• ओलंपिक डेब्यू
    बर्लिन 1936
  • सर्वाधिक स्वर्ण पदक
    Birgit Fischer-Schmidt (GER)
और अधिक जानकारी

हिस्ट्री ऑफ

कैनो स्प्रिंट

कैनो स्प्रिंट क्या है?

कैनो स्प्रिंट में प्रतियोगी के द्वारा फ्लैटवाटर कोर्स पर 200 और 1000 मीटर के बीच की दूरी पर रेस की प्रतिस्पर्धा की जाती है।

इस खेल में दो प्रकार की नाव इस्तेमाल की जाती हैं: पहला कैनो होता है जिसे हिंदी में डोंगी भी कहा जाता है। डोंगी या कैनो एक ख़ास प्रकार की नाव होती है जो लंबी, संकरी और काफ़ी हल्की होती है। कैनो के साथ एथलीट को नीलिंग (घुटनों के बल) पोज़ीशन में बांधा जाता है और वे एक चप्पू (सिंगल-ब्लेड पैडल) के प्रयोग से नाव को आगे बढ़ाते हैं।

वहीं, दूसरे प्रकार की नाव को कायक कहते हैं जिसमें डबल ब्लेडेड पैडल (चप्पू) होते हैं। इसमें एथलीट बैठकर दो चप्पूओं का इस्तेमाल करते हुए रेस में हिस्सा लेते हैं।

कैनो स्प्रिंट स्पॉटलाइट

Best of Paris 2024

Olympic Channel

पिछले इवेंट्स को खोजिए और उनका आनंद लीजिए, ओलंपिक चैनल पर कैनो स्प्रिंट से जुड़े ओरिजिनल फिल्म और सीरीज देखिए