मंगलवार को वूमेंस डबल्स के क्वार्टर फाइनल में मनिका बत्रा और अर्चना कामत को हार का सामना करना पड़ा। इसके साथ ही WTT ग्रैंड स्मैश सिंगापुर 2022 में भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ियों की चुनौती खत्म हो गई।
राउंड ऑफ 32 में मनिका बत्रा और अर्चना कामत को बाई मिला था। इसके बाद उन्होंने राउंड ऑफ 16 में सिंगापुर की गोई रुई शुआन और वोंग शिन रु को 3-2 से हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई, जहां उनका मुकाबला जापान की दूसरी वरीयता प्राप्त हिना हयात और मीमा इतो से हुआ।
दो बार की वर्ल्ड चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता हयात और इतो के खिलाफ, भारतीय टेबल टेनिस जोड़ी ने चुनौती तो पेश की लेकिन उन्हें 3-0 (11-7, 11-4, 11-8) से हार का सामना करना पड़ा।
सिंगापर मीट में बत्रा और कामत भारत की ओर से आखिरी उम्मीद थीं।
मनिका बत्रा सिंगल्स प्रतिस्पर्धा के पहले राउंड में ही हारकर बाहर हो गईं थीं। इसके बाद उन्होंने साथियान गणानाशेखरन के साथ मिक्स्ड डबल्स के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई लेकिन वहां भी जीत दर्ज करने में असफल रहीं।
मेंस सिंगल्स में जी साथियान दूसरे राउंड तक पहुंचने में कामयाब रहे, जबकि शरत कमल पहले ही राउंड में हारकर बाहर हो गए। साथियान और कमल मेंस डबल्स के राउंड ऑफ 16 तक भी नहीं पहुंच सके थे।
क्वालीफिकेशन के जरिए वूमेंस सिंगल्स के मुख्य ड्रॉ में जगह बनाने वाली अहिका मुखर्जी पहले राउंड के बाद बाहर हो गईं थीं।
इस साल से शुरू होने वाला ग्रैंड स्मैश, टेनिस में ग्रैंड स्लैम की तरह - वार्षिक कैलेंडर में उच्च स्तरीय टेबल टेनिस इवेंट है।
इसके अंतर्गत अलग-अलग शहरों में हर साल कुल चार ग्रैंड स्मैश आयोजित किए जाएंगे। पहले ग्रैंड स्मैश की मेजबानी के लिए सिंगापुर को चुना गया था, जिसका समापन रविवार को होगा।