टेनिस क्वीन के नाम से मशहूर सानिया मिर्जा चार ओलंपिक गेम्स में प्रदर्शन करने वाली पहली भारतीय महिला बनने जा रही है, लेकिन टोक्यो 2020 की यात्रा उन्हें अपने दो साल के बेटे के बिना ही करनी होगी।
फिलहाल, सानिया मिर्जा के बेटे इज़हान दुबई में अपने पिता शोएब मलिक (Shoaib Malik) के साथ घर पर ही रहेंगे, क्योंकि जापानी अधिकारियों ने कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए एथलीटों के परिवार के सदस्यों को साथ नहीं जाने की अनुमित दी है।
हालांकि, 34 वर्षीय सानिया के लिए अपने बेटे के बिना यात्रा करने का फैसला उनके लिए आसान नहीं हैै।
सानिया मिर्जा ने एएफपी से कहा, "हम मुश्किल समय में हैं और हमें मुश्किल फैसले लेने होंगे। किसी भी समय उन्हे छोड़ना मुश्किल है। मैं इसे यथासंभव कम करने की कोशिश करती हूं।’’
"लेकिन अगर ऐसा कुछ है जो मुझे करना है, तो मैं यही करूंगी। कामकाजी मां के रूप में, कभी-कभी आपको यह करना पड़ता है।"
2018 में इज़हान को जन्म देने के बाद टेनिस में वापसी करने के बाद से, सानिया मिर्जा ने केवल चुनिंदा टूर्नामेंट खेले हैं, लेकिन सख्त प्रोटोकॉल की वजह से काफी प्रतियोगिताएं छोड़ भी दी थी।
हालांकि, छह बार की ग्रैंड स्लैम चैंपियन का ओलंपिक में प्रतिस्पर्धा करना निश्चित थीा। सानिया ने बताया कि "मेरे दिमाग में कभी भी (टोक्यो 2020 के लिए) जाने के बारे में कोई संदेह नहीं था। मैं काफी आश्वस्त थी।"
सानिया मिर्जा ने पहली बार बीजिंग 2008 में क्वाड्रेनियल इवेंट के लिए क्वालीफाई किया और तभी से वह हर एडिशन का हिस्सा रही हैं।
"इस स्थिति में बच्चा होने के बाद भी टोक्यो जाना और लगातार चार ओलंपिक खेलने के बाद मै अपने आप को काफी विनम्र और आभारी महसूस कर रही हूं।’’
इससे पहले सानिया पूर्व विश्व नं 1 रोहन बोपन्ना के साथ रियो 2016 में मिक्स्ड डबल्स खेलते हुए ओलंपिक पदक के करीब पहुंचने के बाद भी सेमीफाइनल में हार गईं थी।
फिलहाल सानिया मिर्जा अपने वर्ल्ड नं 9 की प्रोटेक्टेड रैंकिग के साथ टोक्यो 2020 में सीधे तौर से प्रवेश हासिल कर चुकी है और अपना पहला ओलंपिक डेब्यू करनेवाली अंकिता रैना के साथ खेलेंगी।
सानिया वर्तमान में विंबलडन 2021 में प्रतिस्पर्धा कर रही है और वूमेंस डबल्स के दूसरे दौर में पहुंच गई है। बता दे कि इजहान इस वक्त सानिया के साथ UK में हैं।