टोक्यो पैरालंपिक चैंपियन प्रमोद भगत ने युगांडा पैरा बैंडमिटन इंटरनेशनल 2021 में जीता रजत पदक, भारत की झोली में कुल 47 पदक
मौजूदा पैरा-विश्व चैंपियन मानसी जोशी 16 स्वर्ण पदक विजेताओं में शामिल हैं। कंपाला मीट में भारत ने 14 रजत और 17 कांस्य पदक जीते।
टोक्यो पैरालंपिक चैंपियन प्रमोद भगत सहित भारतीय शटलरों ने रविवार को कंपाला में संपन्न हुए युगांडा पैरा बैडमिंटन इंटरनेशनल 2021 में 47 पदक जीते हैं।
भारत ने युगांडा की राजधानी में पांच दिनों तक चले इस टूर्नामेंट में 16 स्वर्ण, 14 रजत और 17 कांस्य पदक अपने नाम किए।
टोक्यो 2020 पैरालंपिक कांस्य पदक विजेता मनोज सरकार और मौजूदा पैरा-विश्व बैडमिंटन चैंपियन मानसी जोशी ने क्रमश: पुरुष एकल और महिल एकल के एसएल3 कैटेगरी में स्वर्ण पदक जीता।
वहीं पलक कोहली, अबु हुबैदा और अम्मु मोहन ने एकल और युगल प्रतिस्पर्धा में दो-दो स्वर्ण पदक अपने नाम किए हैं । इस तिकड़ी ने रजत पदक भी अपने नाम किए हैं, पलक और अम्मु ने मिश्रित युगल में पदक जीते जबकि हुबैदा पुरुष युगल में पदक जीतने में कामयाब रहे।
इसी बीच दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी प्रमोद भगत तीन फाइनल का हिस्सा रहे, लेकिन उन्हें रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा । वह पुरुष एकल में एसएल3 श्रेणी में
मनोज सरकार से 21-19, 21-16 से हार का सामना करना पड़ा।
टोक्यो 2020 के पदक विजेता प्रमोद और सरकार दोनों ने पुरुष युगल में एक टीम के रूप में खेला पर वहां उन्हें हमवतन जोड़ी मोहम्मद अरवाज अंसारी और दीप रंजन बिसोई से 10-21 22-20 21-15 से फाइनल में हार का सामना करना पड़ा।
मिश्रित युगल प्रदर्शनी में तीन स्वर्ण सहित छह पदक आए, जहां विभिन्न देशों के खिलाड़ियों ने भाग लिया।
इस टूर्नामेंट में 130 से अधिक बैडमिंटन खिलाड़ियों ने भाग लिया।
युगांडा पैरा बैडमिंटन इंटरनेशनल 2021: भारतीय पदक विजेता
स्वर्ण पदक विजेता
मनोज सरकार - पुरुष एकल SL3
सुकांत कदम - पुरुष एकल SL4
हार्दिक मक्कड़ - पुरुष एकल SU5
अबू हुबैदा - पुरुष एकल WH2
धिनगरन - पुरुष एकल SH6
पलक कोहली - महिला एकल SU5
मानसी जोशी - महिला एकल SL3
ज्योति - महिला एकल SL4
अम्मू मोहन - महिला एकल WH2
अरवाज़ अंसारी और दीप रंजन - पुरुष युगल SL3-SL4
चिराग बरेथा और राज कुमार - पुरुष युगल SU5
पलक कोहली और मनदीप कौर - महिला युगल SL3-SU5
अम्मू मोहन और शाइमा सामी अब्देलतीफ (मिस्र) - एग्जिबीशन मिक्स्ड डबल्स WH1-WH2
मानसी जोशी और रूथिक - मिश्रित युगल SL3-SU5
अबू हुबैदा और शाइमा सामी अब्देलतीफ (मिस्र) - एग्जिबीशन मिक्स्ड डबल्स WH1-WH2
शिवराजन सोलाईमलाई और फैकल बेनसेनौसी (अल्जीरिया) - एग्जिबीशन मिक्स्ड डबल्स SH6
रजत पदक विजेता
प्रमोद भगत - पुरुष एकल SL3
नीलेश गायकवाड़ - पुरुष एकल SL4
चिराग बरेथा - पुरुष एकल SU5
संजीव कुमार - पुरुष एकल WH2
शिवराजन - पुरुष एकल SH6
संथिया वी - महिला एकल एसयू5
पारुल परमार - महिला एकल SL3
प्रमोद भगत और मनोज सरकार - पुरुष युगल SL3-SL4
रूथिक और करण - पुरुष युगल SU5
प्रेम अली और अबू हुबैदा - पुरुष युगल WH1-WH2
पारुल परमार और वैशाली पटेल - महिला युगल SL3-SU5
पलक कोहली और प्रमोद भगत - मिश्रित युगल SL3-SU5
शशांक कुमार और अम्मू मोहन - मिश्रित युगल WH1-WH2
धिनगरन पांडुरंगन और चिया कैराइन यापी (आइवरी कोस्ट) - एग्जिबीशन मिक्स्ड डबल्स SH6
कांस्य पदक विजेता
नितेश कुमार - पुरुष एकल SL3
उमेश विक्रम - पुरुष एकल SL3
देव राठी - पुरुष एकल SU5
रूथिक - पुरुष एकल SU5
प्रेम अले - पुरुष एकल WH1
आरती पाटिल - महिला एकल SU5
मंदीप कौर - महिला एकल SL3
चरणजीत कौर - महिला एकल SL3
सुकांत और नितेश - पुरुष युगल SL3-SL4
उमेश विक्रम और प्रेम कुमार - पुरुष युगल SL3-SL4
सुमित गर्ग और हार्दिक मक्कड़ - पुरुष युगल SU5
चरणजीत और ज्योति - महिला युगल SL3-SU5
मानसी और संथिया - महिला युगल SL3-SU5
राजकुमार और पारुल - मिश्रित युगल SL3-SU5
करण और अमुधा - मिश्रित युगल SL3-SU5
शाहजन बुलबुल और स्टेला जोंगवे (जिम्बाब्वे) - एग्जिबीशन मिक्स्ड डबल्स WH1-WH2
नीरज कुमार श्रीनिवासन और अकोसुआ अम्पोफोवा (घाना) - एग्जिबीशन मिक्स्ड डबल्स WH1-WH2