पेरिस ओलंपिक 2024: मीराबाई चानू का भार वर्ग बरकरार, जबकि जेरेमी लालरिनुंगा का भार वर्ग हटा

इंटरनेशनल वेटलिफ्टिंग फेडरेशन ने पेरिस 2024 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक के लिए वेटलिफ्टिंग डिवीजनों में बदलाव का प्रस्ताव दिया है।

3 मिनटद्वारा रौशन कुमार

पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए इंटरनेशनल वेटलिफ्टिंग फेडरेशन (IWF) ने भार वर्गों में बदलाव करने पर विचार किया है। ऐसे में भारतीय वेटलिफ्टर जेरेमी लालरिनुंगा को प्रतिस्पर्धा करने के लिए अपने भार वर्ग में बदलाव करना होगा।

भार वर्ग में हुए इन बदलाव से भारत के लिए टोक्यो ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतने वाली वेटलिफ्टर मीराबाई चानू के भार वर्ग में कोई असर नहीं पड़ेगा। वह 49 किग्रा महिला वर्ग में ही प्रतिस्पर्धा करेंगी।

IWF के मुताबिक टोक्यो 2020 ओलंपिक से सिर्फ चार भार वर्ग को ही बरकरार रखा जाएगा।

डिवीजनों में बदलाव के लिए IWF के ड्राफ्ट को जनरल काउंसिल से सहमति की आवश्यकता होगी। मंजूरी मिलने के बाद इसे अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) से मंजूरी के लिए भेजा जाएगा और फरवरी 2022 के अंत तक इस पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।

पेरिस 2024 गेम्स के लिए प्रस्तावित भार वर्ग में पुरुषों के लिए 61 किग्रा, 73 किग्रा, 89 किग्रा, 102 किग्रा और +102 किग्रा। वहीं महिलाओं के लिए 49 किग्रा, 59 किग्रा, 71 किग्रा, 81 किग्रा और +81 किग्रा भार वर्ग का प्रस्ताव रखा गया है।

टोक्यो ओलंपिक से जिन भार वर्ग को बरकरार रखा गया है उसमें महिलाओं का 49 किग्रा और 59 किग्रा भार वर्ग शामिल है। वहीं, पुरुषों के 61 किग्रा और 73 किग्रा भार वर्ग शामिल हैं। साथ ही पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए सुपर-हेवीवेट श्रेणियों के तहत +109 किग्रा भार वर्ग को घटाकर +102 किग्रा भार वर्ग और +87 किग्रा भार वर्ग को घटाकर +81 किग्रा भार वर्ग कर दिया गया है।

भार वर्गों में बदलाव की वजह से भारत के युवा वेटलिफ्टर जेरेमी लालरिनुंगा जो 67 किग्रा भार वर्ग में प्रतिस्पर्धा करते हैं, उन्हें सितंबर 2022 में आयोजित होने वाले एशियन गेम्स के बाद भार वर्गों में बदलाव करना होगा।

यूथ ओलंपिक चैंपियन जेरेमी के पास विकल्प है कि वह अपने भार वर्ग को घटाकर 61 किग्रा कर लें या फिर अपने वजन को बढ़ाकर 73 किग्रा भार वर्ग में प्रतिस्पर्धा करें। भारतीय राष्ट्रीय कोच विजय शर्मा ने बताया है कि 19 वर्षीय जेरेमी अपना वजन बढ़ाकर 73 किग्रा भार वर्ग में प्रतिस्पर्धा करेंगे।

बता दें, हाल ही में आयोजित कॉमनवेल्थ वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में जेरेमी ने गोल्ड मेडल अपने नाम किया था और उन्होंने बर्मिंघम में आयोजित होने वाली 2022 कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए क्वालीफाई भी कर लिया था।

यह पहली बार नहीं है जब जेरेमी को अपने भार वर्ग में बदलाव करना होगा।

2018 यूथ ओलंपिक में जेरेमी ने 62 किग्रा भार वर्ग में गोल्ड मेडल हासिल किया था लेकिन संशोधित भार वर्ग के कारण उन्हें अपना वजन बढ़ाकर 67 किग्रा करना पड़ा था।

रियो 2016 के बाद ओलंपिक में वेटलिफ्टिंग में प्रतिस्पर्धा करने वाले खिलाड़ियो में गिरावट आई है। रियो ओलंपिक में 15 मेडल इवेंट्स में 260 एथलीटों ने भाग लिया था।

टोक्यो 2020 में कोटा को घटाकर 14 मेडल इवेंट्स कर दिया गया जिसमें 196 एथलीटों ने भाग लिया।

पेरिस 2024 के लिए IOC ने 10 मेडल इवेंट्स में 120 एथलीटों का कोटा सुनिश्चित किया है। यह 1956 के मेलबर्न ओलंपिक के बाद से सबसे कम है।

IOC ने वेटलिफ्टिंग को लॉस एंजिल्स 2028 गेम्स की शुरुआती खेल कार्यक्रम सूची से भी बाहर रखा है। हालांकि, बाद में इसे शामिल किया जा सकता है।