भारतीय मुक्केबाजी की दिग्गज मैरी कॉम सितंबर में एशियन गेम्स 2022 और मई में वर्ल्ड चैंपियनशिप में प्रतिस्पर्धा नहीं करेंगी।
हालांकि, मैरी कॉम जुलाई-अगस्त में बर्मिंघम में होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा ले सकती हैं।
बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (BFI) को दिए गए एक बयान में, 39 वर्षीय मैरी कॉम ने कहा कि उन्होंने युवा भारतीय मुक्केबाजों के लिए और अधिक मौके बनाने के लिए यह फैसला लिया है।
मैरी कॉम ने कहा, "मैं युवा पीढ़ी को अंतरराष्ट्रीय मंच पर खुद का नाम बनाने और प्रमुख टूर्नामेंट का और अधिक अनुभव हासिल करने का मौका देने के लिए इन टूर्नामेंट से पीछे हटना चाहूंगी। मैं सिर्फ कॉमनवेल्थ गेम्स की तैयारी पर ध्यान देना चाहूंगी।"
सभी 12 महिला वर्ल्ड चैंपियनशिप भार वर्ग और तीन एशियन गेम्स के भार वर्गों के लिए भारत का मुक्केबाजी चयन ट्रायल सोमवार से शुरू हो रहा है।
बाकी दो एशियन गेम्स के भार वर्ग 51 किग्रा और 69 किग्रा के लिए ट्रायल 11-14 मार्च को अलग-अलग आयोजित किए जाएंगे। वर्तमान में छह बार की वर्ल्ड चैंपियन मैरी कॉम 51 किग्रा वर्ग में प्रतिस्पर्धा करती हैं।
कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए पुरुषों और महिलाओं दोनों के ट्रायल जून में होंगे।
इतिहास में सबसे शानदार भारतीय मुक्केबाज मैरी कॉम 48 किग्रा डिवीजन में मौजूदा कॉमनवेल्थ चैंपियन हैं। उन्होंने एशियन गेम्स में दो पदक भी जीते हैं, जिनमें साल 2010 में कांस्य और 2014 में स्वर्ण पदक शामिल है।
भारतीय आइकन अपने करियर के अंतिम पड़ाव पर पहुंच रही हैं। उन्होंने टोक्यो 2020 में अपने आखिरी ओलंपिक में हिस्सा लिया था। हालांकि, मैरी कॉम अभी भी रिंग में विश्व स्तरीय 2021 में एशियन चैंपियनशिप में रजत पदक विजेता के रूप में मशहूर हैं।
मैरी कॉम ने वर्ल्ड चैंपियनशिप पर अपना पूरा ध्यान केंद्रित करने के लिए जकार्ता में आयोजित एशियन गेम्स 2018 से भी अपना नाम वापस ले लिया था। जिससे मणिपुर की मुक्केबाज सरजूबाला देवी के लिए एशियन गेम्स में महिलाओं के 51 किग्रा में प्रतिस्पर्धा करने का रास्ता साफ हो गया था।
महिलाओं की वर्ल्ड चैंपियनशिप तुर्की के इस्तांबुल में 6 से 21 मई तक निर्धारित की गई है। जबकि कॉमनवेल्थ गेम्स 2022, 28 जुलाई से ब्रिटेन के बर्मिंघम में शुरू होंगे। वहीं, एशियन गेम्स 2022, 10 सितंबर से चीन के हांग्जो में शुरू हो रहे हैं।