महिला राष्ट्रीय मुक्केबाजी चैंपियनशिप: पूजा रानी और निकहत जरीन ने जीते स्वर्ण पदक
टोक्यो ओलंपियन पूजा रानी ने 81 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीता जबकि निकहत जरीन 53 किग्रा वर्ग में सोना जीतने में सफल रहीं।
बुधवार को हरियाणा के हिसार में चल रहे महिला राष्ट्रीय मुक्केबाजी चैंपियनशिप 2021 में भारतीय मुक्केबाज पूजा रानी और निकहत जरीन ने स्वर्ण पदक जीता।
दो बार की एशियाई चैंपियन और टोक्यो ओलंपियन पूजा रानी ने लाइट हैवीवेट डिवीजन (81 किग्रा) में स्वर्ण पदक जीता, जबकि निकहत जरीन ने फ्लाईवेट वर्ग (52 किग्रा) में पोडियम पर शीर्ष स्थान हासिल किया। हिसार के सेंट जोसेफ इंटरनेशनल स्कूल में नेशनल मीट का आयोजन किया गया।
हरियाणा की पूजा रानी ने रेलवे स्पोर्ट्स प्रमोशन बोर्ड (आरएसपीबी) की नूपुर को फाइनल में तीनों राउंड में हराकर सर्वसम्मति से मुक़ाबला जीता।
पूजा रानी और सिमरनजीत कौर सिर्फ दो टोक्यो ओलंपियन थीं, जो इस प्रतियोगिता में भाग ले रही थीं। टोक्यो 2020 की कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन और भारतीय मुक्केबाजी की दिग्गज मैरी कॉम ने इस आयोजन से अपना नाम वापस ले लिया था।
इस साल के ग्रीष्मकालीन खेलों के बाद से ये उनका पहला आयोजन था, जहां सिमरनजीत कौर 60 किग्रा स्पर्धा के सेमीफाइनल में हार गईं, तो पूजा रानी ने स्वर्ण पदक जीता।
दूसरी ओर तेलंगाना की निकहत जरीन फाइनल मुक़ाबले में हरियाणा की मिनाक्षी को हराने में कामयाब रहीं, उन्होंने 4-1 के स्प्लिट डीसिजन से मुकाबला जीत लिया। निकहत पिछली राष्ट्रीय प्रतियोगिता में उपविजेता रही थी।
इसके साथ ही निकहत जरीन को टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्ठ मुक्केबाज भी चुना गया।
हालांकि, सेमीफाइनल में सिमरनजीत कौर को हराने वाली जैस्मिन अपनी जीत का सिलसिला जारी नहीं रख सकीं और एक करीबी फाइनल में आरएसपीबी की मीना रानी से हार गईं। पूर्व राष्ट्रीय चैंपियन मीना रानी ने बाउट 3-2 से जीत लिया।
2016 की विश्व रजत पदक विजेता आरएसपीबी की सोनिया लाठेर ने 57 किग्रा में अपनी टीम के लिए एक और स्वर्ण पदक जीता, जबकि राजस्थान की युवा विश्व चैंपियन अरुंधति चौधरी ने 70 किग्रा में स्वर्ण जीता।
अंतिम दिन नीतू (48 किग्रा), अनामिका (50 किग्रा), शिक्षा (54 किग्रा), परवीन (63 किग्रा), अंजलि तुशीर (66 किग्रा), स्वीटी बूरा (75 किग्रा) और नंदिनी (+81 किग्रा) अन्य स्वर्ण पदक विजेता रहीं।
टूर्नामेंट के अंत में आरएसपीबी शीर्ष पर रहा, उसने 12 में से पांच स्वर्ण पदक जीते, उसके बाद चार स्वर्ण पदकों के साथ हरियाणा दूसरे स्थान पर स्थान रहा।
प्रत्येक भार वर्ग के शीर्ष दो मुक्केबाज अब आगामी राष्ट्रीय कोचिंग शिविर में प्रशिक्षण लेंगे।
प्रत्येक श्रेणी में शिविर के लिए शेष दो नामों का चयन सेलेक्शन ट्रायल में प्रदर्शन के आधार पर किया जाएगा, जो कि नेशनल के ठीक बाद आयोजित होगा।