भारतीय पुरुष टीम शुक्रवार को 5-8 प्लेऑफ में जर्मनी को 2-0 से हराने के बाद विश्व स्क्वैश टीम चैंपियनशिप 2024 में पांचवें स्थान के लिए मेजबान हांगकांग चीन का सामना करेगी।
इस बीच, भारतीय महिला अपने 5-8 स्थान के प्लेऑफ में सात बार की चैंपियन इंग्लैंड से 3-0 से हारने के बाद टूर्नामेंट में केवल सातवें या आठवें स्थान पर रह सकती है। वे शनिवार को प्रतियोगिता के अपने अंतिम मैच में फ्रांस का सामना करेंगे।
भारतीय पुरुष और महिलाएं गुरुवार को अपने क्वार्टरफाइनल मुकाबलों में क्रमशः फ्रांस और संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएसए) से हारने के बाद 5-8 स्थान के प्लेऑफ में प्रवेश कर गए थे।
गुरुवार को पुरुषों के मैच में, स्क्वैश विश्व रैंकिंग में 45वें स्थान पर काबिज वेलावन सेंथिलकुमार ने पूर्व विश्व नंबर 1 और दो बार के विश्व चैंपियनशिप कांस्य पदक विजेता जर्मन दिग्गज साइमन रोस्नर को 3-2 (8-11, 11-1, 11-8, 4-11, 11-7) से हराकर भारत को 2-0 से जीत दिलाई।
इसके बाद विश्व नंबर 54 अभय सिंह ने 47 मिनट तक चले करीबी मुकाबले में 33वें स्थान पर काबिज राफेल कंदरा को 3-2 (11-3, 8-11, 11-7, 5-11, 12-10) से हराकर भारत की 2-0 से जीत सुनिश्चित की।
इससे पहले दिन में, भारत की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग वाली महिला एकल खिलाड़ी आकांक्षा सालुंखे, जो विश्व में 70वें स्थान पर हैं, 20वें स्थान पर रहने वाली जैस्मीन हटन के खिलाफ 3-0 (11-7, 11-7, 11-6) से हार गईं।
विश्व में 95वें स्थान पर रहने वाली 16 वर्षीय अनाहत सिंह ने सारा-जेन पेरी के खिलाफ शानदार खेल दिखाई, लेकिन विश्व में 19वें स्थान पर रहने वाली सारा ने अंततः भारतीय स्क्वैश खिलाड़ी के लिए बहुत मजबूत प्रतिद्वंद्वी साबित हुई।
अंजलि सेमवाल ने लूसी टुरमेल के खिलाफ अपने मैच के बीच में ही खेल छोड़ दिया, जिससे विश्व में चौथे स्थान पर रहने वाली इंग्लैंड की टीम को टाई में 3-0 से जीत मिली।
भारत ने विश्व स्क्वैश टीम चैंपियनशिप में कभी कोई पदक नहीं जीता है।