भारत को नीदरलैंड्स ने 2-1 से हराकर FIH प्रो लीग 2021-22 का खिताब किया अपने नाम
FIH प्रो लीग की अंक तालिका में भारतीय पुरुष टीम तीसरे स्थान पर रही, जबकि बेल्जियम 35 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर रहा।
भारतीय पुरुष हॉकी टीम को मेंस FIH प्रो लीग 2021-22 के अपने आखिरी मुकाबले में रविवार को नीदरलैंड से 2-1 से हार का सामना करना पड़ा। भारत के लिए पहला और एकमात्र गोल पहले ही मिनट में अभिषेक ने किया, जबकि नीदरलैंड्स की ओर से यानसेन जिप और क्रून जोरिट ने एक-एक गोल किए।
इस हार के बाद भारतीय टीम FIH प्रो लीग की अंक तालिका में अपने सभी मैच खेलने के बाद 30 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रहा। 14 मुकाबलों में 36 अंकों के साथ नीदरलैंड्स शीर्ष पर काबिज है। हालांकि उसे दो मुकाबले और खेलने हैं। इसके अलावा 16 मैचों के बाद बेल्जियम 35 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर मौजूद है।
भारतीय टीम को खिताब जीतने की उम्मीद को बरकरार रखने के लिए इस मैच में जीत की दरकार थी। मेंस टीम ने शानदार अंदाज में शुरुआत की और पहले ही मिनट में अभिषेक ने फील्ड गोल कर टीम को 1-0 से बढ़त दिला दी। हालांकि इसके बाद नीदरलैंड्स ने आक्रामक रवैया अपनाया और भारत पर लगातार दबाव बनाने की कोशिश की।
जिसका जल्द ही डच टीम को फायदा हुआ और छठे मिनट में उन्हें पेनल्टी कॉर्नर मिला। यानसेन जिप ने इस मौके को गोल में तब्दील कर स्कोर बराबरी कर ली। स्कोर बराबर करने के बाद भी डच टीम लगातार भारतीय टीम पर दबाव बनाने का प्रयास करती रही। लेकिन इस क्वार्टर में कोई और गोल नहीं हो सका।
दूसरे क्वार्टर में भारतीय गोलकीपर पीआर श्रीजेश की जगह पवन को गोलपोस्ट की जिम्मेदारी दी गई। भारतीय टीम ने अपनी गति बदली और उसकी बदौलत पेनल्टी कॉर्नर जीता लेकिन हरमनप्रीत सिंह इस बार चूक गए। इसके थोड़ी देर बाद नीदरलैंड्स ने पेनल्टी कॉर्नर जीता लेकिन इस बार पवन ने कोई गलती नहीं की और स्कोर में कोई बदलाव नहीं हुआ।
पहले हाफ के बाद दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर थीं। दूसरे हाफ की शुरुआत से ही दोनों टीमों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही थी। इस दौरान डच टीम ज्यादा टाइम अपने पास गेंद रखने में सफल रही और 44वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर जीता। क्रून जोरिट ने इसे गोल में तब्दील कर अपनी टीम को 2-1 से आगे कर दिया।
चौथे और आखिरी क्वार्टर में शुरुआत से ही भारतीय टीम ने बराबरी की कोशिश की लेकिन नीदरलैंड्स की शानदार डिफेंस और उनकी अटैक ने न के बराबर ही मौका दिया। आखिरी मिनट से पहले भारत ने एक पेनल्टी जीता लेकिन गोल नहीं हो सका और इस तरह भारतीय टीम को हार झेलनी पड़ी।