फ्रांस ने ऐतिहासिक हैंडबॉल प्रतियोगिता के बाद टोक्यो 2020 ओलंपिक खेलों में मेंस और वूमेंस के गोल्ड मेडल जीते।
टोक्यो 2020 फाइनल में रियो 2016 फाइनल वाला नजारा देखने को मिला, ऐसा पहली बार ऐसा हुआ है - लेकिन ओलंपिक डेजा वू वहां समाप्त हुआ।
फ्रांस पांच साल पहले दोनों प्रतियोगिताओं में रजत पदक विजेता था, लेकिन जापान में उन्होंने पोडियम के टॉप पर जगह बनाई। मेंस टीम ने रिकॉर्ड तीसरा गोल्ड जीता, तो वूमेंस टीम पहली बार स्वर्ण पदक जीतने में सफल रही।
इसका मतलब G.O.A.T का यह तीसरा गोल्ड मेडल था। मेंस प्रतियोगिता में निकोला कराबेटिक ने अगली पीढ़ी के सितारों नेदिम रेमिली, डिका मेम और ह्यूगो डेसकैट के साथ मिलकर जबरदस्त प्रदर्शन किया।
फ्रांस की महिलाओं ने भी इस बार गजब का प्रदर्शन किया और गोल्ड जीतकर अपनी ही एक कहानी लिखी। इस टीम का नेतृत्व 20 साल की खिलाड़ी पॉलेट्टा फोपा ने किया, जिन्होंने टोक्यो में 42 शॉट्स से 34 गोल किए।
फाइनल में एलीसन पिनौ और गोलकीपर क्लियोपेट्रे डार्लेक्स ने भी अपने जीवन का सबसे बेहतरीन खेल दिखाया।
इसके अलावा भी कई टीमों और खिलाड़ियों ने अपने नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज करवाए। मिस्र और बहरीन जैसी गैर-यूरोपीय टीमों ने अच्छा प्रदर्शन कर सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा तो स्पेन के दिग्गज खिलाड़ी राउल एंट्रेरियोस ने अपने ओलंपिक के सपने को पूरा किया।
प्रतियोगिता के टॉप 5 पल, हाइलाइट्स पढ़ें और यहां आप मुफ्त और ऑन-डिमांड रिप्ले भी देख सकते हैं।
हाइलाइट्स
टोक्यो 2020 हैंडबॉल इवेंट के हाइलाइट्स और रिप्ले आप यहां देख सकते हैं: olympics.com/tokyo2020-replays
टोक्यो 2020 ओलंपिक से हैंडबॉल के टॉप 5 पल
1. कराबेटिक का संघर्ष
ओलंपिक शुरू होने से कुछ समय पहले तक 37 साल के निकोला कराबेटिक के लिए लग रहा था कि
एसीएल फ्रांस के टोटमिक सेंटर-बैक को पांचवें ओलंपिक से बाहर रहना पड़ सकता है। लेकिन अनुभवी खिलाड़ी ने ना केवल ओलंपिक में हिस्सा लिया बल्कि अपनी टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका भी निभाई।
कराबेटिक और फ्रांस रियो 2016 में डेनमार्क और हैनसेन से हार गए थे, इसके अलावा मिस्र वर्ल्ड्स के सेमीफाइनल में भी उन्हें हार मिली।
निकोला के भाई लुका कराबेटिक ने टोक्यो ओलंपिक फाइनल के बाद कहा, "पिछले कुछ वर्षों में हमेशा हमारे खेल में कमी थी, इसलिए मुझे लगता है कि हमारे पास अधूरा काम था। यह हमें और अधिक काम करने और अधिक मेहनत करने के लिए प्रेरित कर रहा था और इसी तरह हम सफल हुए।"
यह पूरी फ्रांसीसी टीम का प्रयास था क्योंकि उन्होंने फाइनल में निकलास लैंडिन के गोल पर लगातार हमला बोला, फ्रांस के 11 खिलाड़ियों ने डेनमार्क के 39 शॉट के जवाब में 50 शॉट लिए। ने
नेदिम रेमिली ने फाइनल में पांच अंक के साथ फ्रेंच स्कोरिंग चार्ट में शीर्ष स्थान हासिल किया, जबकि ह्यूगो डेसकट और डिका मेम ने तीन-तीन अंक हासिल किए।
लेकिन यह फ्रांस के अनुभवी खिलाड़ी कराबेटिक का कमाल था,जिसने टोन सेट किया, फाइनल में उनके मजबूत डिफेंस ने किसी तरह मॉन्स्टर मोड में मिकेल हैनसेन को रोकने में कामयाबी हासिल की। हैनसेन ने सेमीफाइनल में 12 गोल और फाइनल में नौ गोल किए।
कराबेटिक के प्रदर्शन और तीसरे स्वर्ण पदक ने फ्रांस के हैंडबॉल के G.O.A.T के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत करने में मदद की।
हालांकि हैनसेन के योगदान को कम नहीं माना जा सकता है। फाइनल में उनके द्वारा किए गए नौ गोल ने उन्हें 61 गोल के साथ टोक्यो 2020 का शीर्ष स्कोरर बना दिया। एक सिंगल ओलंपिक खेलों में मेंस हैंडबॉल में यह एक नया रिकॉर्ड था। इससे पहले यह रिकॉर्ड कोरिया गणराज्य के यूओएन क्यूंग-शिन के नाम था, जिन्होंने 2004 में एथेंस में 58 गोल किए।
एक खेल में दो G.O.A.T. हो सकते हैं, हो सकते हैं ना?
टोक्यो 2020 ओलंपिक में फ्रांस मेंस हैंडबॉल टीम का रिजल्ट: गोल्ड तक का सफऱ
यहां जानते है कि लेस एक्सपर्ट्स ने तीसरा स्वर्ण पदक कैसे जीता।
ग्रुप स्टेज
फ्रांस 33-27 अर्जेंटीना
फ्रांस 34-29 ब्राज़ील
फ्रांस 30-29 जर्मनी
फ्रांस 36-31 स्पेन
नॉर्वे 32-29 फ्रांस
क्वार्टर फाइनल
फ्रांस 42-28 बहरीन
सेमीफाइनल
फ्रांस 27-23 मिस्र
फाइनल
फ्रांस 25-23 डेनमार्क
टोक्यो 2020 ओलंपिक में डेनमार्क मेंस हैंडबॉल टीम का रिजल्ट: सिल्वर तक का सफऱ
ग्रुप स्टेज
डेनमार्क 47-30 जापान
डेनमार्क 32-27 मिस्र
डेनमार्क 31-21 बहरीन
डेनमार्क 34-28 पुर्तगाल
स्वीडन 33-30 डेनमार्क
क्वार्टर फाइनल
डेनमार्क 31-25 नॉर्वे
सेमीफाइनल
डेनमार्क -27-23 स्पेन
फाइनल
फ्रांस 25-23 डेनमार्क
2. फ्रांस वूमेंस टीम ने जीता पहला ओलंपिक खिताब
पांच साल पहले का वक्त याद करें। रूसी टीम की खिलाड़ी 22-19 की जीत के बाद पोडियम के टॉप पर पहुंचने की खुशी में रो रही थी लेकिन लेस ब्लेस का इरादा कुछ और ही था।
फ्रांस 30-25 की जीत डिजर्व करता था क्योंकि इस टीम ने सच में अच्छा प्रदर्शन किया था। फ्रांस की तरफ से पॉलेट्टा फोपा ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए 7 में से 7 का स्कोर बनाया।
एलीसन पिनो ने भी 7 गोल किए तो और गोलकीपर क्लियोपेट्रे डार्लेक्स ने 9 गोल बचाए। कोच ओलिवियर क्रुंभोल्ज़ द्वारा दिखाए गए विश्वास को उन्होंने सही साबित किया। जबकि ऑल-स्टार सेंटर-बैक ग्रेस ज़ादी पूरे समय मजबूत दिखी।
ROC के लिए स्वीडन से हारने से पहले ब्राजील के साथ एक शुरुआती मैच ड्रॉ होने के कारण लग रहा था कि इस बार टीम का सफर जल्दी ही खत्म हो जाएगा। लेकिन उन्होंने इसके बाद ना केवल अच्छी वापसी की बल्कि हंगरी, फ्रांस और स्पेन जैसी टीमों को हराकर सिल्वर मेडल हासिल कर लिया।
पोलीना वेदेखिना ने फाइनल में भी उसी तरह का प्रदर्शन किया, जैसा वह पूरे टूर्नामेंट में कर रही थी। खिताबी मुकाबले में भी उन्होंने 7 गोल किए। जबकि रियो की गोल्ड मेडलिस्ट डारिया दिमित्रिवा ने छह और अन्ना व्यखिरेवा ने चार गोल किए।
आरओसी ने खेलों के सबसे यादगार मैचों में से एक में सेमीफाइनल में यूरो 2020 चैंपियन नॉर्वे को हराकर अपना आत्मविश्वास बढ़ा लिया।
नोरा मोर्क ने 12 शॉट्स में से 10 गोल किए, लेकिन नॉर्वे के स्टार खिलाड़ी उस तरह का प्रदर्शन नहीं कर पाए जो उन्होंने यूरो 2020 में किया था। हेनी रेइस्टैड का स्कोर 2/6 और स्टाइन ओफ्टेडल 4/6 था। रियो स्वर्ण पदक विजेता अन्ना व्यखिएरेवा ने हालांकि अच्छा प्रदर्शन किया और 9 गोल करते हुए अपनी टीम की थोड़ी वापसी करवाई।
फाइनल में फ़्रांस अलग ही मूड में था और उन्होंने आरओसी को कोई मौका तक नहीं दिया।
टोक्यो 2020 ओलंपिक में फ्रेंच वूमेंस हैंडबॉल का रिजल्ट: गोल्ड तक का सफर
जानिए कि कैसे लेस ब्लेस ने अपना पहला स्वर्ण पदक कैसे जीता।F
ग्रुप स्टेज
फ्रांस 30-29 हंगरी
स्पेन 28-25 फ्रांस
फ्रांस 28-28 स्वीडन
आरओसी 28-27 फ्रांस
फ्रांस 29-22 ब्राजील
क्वार्टर फाइनल
फ्रांस 32-22 नीदरलैंड
सेमीफाइनल
फ्रांस 29-27 स्वीडन
फाइनल
फ्रांस 30-25 आरओसी
टोक्यो 2020 ओलंपिक में ROC वूमेंस हैंडबॉल का रिजल्ट: सिल्वर तक का सफर
रियो 2016 में स्वर्ण, टोक्यो में रजत, जानिए कि उनका सफर कैसा रहा:
ग्रुप स्टेज
आरओसी 24-24 ब्राजील
स्वीडन 36-24 आरओसी
आरओसी 38-31 हंगरी
आरओसी 28-27 फ्रांस
आरओसी 34-31 स्पेन
क्वार्टर फाइनल
आरओसी 32-26 मोंटेनेग्रो
सेमीफाइनल
आरओसी 27-26 नॉर्वे
फाइनल
फ्रांस 30-25 आरओसी
3. मिस्र, बहरीन ने हैंडबॉल में रचा इतिहास, किया बाकी दुनिया को प्रेरित
मिस्र के खिलाड़ियों ने टोक्यो में इतिहास के नए अध्याय की शुरुआत की। वह ओलंपिक सेमीफाइनल में जगह बनाने वाली पहली अफ्रीकी टीम बनी।
फिरौन ने सेमीफाइनल तक पहुंचने के लिए यूरोपीय पावरहाउस पुर्तगाल, स्वीडन और जर्मनी को हराया और वह पदक से केवल एक कदम दूर रह गए।.
इस स्वर्णिम पीढ़ी को ओलंपिक पोडियम पर जगह बनाने के लिए केवल 1 जीत की जरुरत थी। अगर वह ऐसा कर लेती तो 1988 में दक्षिण कोरिया के बाद उन ऊंचाइयों तक पहुंचने वाली पहली गैर-यूरोपीय टीम बन जाती
दुर्भाग्य से, मिस्र की सिंड्रेला की कहानी पोडियम पर समाप्त नहीं हुई। वह पदक जीतने से केवल एक कदम दूर रह गए, उन्हें सेमीफाइनल में स्वर्ण पदक विजेता फ्रांस से 27-23 से हार झेलनी पड़ी। इसके बाद वह कांस्य पदक मैच में स्पेन से हार गए।
हालांकि, मिस्र को खुद के प्रदर्शन पर गर्व होना चाहिए। याहिया उमर और येहिया एल्डेरा जैसे युवा सितारों ने अनुभवी अली ज़ीन और मो सनद के साथ मिलकर जो प्रदर्शन किया, वह अच्छे भविष्य की तरफ इशारा करता है। पेरिस 2024 ओलंपिक भी अब 3 साल दूर है।
बहरीन ने ओलंपिक में अपना पहला हैंडबॉल मैच जीतकर भी सुर्खियां बटोरीं, फिर उसके क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई। इस टीम का प्रदर्शन दिखाता है कि यूरोप से बाहर की टीमें भी अब इस खेल में अपना जलवा दिखाने लगी हैं।t
स्नूप डॉग और केविन हार्ट हैंडबॉल का मज़ा ले रहे हैं!,
4. नॉर्वे वूमेंस ने कांस्य पदक जीता
यूरो 2020 में खिताब जीतने के बाद नार्वे को फैंस गोल्ड मेडल का प्रबल दावेदार मान रहे थे। वैसे भी नॉर्वेजियन क्लब वाइपर्स ने मॉर्क और रीस्टैड द्वारा संचालित पहली बार चैंपियंस लीग जीती, जिसके बाद उनसे उम्मीद बढ़ना स्वभाविक थी।
लेकिन अंत में ऐसा नहीं हो सका। हालांकि नॉर्वे बीच बीच में वापसी करते हुए कांस्य पदक के मुकाबले तक पहुंचने में सफल रहा, जहां उनका सामना स्वीडन से हुआ। इससे पहले वह आरओसी से केवल 1 गोल से हारे थे।
36-19 की जीत में हमें एक बार फिर मॉर्क मास्टरक्लास दिखी क्योंकि उन्होंने अपने ओलंपिक टैली में 8 और गोल जोड़े। वहीं दूसरी तरफ कारी ब्रैटसेट डेल ने भी आठ गोल अपने नाम किए।
नॉर्वे की सुपरस्टार ने टोक्यो में 52/72 का स्कोर बनाया और प्रतियोगिता की वह शीर्ष स्कोरर रहीं। स्वेड्स अपने वूमेंस इतिहास में पहली बार पदक के लिए खेल रहे थे और उनका नेतृत्व
जेनी कार्लसन और जोहाना वेस्टबर्ग ने किया था। इस दौरान प्रत्येक में चार गोल किए लेकिन उनका ये प्रयास नाकाफी साबित हुआ। उन्हें उस पहले ओलंपिक पदक के लिए इंतजार करना होगा।
टोक्यो 2020 ओलंपिक में नॉर्वे वूमेंस हैंडबॉल रिजल्ट: कांस्य तक का सफर
रियो 2016 के बाद टोक्यो 2020 में भी कांस्य, जानिए उनका पूरा ओलंपिक सफर
ग्रुप स्टेज
नॉर्वे 39-27 कोरिया गणराज्य
नॉर्वे 30-21 अंगोला
नॉर्वे 35-23 मोंटेनेग्रो
नॉर्वे 29-27 नीदरलैंड
नॉर्वे 37-25 जापान
क्वार्टर फाइनल
नॉर्वे 26-22 हंगरी
सेमीफाइनल
आरओसी 27-26 नॉर्वे
कांस्य पदक मैच
नॉर्वे 36-19 स्वीडन
5. राउल एंट्रेरियोस ने शानदार अंदाज में किया करियर का अंत
हैंडबॉल के एक और महान खिलाड़ी स्पेन के राउल एंट्रेरियोस ने ओलंपिक पदक के लक्ष्य के साथ अपने करियर का अंत किया।
40 वर्षीय कप्तान ने लगातार मिस्र के खिलाफ लगातार स्कोर बनाया, एक समय स्कोर 32-31 था लेकिन उन्होंने स्पेन को एक अंक और दिला दिया, जिसकी वजह से स्पेन कांस्य पदक जीतने में सफल रहा।
अपने प्रदर्शन से दूसरे खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बनने वाले एंट्रेरियोस ने कहा कि "मैं इससे बेहतर अंत की कल्पना नहीं कर सकता था।"
उन्होंने 2005 में विश्व चैंपियनशिप, दो बार यूरो और दो ओलंपिक पदक जीते। इस दिग्गज ने बीजिंग 2008 में और टोक्यो 2020 में कांस्य पदक अपने नाम किया।
गोलकीपर गोंजालो पेरेज़ डी वर्गास ने मैच के बाद कहा, "वह अब तक के सबसे महान स्पेनिश खिलाड़ी हैं।"
आमतौर पर वह बहुत शांत खिलाड़ी हैं, अब इससे ज्यादा वह भी कुछ नहीं कह सके।
उन्हें इसकी जरूरत भी नहीं थी।
टोक्यो 2020 ओलंपिक में स्पेन मेंस हैंडबॉल के रिजल्ट: कांस्य तक का सफर
यह सेमीफाइनल में उनका निराशाजनक प्रदर्शन था लेकिन स्पेन के लिए कांस्य पदक की खुशी, यहां बताया गया है कि उन्होंने यह कैसे किया:
ग्रुप स्टेज
स्पेन 28-27 जर्मनी
स्पेन 28-27 नॉर्वे
स्पेन 32-25 ब्राजील
फ्रांस 36-31 स्पेन
स्पेन 36-27 अर्जेंटीना
क्वार्टर फाइनल
स्पेन 34-33 स्वीडन
सेमीफाइनल
डेनमार्क 27-23 स्पेन
कांस्य पदक मैच
स्पेन 33-31 मिस्र
सलाम पेरिस 2024
अब हम 2024 पेरिस ओलंपिक खेलों से केवल तीन साल दूर हैं, और भविष्य में देखने के लिए हमारे पास बहुत कुछ है।
टोक्यो में शानदार प्रदर्शन के बाद क्या हम कराबेटिक और हैनसेन को फिर शानदार प्रदर्शन करते हुए देख सकते हैं?
यह असंभव नहीं है, लेकिन खेल का भविष्य पहले से ही यहां है:
22 साल के डेन मथायस गिडसेल को प्रतियोगिता MVP नामित किया गया था और वहीं 23 वर्षीय मिस्र के राइट-बैक याहिया उमर, 24 वर्षीय रिंग विंग एलेक्स गोमेज़ के साथ साख 26 वर्षीय नेदिम रेमिली ने ऑल-स्टार टीम बनाई थी।
मिस्र पेरिस में फिर से पोडियम पर पहला स्थान हासिल करने की कोशिश करेगा, वहीं मौजूदा ओलंपिक चैंपियन फ्रांस को घरेलू प्रशंसकों के सामने रोकना मुश्किल होगा। उनकी मेंस और वूमेंस दोनों ही टीमों को शानदार सपोर्ट मिलेगा।
तो क्या नॉर्वे गोल्ड के लिए दूसरी टीमों को चुनौती दे सकता है। क्या आरओसी फाइनल में मिली हार से उबर पाएगा और मजबूत वापसी करेगा। फ्रांस की वूमेंस टीम क्या एक बार फिर कमाल कर पाएगी?
क्या नोरा मोर्क और स्टाइन ओफ्टेडल फिर से पेरिस में साथ नज़र आएंगे; क्या ऐलेना मिखाइलचें का वह प्रदर्शन दिखेगा, जिसके लिए वह जानी जाती है। क्या स्वीडन के प्रदर्शन में सुधार दिखेगा और क्या नीदरलैंड फिर से पोडियम पर अपनी जगह बना पाएगा।
यह सब जानने के लिए अब इंतजार नहीं हो रहा!