भारतीय बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु ** (**PV Sindhu) को लगता है कि COVID की वजह से मिले ब्रेक ने उन्हें टोक्यो ओलंपिक के लिए बेहतर तैयारी करने में मदद की है।
रियो 2016 की रजत पदक विजेता के साथ साथ दुनिया भर के अधिकांश एथलीट भी कोरोनोवायरस महामारी की वजह से साल 2020 में ज्यादातर वक्त प्रतिस्पर्धा से दूर थे। इस दौरान ज्यादातर खेल आयोजन रद्द कर दिए गए थे।
पीटीआई से बात करते हुए पीवी सिंधु बताती हैं कि " महामारी की वजह से मेरी ओलंपिक की तैयारियों पर कुछ खास असर नहीं पड़ा। मुझे लगता है कि इस ब्रेक की वजह से मुझे बहुत कुछ सीखने और अपनी तकनीक और स्किल्स पर काम करने का मौका मिला है, मै निश्चित पर कह सकती हूं इससे मुझे काफी मदद मिली है।"
इस 26 वर्षीय खिलाड़ी ने अपने कीमती वक्त का अच्छी तरह से उपयोग किया है, सिंधु की पहली ट्रेनिंग हैदराबाद के सुचित्रा अकेडमी में हुई, और अक्टूबर में लंदन के लिए उड़ान भरने से पहले उन्होंने ब्रिटिश शटलर टोबी पेंटी (Toby Penty) और राजीव ओसेफ (Rajiv Ouseph) के साथ राष्ट्रीय नेशनल ट्रेनिंग सेंटर में तैयारी की।
वूमेंस सिंगल्स की वर्ल्ड नं 7 ने आगे बताते हुआ कहा कि "ज्यादातर हमारे पास ट्रेनिंग के लिए पर्याप्त समय नहीं होता है। इसलिए मुझे लगता है कि यह पहली बार था कि हमें वास्तव में ट्रेनिंग और ओलंपिक के लिए तैयार होने के लिए पर्याप्त समय मिला है।’’
थाईलैंड ओपन में हिस्सा लेकर पीवी सिंधु ने इस साल की शुरूआत में वापसी की और टोक्यो 2020 तक पांच इवेंट खेलें। वह स्विस ओपन के फाइनल और मार्च में ऑल इंग्लैंड ओपन के सेमीफाइनल में पहुंची थी।
तब से, सिंधु अपने नए दक्षिण कोरियाई कोच पार्क ताए संग की कड़ी निगरानी में हैदराबाद में प्रशिक्षण ले रही है।
पीवी सिंधु टोक्यो, भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली एकमात्र महिला शटलर होंगी। मेंस सिंगल्स खिलाड़ी बी साई प्रणीत और मेंस डबल्स जोड़ी सात्विकसाईराज रैंकीरेड्डी (Satwiksairaj Rankireddy) और चिराग शेट्टी (Chirag Shetty) भी आगामी ग्रीष्मकालीन खेलों के लिए शेष भारतीय बैडमिंटन दल में शामिल हैं।
वूमेंस सिंगल्स में छठी वरीयता प्राप्त पीवी सिंधु को टोक्यो 2020 के वूमेंस सिंगल्स बैडमिंटन स्पर्धा के ग्रुप जे में हांगकांग की चेउंग नगन यी (Cheung Ngan Yi) और इज़राइल की केसेलिना पोलिकारपोवा (Kselina Polikarpova) के साथ ड्रॉ किया गया है।
भारतीय बैडमिंटन की सरताज 25 जुलाई को केसेलिना पोलिकारपोवा के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेगी। उन्हें अगले दौर में पहुंचने के लिए ग्रुप में टॉप पर बने रहना होगा।
आखिर में पीवी सिंधु ने बताया कि "मुझे यकीन है कि हमेशा की तरह लोगों को मुझसे उम्मीदें, और जिम्मेदारियां होंगी, लेकिन मुझे यकीन है कि प्रशंसकों के प्यार और समर्थन के साथ, मैं उस मुकाम पर पहुंचकर मेडल हासिल करूंगी और वापस आऊंगी।