वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2022 में भारतीय एथलीटों के परिणाम
भारत ने अब विश्व चैंपियनशिप में दो पदक अपने नाम किए हैं। अंजू बॉबी जॉर्ज ने 2003 में लॉन्ग जंप में कांस्य और 2022 में नीरज चोपड़ा ने जैवलिन थ्रो में रजत पदक जीता।
अमेरिका के ओरेगन में 15 जुलाई से हुए वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2022 में प्रतिस्पर्धा कर रहे भारतीय दल के लिए काफी सकारात्मक प्रभाव रहे।
पुरुषों की जैवलिन थ्रो में नीरज चोपड़ा ने ओरेगन 2022 में भारत के लिए रजत पदक जीता। टोक्यो ओलंपिक चैंपियन ने आखिरकार विश्व चैंपियनशिप में भारत के 19 साल के लंबे इंतजार को समाप्त कर दिया।
यह न केवल विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत का पहला रजत पदक था, बल्कि पेरिस 2003 में महिलाओं की लॉन्ग जंप में अंजू बॉबी जॉर्ज के कांस्य के बाद विश्व स्तर पर देश का दूसरा पोडियम फिनिश भी था।
नीरज चोपड़ा के हमवतन रोहित यादव ने भी पुरुषों की जैवलिन थ्रो के फाइनल में जगह बनाई और 10वें स्थान पर रहे।
विश्व एथलेटिक्स मीट में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले 22 एथलीटों - 18 पुरुषों और चार महिलाओं में, एल्धोस पॉल भी विश्व चैंपियनशिप में ट्रिपल जंप फाइनल में जगह बनाने वाले पहले भारतीय बने। वह फाइनल में नौवें स्थान पर रहे।
राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक मुरली श्रीशंकर पुरुषों की लॉन्ग जंप के फाइनल में 7वें स्थान पर रहे, जबकि अन्नू रानी महिलाओं की जैवलिन थ्रो के फाइनल में जगह बनाई। वहीं, अविनाश साबले पुरुषों की 3000 मीटर स्टीपलचेज में चुनौतीपूर्ण आउटिंग करते हुए फाइनल में 11वें स्थान पर रहे।
पारुल चौधरी (महिलाओं की 3000 मीटर स्टीपलचेज) और एमपी जाबिर (पुरुषों की 400 मीटर हर्डल रेस) अपनी-अपनी हीट से आगे नहीं बढ़ सके। वहीं लॉन्ग जंप एथलीट जेसविन एल्ड्रिन और मोहम्मद अनीस याहिया भी क्वालिफिकेशन राउंड से बाहर हो गए।
इस बीच, रेस वॉकर संदीप कुमार और प्रियंका गोस्वामी ने अपनी-अपनी स्पर्धाओं में पहले दिन फाइनल में चुनौतीपूर्ण प्रदर्शन किया। जबकि शॉट पुटर तजिंदरपाल सिंह तूर को कुछ दिनों पहले ट्रेनिंग के दौरान लगी चोट की वजह से प्रतियोगिता से बाहर होना पड़ा था।
यहां जानें भारतीय एथलीटों ने अब तक कैसा प्रदर्शन किया है।