रोजर फे़डरर (Roger Federer) का जिस तरह से विंबलडन के लिए लगाव रहा है, ठीक उसी तरह विंबलडन ने भी हमेशा उन्हें खूब प्यार और मोहब्बत देने का काम किया है।
सच कहें तो रोजर फ़ेडरर आज तक जब भी किसी क्षेत्र या टेनिस इवेंट में उतरे हैं तो उन्होंने जबरदस्त प्रदर्शन किया है, उनके रिकॉर्ड 20 ग्रैंड स्लैम ख़िताब खुद-ब-खुद इस बात का सबूत देते हैं।
लेकिन विंबलडन चैंपियनशिप में घास के कोर्ट पर इस स्विस दिग्गज को खेलते हुए देखना वाकई किसी जादुई दुनिया में गोते लगाने से कम नहीं है। यहां भी उनके जीते गए ख़िताब गवाही देते हैं।
फ़ेडरर ने आठ विंबलडन ख़िताब जीते हैं, जिससे वह ग्रैंड स्लैम के इस युग के सबसे सफल पुरुष एकल खिलाड़ी बन गए हैं।
रोजर फ़ेडरर कहते हैं, “विंबलडन हमेशा मेरा पसंदीदा टूर्नामेंट था, और हमेशा मेरा पसंदीदा टूर्नामेंट रहेगा।"
यहां हम उन सभी विंबलडन पर एक नज़र डाल रहे हैं जहां रोजर अपने अद्भुत और अविश्वसनीय प्रदर्शन के दम पर ‘किंग’ बने हैं।
2003 विंबलडन - रोजर फ़ेडरर का पहला ग्रैंड स्लैम ख़िताब
वास्तव में यह वह शुरुआत थी जिसके बाद रोजर फ़ेडरर के दिग्गज बनने का सफ़र शुरू हुआ था। उनके लिए 2003 विंबलडन काफी अच्छा साबित हुआ। फ़ेडरर के लिए यह विंबलडन का पांचवां संस्करण था और उससे पहले स्विट्ज़रलैंड का यह युवा खिलाड़ी केवल एक बार ही पहले राउंड को पार करने में सफल रहा था।
हालांकि, 2001 के टूर्नामेंट के चौथे राउंड में उस समय के मौजूदा चैंपियन और फ़ेडरर के बचपन के हीरो यानी उस दौर के ‘विबंलडन के किंग’ रहे पीट सैम्प्रास पर पांच-सेट की शानदार जीत के चलते पहले ही वह दुनिया की नज़रों में एक उभरते हुए सितारे के तौर पर देखे जाने लगे थे। उस समय सैम्प्रास लगातार 31 मैचों में जीत हासिल कर चुके थे।
2003 में ख़िताब जीतकर यह उभरता हुआ सितारा ‘विंबलडन का नया किंग’ बन गया। उस वक्त रोजर फ़ेडरर महज़ 22 वर्ष के थे, उन्होंने आश्चर्यजनक रूप से अपने खेल का प्रदर्शन करते हुए ऑस्ट्रेलिया के मार्क फिलिप्सिस को 7-6(5), 6-2, 7–6(3) के साथ पुरुष एकल के फ़ाइनल में हराकर अपना पहला ग्रैंड स्लैम ख़िताब जीता।
इसी के साथ 1998 के जूनियर विंबलडन चैंपियन रोजर फ़ेडरर, 1990 में स्टीफन एडबर्ग के बाद जूनियर और प्रो जेंटलमैन विंबलडन एकल ख़िताब जीतने वाले पहले खिलाड़ी भी बन गए।
अपनी यादगार जीत के बाद ओपन एरा के पहले स्विस विंबलडन चैंपियन फ़ेडरर ने कहा था, “यह मेरे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण मैच था। मुझे यह पता था कि खेल पर मेरी पकड़ है।”
2004 विंबलडन - एंडी रोडिक का सामना
उस वर्ष की शुरुआत में ऑस्ट्रेलियन ओपन जीतने के बाद विंबलडन 2004 में शीर्ष वरीयता प्राप्त रोजर फ़ेडरर का फाइनल मुक़ाबला दूसरी वरीयता प्राप्त एंडी रोडिक (Andy Roddick) के ख़िलाफ़ था।
पहली और दूसरी वरीयता प्राप्त खिलाड़ियों के बीच मुक़ाबले के साथ ही कई अन्य मायनों में भी इस मैच का टेनिस जगत में बड़ा महत्व था। 2005 के फ़्रेंच ओपन में रफ़ाएल नडाल (Rafael Nadal) के धमाकेदार प्रदर्शन से ठीक एक साल पहले, रोडिक के जबरदस्त खेल और हुनर को ध्यान में रखते हुए उन्हें फ़ेडरर के खिलाफ एक कांटे की टक्कर देने वाले खिलाड़ी के तौर पर देखा जा रहा था।
टेनिस कोर्ट पर एक जबरदस्त खिलाड़ी के ख़िलाफ़ उतरने के दौरान रोजर फ़ेडरर ने अपना शानदार खेल प्रदर्शन दिखाया। पहला सेट हारने के बावजूद स्विस दिग्गज ने कड़ा मुक़ाबला देते हुए शानदार वापसी की और 4-6, 7-5, 7-6(3), 6-4 से ख़िताब अपने नाम कर लिया।
रॉडिक ने प्रतियोगिता के बाद कहा, “मैंने उस पर किचन सिंक फेंका लेकिन उसने बाथरूम में जाकर अपना टब ढूंढ़ लिया।”
2005 विंबलडन – एक रीमैच और एक हैट्रिक
फ़ेडरर और रोडिक 2005 विंबलडन के फ़ाइनल में एक बार फिर एक-दूसरे के सामने होते हैं, लेकिन इस बार स्विस खिलाड़ी अमेरिकी दिग्गज के ख़िलाफ़ पिछली बार की तुलना में कुछ ज्यादा आक्रामक थे।
एक बड़े मंच पर शानदार प्रदर्शन के दौरान फ़ेडरर ने 6-2, 7-6 (2), 6-4 से रोडिक पर जीत हासिल करते हुए लगातार अपना तीसरा विंबलडन ख़िताब हासिल किया।
शायद उस समय रोडिक के घास के कोर्ट पर बनाए गए रिकॉर्ड के आंकड़े सबसे दिलचस्प थे।
2002 से उस समय तक अमेरिकी को घास के कोर्ट पर केवल तीन मैचों में हार मिली थी और ये सभी हार उन्हें फेडरर के ख़िलाफ़ विंबलडन 2003 सेमीफ़ाइनल और 2004 और 2005 फ़ाइनल में ऑल इंग्लैंड क्लब सेंटर-कोर्ट में मिली थीं।
हार के बाद रोडिक ने चुटकी लेते हुए कहा, “शायद मैं उसे अगली बार हराऊंगा।"
2006 विंबलडन - रफ़ाएल नडाल के ख़िलाफ़ मुक़ाबला
रफ़ाएल नडाल के इस बड़े मंच पर अपने शानदार प्रदर्शन से लोगों को प्रभावित करने के साथ ही टेनिस प्रशंसकों का ध्यान जल्द ही फ़ेडरर-रोडिक प्रतिद्वंद्विता की बजाए फ़ेडरर बनाम नडाल पर स्थानांतरित हो गया।
फ़ेंच ओपन 2006 में दोनों के बीच पहले बड़े फ़ाइनल में पहला सेट हारने के बावजूद स्पेनिश युवा खिलाड़ी शीर्ष पर रहे। कई महीनों के बाद एक बार फ़िर वैसा ही मुक़ाबला देखने को मिला और इस बार यह अवसर विंबलडन फ़ाइनल में घास के कोर्ट पर था।
फ़ाइनल मुक़ाबले तक पहुंचने से पहले नडाल ने अपनी पिछले सात मुक़ाबलों में से छह में फ़ेडरर को शिकस्त दी थी, लेकिन ये सभी मैच या तो मिट्टी के कोर्ट या हार्ड कोर्ट पर खेले गए थे। नडाल को यह अच्छी तरह पता था कि घास के कोर्ट पर स्विस दिग्गज को हराना काफ़ी मुश्किल होगा।
रोजर फ़ेडरर ने इस बात को सही भी साबित कर दिया और नडाल को 6-0, 7-6(5), 6-7(2), 6-3 से हराते हुए नडाल-फेडरर की कट्टर प्रतिद्वंद्विता की शुरुआत की।
भले ही फ़ेडरर ने मैच जीत लिया, लेकिन नडाल ने उन्हें कोर्ट पर कड़ी टक्कर दी और यह नतीजा बहुत अलग भी हो सकता था अगर स्पेनिश दिग्गज ने दूसरे सेट को 5-4 से जीतने के लिए अपनी बेहतरीन सर्विस का सहारा न लिया होता।
फ़ेडरर ने स्वीकार किया, “यह बहुत ही कड़ा मुक़ाबला था और मैं अंत में बुरी तरह से घबरा रहा था।”
2007 विंबलडन - ब्योर्न बोर्ग के रिकॉर्ड की बराबरी
फ़ेडरर-नडाल प्रतिद्वंद्विता के शुरू होने के अगले कुछ ही महीनों बाद दोनों खिलाड़ी 2007 विंबलडन फ़ाइनल में पहुंचे। नडाल ने फ़ेडरर को फ़िर से कई बार कड़ी टक्कर देते हुए पीछे धकेला, यहां तक कि पिछले साल की तुलना में ग्रैंड फ़िनाले में भी वह उनपर हावी होते हुए नज़र आए।
पांच-सेट के अद्भुत मैराथन में फ़ेडरर ने अंततः 7-6(7), 4-6, 7-6(3), 2-6, 6-2 के स्कोर से जीत हासिल की और अंत में उनका अनुभव कारगर साबित हुआ।
हालांकि, इसके साथ ही फ़ेडरर ने लगातार पांच विंबलडन ख़िताब जीतने वाले दिग्गज ब्योर्न बोर्ग (Björn Borg) के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली। संयोग से उस दिन स्वीडन का यह दिग्गज खिलाड़ी रॉयल बॉक्स में ही मौजूद था।
2009 विंबलडन - एक पुराने कट्टर प्रतिद्वंद्वी का सामना
मौजूदा चैंपियन नडाल के 2009 विंबलडन से अपना नाम वापस लेने के साथ ही रोजर फे़डरर को स्पेन के दिग्गज को शिकस्त देने के लिए अभी थोड़ा और इंतज़ार करने की जरूरत थी, लेकिन फ़ाइनल में उन्होंने अपने पुराने प्रतिद्वंद्वी एंडी रोडिक का सामना किया।
कुछ महीने पहले ही अपनी पहली फ़्रेंच ओपन जीत के साथ अपना करियर ग्रैंड स्लैम पूरा करने के बाद फे़डरर ने रोडिक के ख़िलाफ़ अपना छठा विंबलडन ख़िताब जीतने के लिए उन्हें कड़ी टक्कर दी।
स्विस दिग्गज ने रोडिक को 5-7, 7-6, 7-6, 3-6, 16-14 से करारी शिकस्त दी।
मैच जीतने वाले अद्भुत प्रदर्शन के साथ ही रोजर फेडरर ने पीट सम्प्रास के 15 ग्रैंड स्लैम खिताब के रिकॉर्ड की भी बराबरी कर ली।
2012 विंबलडन - संदेह करने वालों को गलत साबित किया
2010 ऑस्ट्रेलियन ओपन जीतने के बाद रोजर फ़ेडरर फिर से फॉर्म में लौटते हुए नज़र आए। लेकिन 2011 में स्विस टेनिस दिग्गज एक भी ग्रैंड स्लैम जीतने में असफल रहे। यह कुछ ऐसा था जो 2003 के बाद पहली बार देखने को मिला था।
2011 में 30 की उम्र पार कर चुके स्विस दिग्गज के लिए लोगों को इस बात की चिंता होने लगी थी कि कहीं उनका दौर चला तो नहीं गया और उस दौरान नोवाक जोकोविच (Novak Djokovic) के ऊपर चढ़ने का सफ़र बस शुरू ही हुआ था।
हालांकि, रोजर फे़डरर के पास उनपर संदेह करने वाले लोगों को गलत साबित करने के लिए विंबलडन से बेहतर और कोई दूसरा मंच नहीं हो सकता था?
साल 2012 में फे़डरर ने सेमीफ़ाइनल में जोकोविच को हराकर एंडी मरे (Andy Murray) के साथ फ़ाइनल मुक़ाबले में जगह बनाई। ब्रिटेन का यह टेनिस खिलाड़ी पहला सेट जीत गया, लेकिन रोजर फे़डरर ने 4-6, 7-5, 6-3, 6-4 से मैच जीतने के लिए शानदार वापसी की।
इस जीत के साथ ही उन्होंने विंबलडन इतिहास में सात ख़िताब जीतने वाले सबसे सफल पुरुष खिलाड़ी सैम्प्रास और रेनशॉ (पूर्व-ओपन युग) की बराबरी कर ली थी।
2017 विंबलडन – फे़डरर बने विंबलडन के नए ‘किंग’
हालांकि, विंबलडन का 'किंग' बनने के लिए फे़डरर को पांच साल का लम्बा इंतज़ार करना पड़ा। 2014 और 2015 के फ़ाइनल में जोकोविच से हारने के बाद फे़डरर को अपना आठवां ख़िताब जीतने के लिए एक साल और प्रतीक्षा करनी पड़ी।
लेकिन यह केवल समय की ही बात थी और 16 जुलाई, 2017 को सच्चाई लोगों के सामने आ गई थी और ऐसा लग रहा था मानो भाग्य के हाथों ही यह सारा लेखा-जोखा तैयार किया गया था।
फे़डरर ने एक भी सेट हारे बिना 6-3, 6-1, 6-4 से सीधे सेटों में क्रोएशिया के मारिन सिलिक को हराते हुए रिकॉर्ड आठवीं विंबलडन ख़िताब अपने नाम कर लिया।
उन्होंने कहा, “नोवाक से हारने के बाद मुझे कुछ कड़े मुक़ाबलों का सामना करना पड़ा। मैंने अपने विश्वास को बनाए रखा और अपने सपने को जिंदा रखा और आज मैं अपने आठवें खिताब के साथ हूं। यह बहुत अच्छा है। यह एक बेहद खास कोर्ट है।”
विंबलडन में अपने आठ ख़िताबों के अलावा रोजर फ़ेडरर चार अन्य बार फ़ाइनल में पहुंचे हैं - 2008 में नडाल के ख़िलाफ़ और 2014, 2015 और 2019 में जोकोविच के ख़िलाफ़ वह फ़ाइनल में थे।
विंबलडन 2021 में पोलैंड के ह्यूबर्ट हर्कज़ से क्वार्टर-फ़ाइनल हार ग्रैंड स्लैम में रोजर फ़ेडरर की अंतिम उपस्थिति साबित हुई, जिसके बाद स्विस दिग्गज ने साल 2022 में पेशेवर टेनिस से संन्यास की घोषणा की।