महिला FIH नेशंस कप: गुरतीज कौर के एकमात्र गोल की बदौलत भारत ने स्पेन को हराकर जीता ख़िताब

भारत की ओर से एकमात्र गोल गुरजीत कौर ने किया जबकि स्पेन की टीम खाता भी नहीं खोल सकी।

3 मिनटद्वारा रौशन कुमार
Indian women's hockey team
(Hockey India)

भारतीय महिला हॉकी टीम ने शनिवार को स्पेन के वालेंसिया में महिला FIH नेशंस कप 2022 के फ़ाइनल मुक़ाबले में मेजबान टीम को 1-0 से हराकर ख़िताब अपने नाम किया।

बता दें भारतीय महिला टीम ने इस प्रतियोगिता को जीतकर FIH वूमेंस हॉकी प्रो लीग 2023-24 के लिए जगह बना ली है।

भारत की ओर से एकमात्र गोल गुरजीत कौर ने खेल के छठे मिनट में किया जबकि स्पेन की टीम खाता भी खोल नहीं सकी।

सविता पुनिया की अगुवाई वाली भारतीय महिला टीम ने फ़ाइनल मुक़ाबले की जबरदस्त शुरुआत की। खेल के छठे मिनट में ही टीम इंडिया की जर्सी नंबर 2 गुरजीत कौर ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील कर ख़िताबी मुक़ाबले में टीम का खाता खोला।

खेल के पहले 15 मिनट में ही वूमेन इन ब्लू ने यह दिखा दिया की वह इस मैच को जीत कर ख़िताब को अपने नाम करना चाहती है।

पहले क्वार्टर के अंत तक विश्व हॉकी रैंकिंग में आठवें स्थान पर काब़िज भारतीय टीम ने मेज़बान टीम को पूरी तरह से बांधे रखा।

खेल के दूसरे क्वार्टर में भी भारतीय खिलाड़ियों ने अपना दबदबा कायम रखा और मैच के 18वें मिनट में एक और पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया। हालांकि इस बार गुरजीत इस मौके को भुनाने में असफल रहीं। इसके बाद खेल के 22वें मिनट में स्पेन की टीम ने पलटवार करते हुए पेनल्टी कॉर्नर जीता लेकिन भारत की मज़बूत डिफ़ेंस ने उनके मौके को नाकाम कर दिया।

पहले क्वार्टर में जहां भारतीय स्ट्राइकरों का जलवा देखने मिला था तो वहीं दूसरे क्वार्टर में वूमेन इन ब्लू की डिफ़ेंस ने अपना काम बखूबी निभाया।

स्पेन की टीम के लिए तीसरा क्वार्टर काफी अहम होने वाला था। अगर वह इस ख़िताबी भिड़ंत में वापसी करना चाहती हैं तो उन्हें हर हाल में इस क्वार्टर में बराबरी करना पड़ता लेकिन भारतीय खिलाड़ियों को यह मंजूर नहीं था।

दूसरे हाफ़ की शुरुआत में स्पेन ने आक्रामक खेल का मुज़ाहिरा पेश किया लेकिन भारतीय महिलाओं के सामने वह ज्यादा देर तक अपने इस शैली को बरकरार नहीं रख सकी।

खेल के 32वें मिनट में टीम इंडिया ने एक और पेनल्टी हासिल किया। लेकिन इस बार स्पेन की गोलकीपर ने गुरजीत के ड्रैग फ़्लिक को नाकाम कर दिया।

इसके बाद स्पेन के स्ट्राइकरों ने भी भारतीय डी में प्रवेश कर अटैक की लेकिन भारतीय कप्तान और गोलकीपर सविता पुनिया ने जबरदस्त डिफ़ेंस कर विपक्षी गोल के प्रयास को असफल कर दिया।

खेल अब अपने अंतिम क्वार्टर में पहुंच चुका था, दोनों टीमें इस मैच को जीत कर इतिहास का पात्र बनना चाहती थीं।

स्पेन ने खेल में वापसी करने का जरूर प्रयास किया लेकिन भारतीय खिलाड़ियों ने उनकी इस मंशा को पूरा नहीं होने दिया और खेल का चौथा और आख़िरी क्वार्टर गोलरहित रहा। इसी के साथ भारतीय टीम ने इतिहास रचते हुए ट्राफ़ी अपने नाम कर लिया।

बता दें कि भारतीय महिला हॉकी टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए इस प्रतियोगिता का हर मुक़ाबला अपने नाम किया।

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