विश्व रैंकिंग के 10वें स्थान पर रह चुके भारत के सौरव घोषाल ने सोमवार को पेशेवर स्क्वैश से रिटायरमेंट की घोषणा की।
37 वर्षीय घोषाल ने एक सफल पेशेवर करियर को अलविदा कहा, जिसमें उन्होंने 10 पीएसए खिताब सहित कई एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीते हैं। वह दुनिया के शीर्ष 10 में पहुंचने वाले एकमात्र भारतीय स्क्वैश खिलाड़ी हैं, जिन्होंने अप्रैल 2019 में अपने करियर की उच्चतम रैंक हासिल की और छह महीने तक उस स्थान पर क़ायम रहें।
घोषाल ने सोशल मीडिया पर कहा, “मैंने 22 साल पहले पीएसए वर्ल्ड टूर पर अपने करियर की शुरुआत की थी। उस समय, मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मैं इतने लंबे समय तक पेशेवर स्क्वैश खेलूंगा।”
उन्होंने आगे कहा, “यह लिखते समय मैं भावनाओं से अभिभूत हूं। यह खेल इतने वर्षों से मेरा जुनून, मेरी आजीविका और मेरी पहचान रहा है। इसलिए, मैं गर्व के साथ पीएसए से अपनी संन्यास की घोषणा करता हूं।”
घोषाल ने साल 2003 में पीएसए में डेब्यू किया था। उन्होंने अपने करियर के दौरान 10 पीएसए खिताब जीते हैं और 18 बार फाइनल में जगह बनाई है। सौरव घोषाल ने पीएसए टूर पर अपने 511 मैचों में से 281 मैच जीते हैं।
घोषाल ने नवंबर 2021 में मलेशियाई ओपन स्क्वैश चैंपियनशिप में अपना अंतिम पीएसए खिताब हासिल किया था। उन्होंने फाइनल में कोलंबिया के मिगुएल रोड्रिग्ज को हराकर अपना सबसे बड़ा पीएसए खिताब जीता।
उन्होंने 2024 विंडी सिटी ओपन पीएसए टूर पर अखिरी बार प्रतिस्पर्धा किया था, जहां उन्हें राउंड ऑफ 64 में यूएसए के टिमोथी ब्राउनेल से हार का सामना करना पड़ा।
आपको बता दें कि टेनिस में एटीपी और डब्ल्यूटीए और बैडमिंटन में बीडब्ल्यूएफ की तरह पीएसए वर्ल्ड टूर पुरुष और महिला स्क्वैश खिलाड़ियों के लिए एक पेशेवर सर्किट है।
पीएसए वर्ल्ड टूर के अलावा, घोषाल भारत के लिए भी शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने पांच अलग-अलग एशियाई खेलों के संस्करणों में पदक जीते हैं, जिसमें हांगझोऊ 2022 और इंचियोन 2014 में टीम स्पर्धा का स्वर्ण पदक भी शामिल है।
हालांकि, घोषाल को उम्मीद है कि वह भारत के लिए खेलना जारी रखेंगे। घोषाल ने आगे कहा, ''मुझे उम्मीद है कि मैं प्रतिस्पर्धी स्क्वैश से पूरी तरह से अलविदा नहीं कह रहा हूं। मैं कुछ और समय तक भारत के लिए खेलना चाहूंगा। उम्मीद है कि मैं अभी भी अपने देश के लिए कुछ और हासिल कर सकता हूं।''
आपको बता दें कि उन्होंने 2022 ग्लासगो प्रतियोगिता में मिश्रित स्पर्धा में हमवतन दीपिका पल्लीकल कार्तिक के साथ साझेदारी करके विश्व युगल चैंपियनशिप का स्वर्ण पदक भी हासिल किया था।
घोषाल और पल्लीकल ने 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में मिश्रित युगल में रजत पदक भी जीता था। पूर्व विश्व नंबर 10, 2022 में बर्मिंघम में कांस्य जीतने के बाद व्यक्तिगत राष्ट्रमंडल खेलों के स्क्वैश पदक हासिल करने वाले भारत के पहले खिलाड़ी भी बने।
इसके साथ-साथ घरेलू सर्किट में भी उनका करियर शानदार रहा है। उनके नाम 13 राष्ट्रीय खिताब का रिकॉर्ड दर्ज है।