अभिषेक वर्मा ने पेरिस वर्ल्ड कप में जीता मेंस कम्पाउंड आर्चरी गोल्ड

भारतीय तीरंदाज ने फाइनल में दुनिया के 5वें नंबर के अमेरिकी तीरंदाज क्रिस शैफ को शूट-ऑफ से हराया।

2 मिनटद्वारा रितेश जायसवाल
Indian compound archer Abhishek Verma.
(Getty Images)

अभिषेक वर्मा (Abhishek Verma) ने शनिवार को व्यक्तिगत पुरुष कंपाउंड इवेंट में स्वर्ण पदक जीतने के साथ पेरिस में तीरंदाजी विश्व कप स्टेज 3 में भारत का पहला पदक जीता।

वर्तमान में विश्व नंबर 22 पर काबिज़ अभिषेक वर्मा ने अपना पुरस्कार जीतने के लिए एक रोमांचक गोल्ड मेडल मैच शूट-ऑफ में संयुक्त राज्य अमेरिका के दुनिया के 5वें नंबर के क्रिस शेफ (Kris Schaff) को शिकस्त दी।

दो बार के पूर्व एशियाई चैंपियन, जिन्होंने नॉकआउट चरण में 11वीं वरीयता प्राप्त के तौर पर क्वालीफाई किया, उन्होंने दिन की शुरुआत आरओसी के एंटोन बुलेव (Anton Bulaev) पर 146-138 की आसान जीत के साथ की।

अभिषेक ने पहले नॉकआउट राउंड में ब्रिटेन के मैथ्यू वोंग (Matthew Wong), इटली के सर्जियो पागनी (Sergio Pagni), प्यूर्टो रिको के जीन पिजारो (Jean Pizarro) और डेनमार्क के मार्टिन लॉरसेन (Martin Laursen) को हराया।

फाइनल गोल्ड मेडल मैच में अन्हिशेक वर्मा ने उच्च श्रेणी के अमेरिकी तीरंदाज को कड़ी टक्कर दी और पांच राउंड के अंत के बाद 148-148 के स्कोर के साथ बराबरी की।

स्वर्ण पदक का फैसला एक शूट-ऑफ से हुआ, जिसके लिए क्रिस शैफ पहले गए और नौ अंक स्कोर किए। इसके बाद अभिषेक वर्मा ने इस इवेंट का शीर्ष सम्मान जीतने के लिए परफेक्ट हिट करते हुए 10 अंक स्कोर किए।

यह भारतीय कंपाउंड तीरंदाज का दूसरा विश्व कप स्वर्ण पदक था। उन्होंने इससे पहले 2015 में व्रोकला, पोलैंड, विश्व कप स्टेज 3 में स्वर्ण पदक जीता था।

बता दें, अभिषेक वर्मा पेरिस में कंपाउंड तीरंदाजी में पदक जीतने के लिए भारत की आखिरी उम्मीद थे।

रविवार को भारतीय तीरंदाज महिला रिकर्व टीम, रिकर्व मिश्रित टीम और महिला व्यक्तिगत स्पर्धाओं में तीन और पदकों के लिए मुकाबला करेंगे। टोक्यो का टिकट हासिल कर चुकीं दीपिका कुमारी (Deepika Kumari) भी इन तीनों अभियानों का हिस्सा होंगी।