पेरिस 2024 ओलंपिक: हरमनप्रीत सिंह के दो गोल की बदौलत भारत ने स्पेन को हराकर जीता ब्रॉन्ज मेडल

द्वारा सतीश त्रिपाठी
2 मिनट|
Indian hockey team
फोटो क्रेडिट Getty Images

भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने पेरिस 2024 ओलंपिक में इतिहास रच दिया है। टीम ने ब्रॉन्ज मेडल मैच में स्पेन को 2-1 से हराकर लगातार दूसरे ओलंपिक में पदक जीता है। यह भारत के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।

41 सालों के बाद भारत ने टोक्यो 2020 में जर्मनी को हराकर हॉकी कांस्य पदक जीता था और अब एक बार फिर इस कारनामे को दोहराया है।

यह मैच गुरुवार को कोलंबस के यवेस-डु-मैनोइर स्टेडियम में खेला गया। मैच की शुरुआत से ही दोनों टीमों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला। पहले क्वार्टर में दोनों टीमों ने एक-दूसरे पर दबाव बनाया, लेकिन कोई भी टीम गोल करने में सफल नहीं रही।

हालांकि, दूसरे क्वार्टर में स्पेन की टीम ने पेनल्टी स्ट्रोक के जरिए गोल करके 1-0 की बढ़त बना ली। यह गोल मार्क मिरालेस ने 18वें मिनट में किया।

मेडल हासिल करने के जज़्बे से खेल रही भारतीय टीम ने हार नहीं मानी और दूसरे क्वार्टर के अंत में भारतीय कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील करके स्कोर 1-1 कर दिया। हाफटाइम तक स्कोर 1-1 से बराबर रहा।

दूसरे हाफ में भी कांस्य पदक हासिल करने की ज़ोर-आज़माइश जारी रही और खेल का रोमांचक अपने चरम पर रहा। भारतीय टीम के खिलाड़ी हरमनप्रीत सिंह ने पेनल्टी कॉर्नर से एक और गोल दागा।

इससे भारतीय टीम 2-1 से आगे हो गई। यह अहम गोल तीसरे क्वार्टर में 33वें मिनट में आया और भारतीय हॉकी खिलाड़ियों ने इस गोल की बदौलत स्पेन को बैकफुट पर भेज दिया, जिससे मुकाबला और रोमांचक हो गया।

इस तरह चौथा क्वार्टर और रोमाचंक रहा और इस दौरान भारतीय टीम का दबदबा और शानदार डिफेंस देखने को मिला, लेकिन कोई भी टीम गोल करने में सफल नहीं हुई और भारत ने स्पेन को 2-1 से हराकर कांस्य पदक अपने नाम कर लिया।

भारतीय टीम के गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने भी कई शानदार बचाव किए। वहीं, इस मैच में भारतीय टीम के अनुभवी डिफेंडर अमित रोहिदास की वापसी हुई, जिन्हें एक मैच के लिए बैन किया गया था।

हॉकी रैंकिंग में पांचवें स्थान पर काबिज भारत को मंगलवार को सेमीफाइनल में दुनिया की दूसरे नंबर की टीम जर्मनी से 2-3 से हार का सामना करना पड़ा था।

इससे पहले, भारत ग्रुप चरण में पांच मैचों में तीन जीत और एक ड्रॉ के साथ दूसरे स्थान पर रहा था। क्वार्टरफाइनल में, हरमनप्रीत की अगुवाई वाली टीम ने 10 खिलाड़ियों के साथ शूटआउट में ग्रेट ब्रिटेन को हराया था।