अल्पाइन स्कीइंग को शीतकालीन ओलंपिक खेलों के ताज का मोती कहा जाता है और बीजिंग 2022 में इस प्रतियोगिता की मेज़बानी यानकिंग में स्थिति नया राष्ट्रिय अल्पाइन स्कीइंग केंद्र करेगा।
चुनौतीपूर्ण, आधुनिक और शानदार इस प्रतियोगिता स्थल में खिलाड़ियों को पदक जीतने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिखाना होगा और 11 स्पर्धाओं में हमें कुछ शानदार पैंतरे अथवा क्षण देखने को मिलेंगे।
छह अल्पाइन इवेंट (पांच व्यक्तिगत, एक मिश्रित) 7 से 19 फरवरी* तक चलेंगे, जिसमें इन दो हफ़्तों में 300 से ज़्यादा खिलाड़ी भाग लेंगे।
प्रतियोगिता अनुसूची और प्रतियोगिता को देखने के बारे में अधिक जानने के लिए आगे पढ़िए।
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*वहीं मेंस डाउनहिल फाइनल मूल रूप से 6 फरवरी के लिए निर्धारित किया गया था, हालांकि तेज हवाओं के कारण यह आयोजन अब 7 फरवरी को दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।
बीजिंग 2022 में अल्पाइन स्कीइंग की स्पर्धाएं और वर्ग
ओलंपिक खेलों की अल्पाइन प्रतियोगिता में छह वर्ग होते हैं: डाउनहिल, सुपर जी, जायंट स्लैलम, स्लैलम, कंबाइंड, मिश्रित टीम पैरेलल स्लैलम
जहां एक तरफ दो स्पर्धाएं गति पर आधारित होती हैं (डाउनहिल और सुपर जी), तीन स्पर्धाओं (जायंट स्लैलम, स्लैलम, पैरेलल स्लैलम) का आधार तकनीक होता है। अल्पाइन कंबाइंड प्रतियोगिता में तकनीक और गति का मिश्रण चाहिए होता है।
डाउनहिल: यह अल्पाइन स्कीइंग का सबसे लोकप्रिय वर्ग माना जाता है। डाउनहिल प्रतियोगिता बहुत ही सरल है क्योंकि इसमें खिलाड़ी को पहाड़ के नीचे की ओर जाना होता है और सबसे कम समय में इसे पूरा करने वाला खिलाड़ी जीत जाता है।
सुपर जी: इस वर्ग का अर्थ सुपर जायंट स्लैलम होता है और यह एक ऐसी प्रतियोगिता है जो डाउनहिल की गति और जायंट स्लैलम में ज़रूरी सटीक तकनीक का मिश्रण होता है।
जायंट स्लैलम: यह सबसे ज़्यादा गतिशील तकनीकी वर्ग है और इसके अंदर खिलाड़ियों को कोर्स में बने पड़ावों के बीच में से जाना होता है। जायंट स्लैलम में दो हीट होती हैं और इस प्रतियोगिता का आयोजन एक ही दिन में होता है। अंत में दोनों दौड़ों का समय जोड़ा जाता है और विजेता की घोषणा होती है।
स्लैलम: इस खेल का सबसे तकनीकी अथवा कठिन वर्ग माने जाने वाले स्लैलम में द्वारों के स्तंभ एक दुसरे के बहुत समीप होते हैं। खिलाड़ियों को उनके आस पास स्की करना होता है और एक खिलाड़ी को दो दौड़ें मिलती हैं।
कंबाइंड: बीजिंग में इस स्पर्धा के दौरान एक डाउनहिल दौड़ होगी और उसके बाद एक स्लैलम प्रतियोगिता, जो कि एक ही दिन खेली जाएंगी। इन दोनों भागों के समय को जोड़ा जायेगा और अंतिम रैंकिंग का निर्णय होगा।
मिश्रित टीम पैरेलल स्लैलम: यह स्पर्धा ओलंपिक इतिहास में पहली बार प्योंगचांग 2018 में खेली गयी थी और हर देश के खिलाड़ियों ने एक दुसरे के विरुद्ध समान प्रतियोगिता स्थलों में मुकाबला किया था। इस स्पर्धा किसी शुरुआत राउंड ऑफ़ 16 से होती है और उसके बाद क्वार्टरफाइनल, सेमिफाइनल और फाइनल खेले जाते हैं।
बीजिंग 2022 खेलों में अल्पाइन स्कीइंग के सितारे
यूएसए की Mikaela Shiffrin बीजिंग में बहुत सारी आशाओं के साथ मैदान में उतरेंगी।
दो बार ओलंपिक चैंपियन रह चुकी इस खिलाड़ी ने विश्व में किसी भी सक्रीय स्कीयर से ज़्यादा विश्व कप जीत दर्ज की हैं। साल 2021 की विश्व चैंपियनशिप में अमेरिका की इस सितारा ने 2021 विश्व चैंपियनशिप में चार पदक अपने नाम किये थे जिसमे अल्पाइन कंबाइंड स्वर्ण शामिल था।
बीजिंग 2022 खेलों में Shiffrin पांच व्यक्तिगत प्रतियोगिताओं में भाग लेंगी और Janica Kostelic द्वारा रचे गए चार पदक के कीर्तिमान को चुनौती देने का प्रयास करेंगी। Kostelic ने साल 2002 के साल्ट लेक सिटी खेलों में तीन स्वर्ण समेत चार पदक जीते थे।
तकनीकी स्पर्धाओं में Shiffrin को चुनौती देने का प्रयास करेंगी वर्तमान ओवरआल विश्व कप चैंपियन Petra Vlhova और दो बार विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण जीत चुकी ऑस्ट्रिया की Katharina Liensberger।
गति की रानी मानी जाने वाली इटली कि Sofia Goggia प्योंगचांग 2018 में जीते अपने डाउनहिल स्वर्ण की रक्षा करने का प्रयास करेंगी।
चेक गणराज्य की Ester Ledecká प्योंगचांग खेलों के सबसे बड़े सितारों में से एक थी और उन्होंने स्की अथवा स्नोबोर्ड में स्वर्ण पदक अपने नाम किये थे। उन्होंने olympics.com से कहा, "मैं अभी भी तीन या स्वर्ण जीत सकती हूँ। मेरे खेल में और भी सुधार लाना संभव है।"
पुरुषों के वर्ग में स्विट्ज़रलैंड के Marco Odermatt जायंट स्लैलम वर्ग में स्वर्ण जीतने के सबसे प्रबल दावेदार होंगे और उन्होंने विश्व कप सीज़न में अपने प्रदर्शन से इस बात की पुष्टि की है।
स्विट्ज़रलैंड का यह प्रतिभाशाली खिलाड़ी सुपर जी स्पर्धा में भी पदक दावेदार है और Odermatt को चुनौती देंगे नॉर्वे के Aleksander Aamodt Kilde जो अपना पहला ओलंपिक पदक जीतने का प्रयास करेंगे।
प्रतियोगिता अनुसूची
वेन्यू: राष्ट्रिय अल्पाइन स्कीइंग केंद्र (यानकिंग)
तिथि: रविवार 6 फरवरी से शनिवार 19 फरवरी
(पूरी अनुसूची स्थानीय समय के अनुसार है)
रविवार, 6 फरवरी
सुबह - 11:00 पुरुष डाउनहिल
सोमवार 7 फरवरी
12:00 - मेंस डाउनहिल
09:30/14:30 - महिला जाइंट स्लैलोम
मंगलवार, 8 फरवरी
सुबह - 11:00 पुरुष सुपर जी
बुधवार, 9 फरवरी
सुबह - 10:15/दोपहर 1:45 महिला स्लैलम
गुरुवार, 10 फरवरी
सुबह - 10:30/दोपहर 2:15 पुरुष कंबाइंड
शुक्रवार, 11 फरवरी
सुबह - 11:00 महिला सुपर जी
रविवार, 13 फरवरी
सुबह - 10:15/दोपहर 1:45 पुरुष जायंट स्लैलम
मंगलवार, 15 फरवरी
सुबह - 11:00 महिला डाउनहिल
बुधवार, 16 फरवरी
सुबह - 10:15/दोपहर 1:45 पुरुष स्लैलम
गुरुवार, 17 फरवरी
सुबह - 10:30/दोपहर 2:00 महिला कंबाइंड
शनिवार 19 फरवरी
सुबह - 11:00 टीम स्पर्धा
ओलंपिक शीतकालीन खेल बीजिंग 2022 में अल्पाइन स्कीइंग स्पर्धाएं कैसे देखें
पैने मोड़ लेते अथवा बड़ी चलेंगे लगाते समय स्कीयर 152 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंच सकते हैं और यह देखने में किसी भी दर्शक के लिए शानदार है।
तेज़ लाइन अथवा जोखिम उठाने का साहस इस खेल में उतने ही ज़रूरी हैं जितना की तकनीक।
अमेरिका की महान स्की खिलाड़ी Lindsey Vonn ने गार्डियन को बताया, "मैं बहुत अंदर की ओर स्कीइंग करती थी। एक स्की रेसर होने के हिसाब से मेरी लंबाई थोड़ी ज़्यादा है और कई लोगों को यह एक कमज़ोरी लगी लेकिन मेरे कोच ने मुझे कहा यह एक शक्ति है। अंत में डाउनहिल खेलते समय अलग सोचना मेरे लिए एक शक्ति बना और मेरी लम्बाई के कारण मुझे बाकी खिलाड़ियों की तुलना में अलग एंगल मिले।"
जायंट स्लैलम और स्लैलम जैसी तकनीकी स्पर्धाओं में केंद्रित रहना बहुत महत्वपूर्ण है।
ओलंपिक चैंपियन Ted Ligety ने बताया, "आपको हमेशा बूट, शिन पैरेलल पर आगे रहना होता है और आपकी स्की के कोनों को तेज़ गति से बदलना बहुत ज़रूरी है।"
"स्की के केंद्र में होना अथवा संतुलन बनाये रखना भी बहुत ज़रूरी हैं।"
गहरे मोड़ का मुकाबला करने के लिए Ligety ने एक महान तकनीक को जन्म दिया।
"अपने घुटनों को आगे की ओर रखते हुए और अपनी हिप को ज़मीन के करीब लाने से आपको बड़े एंगल मिलेंगे। इस तकनीक से आपको बड़े एंगल और लम्बी अथवा साफ़ आर्क मिलेंगी और मैं इन्ही के लिए जाना जाता हूँ।"
अल्पाइन स्कीइंग में बाहरी परिस्थितियां बहुत बड़ी भूमिका निभाते हैं जिसमे मौसम सबसे महत्वपूर्ण है जो की हमेशा बदलता रहता है।
गति पर आधारित स्पर्धाओं में स्लोप को जानना बहुत ज़रूरी होते हैं और बीजिंग में खिलाड़ियों को ज़्यादा मुश्किल हो सकती है क्योंकि वह इन ढलानों पर अभी तक खेल नहीं पाए हैं।