सुनील छेत्री को रिकॉर्ड सातवीं बार चुना गया एआईएफएफ पुरुष फुटबॉलर ऑफ द ईयर
मनीषा कल्याण को अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ द्वारा वर्ष की सर्वश्रेष्ठ महिला फुटबॉलर का पुरस्कार दिया गया।
भारतीय फुटबॉल टीम के दिग्गज खिलाड़ी सुनील छेत्री को मंगलवार को 2021-22 के लिए एआईएफएफ पुरुष फुटबॉलर ऑफ द ईयर चुना गया। वहीं, मनीषा कल्याण ने महिला फुटबॉलर ऑफ द ईयर का पुरस्कार जीता।
एआईएफएफ प्लेयर ऑफ द ईयर अवार्ड्स की शुरुआत साल 1992 में हुई थी। इसके विजेताओं को क्रमशः भारतीय पुरुष और महिला राष्ट्रीय टीम के कोच इगोर स्टिमैक और थॉमस डेनरबी द्वारा नामित किया गया था।
यह सुनील छेत्री का रिकॉर्ड सातवां एआईएफएफ पुरुष फुटबॉलर ऑफ द ईयर पुरस्कार है। इससे पहले उन्होंने साल 2007, 2011, 2013, 2014, 2017 और 2018-19 में भी यह सम्मान हासिल किया था। 38 साल के भारतीय दिग्गज फुटबॉलर ने सबसे अधिक बार यह खिताब हासिल किया है।
2020-21 सत्र के लिए भारत के डिफेंडर संदेश झिंगन ने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ का यह सम्मान जीता था।
इगोर स्टिमैक ने कहा, "सुनील हमारी टीम में सबसे अधिक गोल करने वाले खिलाड़ी थे, जिन्होंने पांच गोल किए। इसके अलावा वह सैफ कप में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट भी चुने गए थे। वहीं, उन्होंने कोलकाता में आयोजित एएफसी एशियन कप क्वालीफायर के तीसरे राउंड में हुए तीन मैचों के दौरान चार गोल किए थे। उनकी प्रतिबद्धता, नेतृत्व, अनुशासन और कड़ी मेहनत हर समय बेहद प्रभावशाली थी।"
वर्तमान में फुटबॉल के सभी सक्रिय खिलाड़ियों के बीच सुनील छेत्री, क्रिस्टियानो रोनाल्डो और लियोनेल मेस्सी के बाद अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में सर्वाधिक गोल करने वालों की सूची में तीसरे स्थान पर हैं। वहीं, सर्वकालिक लीडरबोर्ड में छेत्री छठे स्थान पर काबिज हैं।
छेत्री वर्षों से भारतीय फुटबॉल टीम का केंद्रबिंदु रहे हैं। हाल ही में उन्होंने भारत को अगले साल जून में होने वाले एएफसी एशियाई कप 2023 के लिए क्वालीफाई करने में अहम भूमिका निभाई थी।
2021-22 एआईएफएफ महिला फुटबॉलर ऑफ द ईयर जीतने वाली मनीषा कल्याण को पिछले सीजन की महिला इमर्जिंग फुटबॉलर ऑफ द ईयर के खिताब से सम्मानित किया गया था।
थॉमस डेनर्बी ने कहा, "मनीषा ने राष्ट्रीय टीम और अपने क्लब के लिए कई शानदार प्रदर्शन किए हैं। उन्होंने गोल किए हैं, और नियमित रूप से टीम में खिलाड़ियों को असिस्ट भी किया है।"
डेनर्बी ने आगे कहा, "उनके पास बेहतरीन गति होने के अलावा वह एक अच्छी ड्रिबलर भी हैं। इस वजह से वह भविष्य में बड़ी लीग में खेलने की क्षमता रखतीं हैं। वह युवा है, और अभी भी अपने खेल में सुधार कर रही हैं, लेकिन हमारी सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी रही है।"
मनीषा ने हाल ही में साइप्रस क्लब अपोलोन लेडीज के लिए साइन किया है, जिन्होंने 2020-21 साइप्रस टॉप डिवीजन जीता था और 2022-23 यूईएफए महिला चैंपियंस लीग के क्वालीफाइंग दौर में खेलेंगी।
इस बीच, विक्रम प्रताप सिंह और मार्टिना थोकचोम को क्रमशः 2021-22 पुरुष और महिला इमर्जिंग फुटबॉलर ऑफ द ईयर के खिताब से नवाजा गया।
विक्रम प्रताप सिंह ने इंडियन सुपर लीग में 22 मैचों में तीन गोल के साथ पिछले सीजन में मुंबई सिटी एफसी की सफलता में बड़ी भूमिका निभाई थी। वह एएफसी चैंपियंस लीग में आइलैंडर्स के लिए भी एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी रहे थे। उन्होंने भारत के एएफसी U23 एशियाई कप क्वालीफायर में एक गोल करके अहम योगदान दिया था।
17 वर्षीय मार्टिना को महिला फुटबॉल में उभरते हुए भारतीय मिडफील्डर में से एक माना जाता है। वह पहले ही सीनियर टीम के लिए अपनी पहली भारत कैप अर्जित कर चुकी है और तब से नियमित रुप से टीम का हिस्सा हैं। मणिपुर की इस खिलाड़ी ने भारतीय महिला लीग (IWL) में इंडियन एरोज के लिए भी शानदार प्रदर्शन किया था।
2021-22 के लिए एआईएफएफ प्लेयर ऑफ द ईयर पुरस्कार विजेता
एआईएफएफ पुरुष फुटबॉलर ऑफ द ईयर 2021-22: सुनील छेत्री
एआईएफएफ महिला फुटबॉलर ऑफ द ईयर 2021-22: मनीषा कल्याण
एआईएफएफ पुरुष इमर्जिंग फुटबॉलर ऑफ द ईयर 2021-22: विक्रम प्रताप सिंह
एआईएफएफ महिला इमर्जिंग फुटबॉलर ऑफ द ईयर 2021-22: मार्टिना थोकचोम