एशियन गेम्स की मेज़बानी करने वाले देश: देखिए पूरी लिस्ट

पहले एशियन गेम्स की मेज़बानी भारत ने साल 1951 में नई दिल्ली में की थी। उसके बाद से 8 अन्य देशों ने इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट की मेज़बानी की है।

4 मिनटद्वारा मनोज तिवारी
Asian Games 1951 flag
(Getty Images)

एशियाई खेल निस्संदेह एशिया महाद्वीप में सबसे बड़ा खेल आयोजन है। साल 1951 में शुरू हुए इस प्रतिष्ठित महाद्वीपीय प्रतियोगिता के अबतक 18 संस्करण आयोजित किए जा चुके हैं। एशियन गेम्स 2022, इस इवेंट का 19वां संस्करण पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के हांगझोऊ शहर में कोरोना वायरस महामारी की वजह से एक वर्ष की देरी के बाद साल 2023 में आयोजित किया गया था।

भारत एशियाई खेलों की मेजबानी करने वाला पहला देश है। साल 1951 में भारत की राजधानी नई दिल्ली में पहली बार इस टूर्नामेंट का आयोजन किया गया था।

साल 1951 के एशियाई खेल के सभी इवेंट मेजर ध्यान चंद नेशनल स्टेडियम में आयोजित किए गए थे, जिसे नेशनल स्टेडियम के नाम से भी जाना जाता है।

11 देशों के कुल 489 एथलीट - अफगानिस्तान, बर्मा (वर्तमान म्यांमार), सीलोन (वर्तमान श्रीलंका), इंडोनेशिया, ईरान, जापान, नेपाल, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड और मेजबान भारत ने इसमें हिस्सा लिया था। पहले संस्करण में कुल 57 खेलों में पदक के लिए स्पर्धा हुई थी।

जापान ने सबसे अधिक 60 पदक जीते थे, जबकि मेजबान भारत ने कुल 51 पदक जीतकर एशियाई खेल की पदक तालिका में दूसरा स्थान हासिल किया था।

साल 1951 के एशियाई खेल का आयोजन पहले साल 1950 में ही होना था। लेकिन, तैयारियों में देरी के कारण उसे स्थगित कर दिया गया था। इस कॉन्टिनेंटल प्रतियोगिता का दूसरा संस्करण साल 1954 में फिलीपींस के मनीला में आयोजित किया गया और तब से यह प्रतियोगिता हर चार साल के अंतराल पर आयोजित की जा रही है।

दिलचस्प बात यह है कि एशियन गेम्स का आयोजन फार ईस्टर्न चैंपियनशिप गेम्स की जगह शुरु हुआ था, जो पहले ओरिएंटल ओलंपिक के नाम से भी जाना जाता था। इसे साल 1913 से साल 1934 तक आयोजित किया गया था।

द्वितीय विश्व युद्ध के बाद अधिक संख्या में एशियाई देशों के द्वारा आज़ादी और संप्रभुता हासिल करने के बाद एक कॉन्टिनेंटल स्पोर्टिंग इवेंट या फिर फार ईस्टर्न चैंपियनशिप को दोबारा से शुरू करने की ज़रूरत महसूस की गई।

इस विचार को तब और बल मिला जब नई दिल्ली में आयोजित एशियन रिलेशन्स कॉन्फ्रेंस में इस बारे में बाकायदा चर्चा हुई, जहां साल 1947 में भारत की आजादी से कुछ समय पहले लगभग सभी एशियाई देशों के प्रतिनिधि मौजूद थे।

जवाहरलाल नेहरू ने शिखर सम्मेलन का नेतृत्व किया था, जो आगे चलकर भारत के पहले प्रधानमंत्री बने। जबकि मशहूर भारतीय कवयित्री और राजनीतिक कार्यकर्ता सरोजिनी नायडू ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की थी।

लंदन में आयोजित 1948 के ओलंपिक खेल के मौके पर, भारतीय ओलंपिक समिति के प्रतिनिधि और एक प्रसिद्ध खेल प्रशासक गुरु दत्त सोंधी के नेतृत्व में एशियन गेम्स फेडरेशन (AGF) का गठन किया गया था। इस संगठन ने एशियाई खेल के पहले संस्करण के आयोजन की जिम्मेदारी भी संभाली।

AGF के नेतृत्व में साल 1978 तक एशियाई खेलों का आयोजन किया गया। उसके बाद एशिया की ओलंपिक काउंसिल (OCA) को ये जिम्मेदारी दे दी गई। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) द्वारा मान्यता प्राप्त एशियाई खेल को अक्सर ओलंपिक खेल के बाद दूसरी सबसे बड़ी मल्टी-स्पोर्ट इवेंट के रूप में जाना जाता है।

आज तक नौ अलग-अलग देशों ने एशियाई खेल की मेजबानी की है। थाईलैंड ने सबसे अधिक चार बार प्रतियोगिता की मेजबानी की है, जिसमें साल 1966, 1970, 1978 और साल 1998 का संस्करण शामिल है। थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक ने सभी चार एशियाई खेल की मेजबानी की है।

दक्षिण कोरिया ने तीन बार (साल 1986, 2002 और साल 2014) एशियन गेम्स की मेजबानी की है। वहीं, हांगझोऊ 2023 को मिलाकर चीन तीसरी बार एशियाई खेलों की मेजबानी करेगा। इससे पहले चीन ने साल 1990 और साल 2010 के संस्करण की मेजबानी की थी।

भारत ने दो बार एशियाई खेल की मेजबानी की है। साल 1951 में पहला संस्करण आयोजित करने के बाद भारत को दूसरी बार साल 1982 में खेलों के इस महाकुंभ के मेजबानी का अवसर मिला।

साल 2026, 2030 और साल 2034 के एशियन गेम्स की मेजबानी करने वाले देश और शहर के नाम भी तय किए जा चुके हैं।

एशियाई खेल के मेजबान देश

*अभी आयोजन होना है।