भारतीय दिग्गज मुक्केबाज मैरी कॉम ने एशियन मुक्केबाजी चैंपियनशिप के फाइनल में बनाई जगह

 इस चैंपियनशिप में पूजा रानी समेत तीन अन्य महिलाओं ने भी फाइनल में जगह बनाने में सफलता हासिल की है। वहीं, टोक्यो जाने वाली मुक्केबाज सिमरनजीत कौर और लवलीना बोरगोहेन को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।

4 मिनटद्वारा सतीश त्रिपाठी
Mary Kom (51 kg) in action during  her semi final bout  at ASBC Asian Championships in Dubai on Thursday 3

भारत की दिग्गज मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम (MC Mary Kom) ने एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप 2021 (Asian Boxing Championships) के फाइनल में अपनी जगह बना ली है। जहां उन्होंने गुरुवार को दुबई में अपने प्रतिद्वंद्वी को मात देकर ये जगह हासिल करने में सफलता हासिल की। बता दें कि मैरी कॉम टोक्यो जाने वाले दल में शामिल हैं।

आपको बता दें कि केवल 47 महिला मुक्केबाज एशियाई मीट में प्रतिस्पर्धा कर रही हैं। नतीजतन, कई भारतीय मुक्केबाज सीधे सेमीफाइनल में पहुंच गए हैं। वहीं, 51 किग्रा भार वर्ग के सेमीफाइनल मुकाबले में, पांच बार की एशियाई चैंपियन मैरी कॉम ने मंगोलिया की लुत्सेइखान अलतांतसेत्सेग (Lutsaikhan Altantsetseg) से मुकाबला किया। जहां इस दौरान मैरी ने बंटे हुए फैसले के आधार पर लुत्सेइखान को 4-1 से करारी शिकस्त दी।

इसी के साथ भारत एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप में अपने 15वें पदक जीतने के लिए पूरी तरह तैयार है। जो 2019 के सीजन 13 पदक से काफी बेहतर है। वहीं, मैरी कॉम के लिए एशियन मीट में उनका ये छठा पदक होगा।

बताते चलें कि मार्च में बॉक्सम में हुए मुकाबले के बाद मैरी कॉम के लिए ये पहली प्रतियोगिता है। जहां मैरी कॉम पूरी तरह अपने दमखम में नज़र आईं और शुरुआती राउंड में लुत्सेइखान अलतांतसेत्सेग को मात दिया। फिलहाल मैरी कॉम अपने इस मुकाबले के नतीजे से काफी खुश हैं।

इस मुकाबले के दौरान इस भारतीय मुक्केबाज की शानदार कौशल देखने को मिली, जहां कई बार मैरी कॉम के मुक्के काफी प्रभावशाली रहें। हालांकि वहीं, लुत्सेइखान अलतांतसेत्सेग भी कई बार मैरी कॉम के ऊपर अपने मुक्के के दम से दबाव बनाने की कोशिश की।

हालांकि, इस मुकाबले में मंगोलिया की मुक्केबाज का भी अनुभव देखने को मिला। वहीं, मैरी कॉम सेकेंड राउंड में पूरी तरह फॉर्म में नज़र आईं और अपने प्रतिद्वंद्वी के चेहरे पर कई शक्तिशाली पंच जड़े। इसके साथ ही दोनों मुक्केबाजों ने आखिरी राउंड में अपनी पूरी ताकत झोंक दी, लेकिन मैरी कॉम के अनुभव से मुकाबले का रुख ही बदल गया।

आपको बता दें कि छह बार की विश्व चैंपियन मैरी कॉम फाइनल मुकाबले में कजाकिस्तान की दो बार की विश्व चैंपियन नाजिम कयजैबे (Nazym Kyzaibay) से भिड़ेंगी।

वहीं, टोक्यो जाने वाली दो अन्य भारतीय महिला मुक्केबाजों का प्रदर्शन खासा अच्छा नहीं रहा। जहां सिमरनजीत कौर (Simranjit Kaur) को 60 किग्रा वर्ग के सेमीफाइनल मुकाबले  में कजाकिस्तान की रिम्मा वोलोसेंको (Rimma Volossenko) से 5-0 से हार का सामना करना पड़ा, जबकि लवलीना बोरगोहेन (Lovlina Borgohain) 69 किग्रा वर्ग में उज्बेकिस्तान की नवबखोर खामिडोवा (Navbakhor Khamidova) से 3-2 से हार गईं। हालांकि, दोनों मुक्केबाजों को सिर्फ कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।

इस बीच, पूजा रानी (Pooja Rani) को वॉकओवर से सम्मानित किया गया और 75 किग्रा वर्ग के फाइनल मुकाबले में उनका सामना उज्बेकिस्तान की मावलुदा मोवलोनोवा (Mavluda Movlonova) से होगा।

अन्य सेमीफाइनल परिणामों पर नज़र डालें तो, साक्षी चौधरी (Sakshi Chaudhary) ने (54 किग्रा) वर्ग में मुकाबला खेलते हुए कजाकिस्तान की शीर्ष वरीयता प्राप्त दीना झोलामन (Dina Zholaman) को 3-2 से हराया और फाइनल में अपनी जगह बनाने में सफल हुईं। फिलहाल साक्षी का सामना उज्बेकिस्तान की सितोरा शोहदारोवा (Sitora Shogdarova) से होगा।

इसके साथ ही 64 किग्रा में, कुवैत की नूरा अलमुतारी (Noura Almutairi) ने तौलिया फेंका और मैच को रद्द घोषित कर दिया गया, जिसमें भारत की लालबुतसाई (Lalbuatsaihi) को विजेता घोषित किया गया। वहीं, अनुपमा (Anupama) ने (81+ किग्रा) में मुकाबला किया, जिसमें उज्बेकिस्तान की मोखिरा अब्दुल्लाएवा (Mokhira Abdullaeva) के खिलाफ 4-1 से जीत हासिल की और फाइनल में कजाकिस्तान की लज्ज़त कुंगेबायेवा (Lazzat Kungeibayeva) से सामना करेंगी।

एक अन्य मुक़ाबले में साक्षी चौधरी (Sakshi Chaudhary) (54 किग्रा) कजाकिस्तान की शीर्ष वरीयता प्राप्त दीना झोलामन (Dina Zholaman) से 3-2 से हार गई, पहले परिणाम साक्षी के पक्ष में था लेकिन रिव्यू के बाद फैसला बदल गया और वो फाइनल में जगह बनाने से चूक गईं।  

भारतीय मुक्केबाज मोनिका (Monika) को 48 किग्रा वर्ग में कजाकिस्तान की दूसरी वरीयता प्राप्त अलुआ बाल्किबेकोवा (Alua Balkibekova) से 5-0 से हार का सामना करना पड़ा। वहीं, जैस्मीन (Jaismine) 57 किग्रा वर्ग में कजाकिस्तान की व्लादिस्लावा कुख्ता (Vladislava Kukhta) के खिलाफ हार गईं, जबकि स्वीटी बूरा (Saweety Boora) को 81 किग्रा में कजाकिस्तान की फरीजा शोल्टे (Fariza Sholtay) के खिलाफ 5-0 से हार का सामना करना पड़ा।

फिलहाल चारों मुक्केबाजों को सिर्फ कांस्य पदक से ही संतोष करना पड़ेगा।

वहीं, गत चैंपियन अमित पंघल (Amit Panghal) (52 किग्रा), शिवा थापा (Shiva Thapa) (64 किग्रा), विकास कृष्ण (Vikas Krishan) (69 किग्रा), वरिंदर सिंह (Varinder Singh) (60 किग्रा) और संजीत ( Sanjeet) (91 किग्रा) सहित पांच पुरुष मुक्केबाज शुक्रवार को सेमीफाइनल मुकाबला खेलते नजर आएंगे।

भारत ने एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप के लिए 19 सदस्यीय टीम भेजी है, जिसमें सात मुक्केबाज टोक्यो ओलंपिक के लिए जाने वाले दल में हैं। फिलहाल इस चैंपियनशिप में 17 देशों के 150 मुक्केबाज भाग ले रहे हैं।

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