा का ख़िताब जीतकर इतिहास रच दिया और अब दोनों ने अपनी सर्वश्रेष्ठ रैकिंग एक बार फिर से हासिल कर ली है।
उनकी इस उपलब्धि से पहले सिर्फ़ दिनेश खन्ना ने साल 1965 में पुरुष एकल ख़िताब जीतने के लिए कॉन्टिनेंटल बैडमिंटन चैंपियनशिप के फ़ाइनल में जीत दर्ज की थी। दिनेश खन्ना के बाद यह उपलब्धि हासिल करने वाले वे पहले भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी हैं।
इसके अलावा राष्ट्रमंडल खेलों के मौजूदा चैंपियन, चिराग शेट्टी और सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी की जोड़ी एशियाई मीट में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय पुरुष युगल जोड़ी भी बन गई। इससे पहले दीपू घोष और रमन घोष ने साल 1971 में कांस्य पदक जीता था।
इस वर्ष शेट्टी और रंकीरेड्डी का यह दूसरा ख़िताब था। इससे पहले उन्होंने मार्च में स्विस ओपन में भी जीत दर्ज की थी।
इस बीच, ध्रुव कपिला और एमआर अर्जुन की एक अन्य भारतीय पुरुष युगल जोड़ी ने चार स्थान की छलांग लगाई और दुनिया में 23वें स्थान पर पहुंच गई।