सिंगापुर ओपन 2024 बैडमिंटन: त्रिशा जॉली और गायत्री गोपीचंद की जोड़ी ने सेमीफाइनल में बनाई जगह

त्रिशा-गायत्री की जोड़ी टोक्यो ओलंपिक कांस्य पदक विजेता किम-कोंग की विश्व की छठे नंबर की जोड़ी को क्वार्टरफाइनल में हराकर इस बीडब्ल्यूएफ सुपर 750 टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंचने वाली एकमात्र भारतीय जोड़ी बनी।

3 मिनटद्वारा रौशन कुमार
Treesa Jolly and Gayatri Gopichand Pullela of India.
(Getty Images)

कल्लांग में जारी सिंगापुर बैडमिंटन ओपन 2024 बीडब्ल्यूएफ सुपर 750 टूर्नामेंट में त्रिशा जॉली और गायत्री गोपीचंद की भारतीय युवा बैडमिंटन जोड़ी ने सिंगापुर ओपन बैडमिंटन प्रतियोगिता के सेमीफाइनल में जगह बना ली है।

विश्व बैडमिंटन रैंकिंग के 30वें नंबर पर काबिज़ भारतीय जोड़ी ने रिपब्लिक ऑफ कोरिया की किम सो यंग और कोंग ही योंग की जोड़ी को 79 मिनट तक चले एक बेहद ही रोमांचक क्वार्टरफाइनल मैच में 18-21, 21-19, 24-22 से हराकर प्रतियोगिता के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया।

भारतीय महिला युगल जोड़ी की शुरुआत अच्छी नहीं रही। कोरिया की टोक्यो ओलंपिक कांस्य विजेता किम-कोंग की जोड़ी ने पहले गेम में बढ़त के साथ त्रिशा-गायत्री की जोड़ी पर दबाव डाल दिया। हालांकि एक समय गेम 4-4 की बराबरी पर चल रहा था लेकिन इसके बाद कोरियाई जोड़ी ने लीड के साथ पहले गेम में अपनी पकड़ मज़बूत कर ली।

त्रिशा और गायत्री की भारतीय जोड़ी ने प्वाइंट के अंतर को कम किया लेकिन पहले गेम में वह बढ़त हासिल नहीं कर सकीं और उन्हें मैच में 1-0 से पिछड़ना पड़ा।

मैच के दूसरे गेम में कांटे की टक्कर देखने को मिली। भारतीय जोड़ी को इस प्रतियोगिता में बने रहने के लिए मैच का दूसरा गेम जीतना ज़रूरी था। इस गेम में काफी उतार चढ़ाव देखने को मिले। पहले भारतीय जोड़ी ने 7-3 की बढ़त के साथ शानदार आगाज़ किया।

लेकिन इसके बाद किम-कोंग की कोरियाई जोड़ी ने पलटवार करते हुए 11-9 की बढ़त हासिल कर ली। हालांकि, इसके बाद भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी ने फिर से ज़ोर लगाया और गेम को 19-19 की बराबरी पर पहुंचा कर मैच में वापसी की। फिर भारतीय खिलाड़ियों ने लगातार दो प्वाइंट हासिल करते हुए दूसरे गेम को जीत कर मैच में 1-1 की बराबरी कर ली।

मैच तीसरे और निर्णायक गेम में पहुंच चुका था, दोनों टीमें इस गेम को जीत कर प्रतियोगिता के सेमीफाइनल में प्रवेश करना चाह रही थीं। भारतीय खिलाड़ियों ने अपनी लय को जारी रखते हुए 5-3 की बढ़त हासिल कर ली।

इसके बाद त्रिशा-गायत्री की जोड़ी ने अपनी बढ़त को बनाए रखा और मैच जीतने के इरादे से गेम में आगे बढ़ती रही। मैच का सबसे रोमांचक पल तब आया जब दोनों टीम 20-20 की बराबरी पर पहुंच गई। यहां से किसी भी टीम को सेमीफाइनल में जगह बनाने के लिए लगातार दो अंक हासिल करने थे।

लेकिन फिर ड्यूस और मैच प्वाइंट का सिलसिला चालू हुआ और खेल 22-22 तक पहुंच गया लेकिन अंत में भारतीय खिलाड़ियों ने लगातार दो अंक हासिल करके गेम को 24-22 से अपने नाम कर लिया और सेमीफाइनल में जगह बना ली।इससे पहले, पीवी सिंधु, एचएस प्रणॉय, लक्ष्य सेन, किदांबी श्रीकांत और सात्विकसाईराज रंकी रेड्डी-चिराग शेट्टी की जोड़ी अपने-अपने मुकाबले हार कर प्रतियोगिता से बाहर हो चुके हैं।

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