सैंटा के शहर में क्रिसमस के समय एक ओलंपिक खिलाड़ी कैसे करता है अभ्यास?
फ़िनलैंड की क्रॉस कंट्री स्कीयर Johanna Matintalo आर्कटिक वृत्त में स्थिति रोवानियेमी में रहती और अभ्यास करती हैं। Olympics.com ने उनसे पूछा कि सैंटा के शहर में रहने वाले खिलाड़ी के लिए क्रिसमस के समय अभ्यास करना और रहना कैसा होता है।
सैंटा क्लॉस फुटबॉल क्लब के खिलाड़ी इस समय बहुत ही अच्छी मनोदशा में हैं और फ़िनलैंड के रोवानियेमी शहर में बसी अथवा स्थित इस टीम का मंत्र 'विश्वास कभी कम न हो' है। इस क्लब के खिलाड़ी अपने मैदान में खेले जाने वाले मुकाबलों में लाल और सफ़ेद रंग की पोशाक पहनते हैं जबकि दूसरी टीमों के स्टेडियम में खेलते हुए हरे और सफ़ेद कपड़ों में नज़र आते हैं।
एक कथा के अनुसार इस क्लब की स्थापना उस दिन हुई थी जब सैंटा के काल्पनिक बौने उपहारों का काम करने के बाद एक चमड़े की फुटबॉल से खेल रहे थे। यह कोई हैरानी की बात नहीं है कि सैंटा अपने साथियों अथवा सहकर्मियों को खेलने का प्रोत्साहन देते हैं क्योंकि उनका सबसे बड़ा लक्ष्य छोटे बच्चों का कल्याण देखना है। इसके साथ ही सैंटा बड़े बुज़ुर्गों को दयावान होने की सलाह देते हैं।
साल 2017 में एक दिन सैंटा क्लॉस फुटबॉल क्लब चीन की एक टीम के विरुद्ध क्रिसमस से एक दिन पहले एक मैच खेलने बीजिंग गयी थी। जर्मनी के Ralf Wunderlich और सैंटा क्लॉस के संरक्षण में खेलने वाली इस टीम ने वह मैच एक गोल से जीत लिया। उसके अगले वर्ष उन्होंने एक और मुकाबले में भाग लिया जिसमे इटली के पूर्व सितारे Alessandro Del Piero और इंग्लैंड के महान खिलाड़ी Michael Owen भी शामिल थे।
सैंटा इस बात को सुनिश्चित करते हैं कि वह अपनी टीम के हर सीज़न का पहला मैच ज़रूर देखें। जब वह अपनी टीम से बात करते हैं तो खिलाड़ियों को प्रेरित करना उनका लक्ष्य होता है क्योंकि उनकी टीम फ़िनलैंड के छठे वर्ग में खेलती है। अपनी टीम की सफलता के लिए सैंटा खिलाड़ियों से लगातार संपर्क में रहते हैं और उनका प्रोत्साहन करते हैं।
शीतकालीन वंडरलैंड
जब सैंटा कुछ ज़्यादा ही खा लेते हैं और उन्हें थोड़ी व्यायाम की ज़रुरत पड़ती है तो वह सैंटास्पोर्ट जाते हैं। यह स्थानीय खेल संस्थान फ़िनलैंड के 11 खेल केंद्रों में से एक है और इसके अलावा ओलंपिक अभ्यास केंद्र रोवानियेमी जैसे पूरे देश में सिर्फ छह हैं। यह सारे केंद्र शहर में खेल विकास को बढ़ावा देने के साथ खिलाड़ियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं।
इस ओलंपिक केंद्र में खिलाड़ियों के कल्याण, शारीरिक स्वास्थ्य और शिक्षा पर ध्यान दिया जाता है और यहां अभ्यास करने वाले खिलाड़ियों में से एक शीतकालीन ओलंपिक क्रॉस कंट्री स्कीयर Johanna Matintalo हैं।
दक्षिण फ़िनलैंड में स्थित एक शहर को छोड़ कर Matintalo 2015 में रोवानियेमी आ गयी थी और इसके पीछे का कारण वहां का मौसम है। भारी बर्फ़बारी के कारण उन्हें सहायता मिली और Matintalo का निर्णय सही साबित हुआ क्योंकि उन्होंने 2018 प्योंगचांग खेलों में भाग लिया और ऐसा करते समय उनकी आयु सिर्फ 21 वर्ष थी।
Matintalo को साल इस भाग में जिम के अंदर बहुत सारे नए लोग दिखाई देते हैं और उनमे से कई ऐसे होते हैं जो नए साल से पहले व्यायाम को गंभीरता से लेना चाहते हैं। जब उन्होंने वहां सैंटा को देखा तो Matintalo को हैरानी ज़रूर हुई और उन्होंने olympics.com को इस बारे में बताया।
"मैं कल सुबह जिम में व्यायाम कर रही थी और मैंने सैंटा क्लॉस को भी वही करते हुए देखा और मुझे बहुत मज़ा आया।"
यह समय Matintalo के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि इस समय विश्व कप अथवा ओलंपिक खेलों में क्वालीफाई करने के लिए आयोजित प्रतियोगिताएं चल रही हैं। वहीं दूसरी ओर पूरे विश्व में अवकाश और ख़ुशी का वातावरण है।
"यह मेरे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण समय है और इस वजह से हो सकता है कि मुझे बाकी लोगों को आराम करते और क्रिसमस मनाते हुए देख थोड़ी ईर्ष्या हो रही है। खेलने में मुझे मज़ा आ रहा है क्योंकि यह मेरा जीवन है लेकिन कभी कभी मेरा मन करता है कि अभ्यास छोड़ कर बस आराम करूँ और बर्फ में खेलूं।"
बर्फ के बीच में अभ्यास
Matintalo को पता है कि वह किस वातावरण में अभ्यास कर रही हैं और उनके चारों ओर क्रिसमस पेड़ होने के साथ कई ऐसी प्राकृतिक चीज़ें हैं जो विश्व में बहुत कम स्थानों पर देखने को मिलती हैं।
साल के इस समय जहां वहां उपस्थित हैं, उस स्थान पर रौशनी बहुत कम होती है और वह जब अभ्यास शुरू करती हैं तो Matintalo को सर के ऊपर टोर्च लगानी पड़ती है।
हालांकि उन्हें बहुत ज़्यादा अँधेरा देखने को मिलता है, उत्तरी प्रकाश के भव्य अनुभव से सब बराबर हो जाता है। यह अनुभव बहुत कम लोगों को होता है और ऐसे नज़ारे में अभ्यास करने का मज़ा ही कुछ और है।
Matintalo ने बताया, "जब आपको उत्तरी प्रकाश दिखता हैं तो बहुत गहरा अँधेरा होता है। अगर आप यहां न आएं तो आपको इस बात का अंदाज़ा नहीं होगा की कितना अँधेरा होता है।"
उत्तरी प्रकाश के एक और प्रेमी अथवा प्रशंसक सैंटा क्लॉस हैं। अपने खाली समय में वह जंगलों में भ्रमण करना, आग जलाना और तारों को देखना पसंद करते हैं। उन्होंने साल 2018 के प्योंगचांग शीतकालीन पैरालंपिक खेल छुट्टी ले कर देखे थे।
उन्होंने बताया, "मैं इसलिए आया क्योंकि मुझे विश्व के विभिन्न लोगों अथवा खिलाड़ियों से मिलना चाहता था और उनका प्रोत्साहन करने की मेरी इच्छा थी। जीत एक ही खिलाड़ी की होती है लेकिन सब खुश ज़रूर होंगे।"