आईएसएल: एक रेड कार्ड बना मुंबई सिटी एफसी की हार का कारण, जेरार्ड नुस ने किया अपना ड्रीम डेब्यू

आईएसएल 2020-21 का पहला रेड कार्ड निर्णायक साबित हुआ, जिसके चलते कम अनुभवी टीम नॉर्थईस्ट यूनाइटेड शानदार मुंबई सिटी एफसी पर जीत हासिल करने में कामयाब रही।

3 मिनटद्वारा रितेश जायसवाल
NorthEast United FC vs Mumbai City FC in ISL 2020-21. Photo: ISL Media

नॉर्थईस्ट यूनाइटेड एफसी से जुड़े कोच जेरार्ड नुस (Gerard Nus) इंडियन सुपर लीग इतिहास में सबसे कम उम्र के हेड कोच हैं। हालांकि इस स्पैनियार्ड ने भारत की धरती पर अपना पहला टेस्ट पास कर लिया है, क्योंकि शनिवार को आईएसएल 2020-21 के दूसरे मैच में मुंबई सिटी एफसी के खिलाफ उन्होंने टीम को 1-0 से जीत दिलाई।

पूर्व लिवरपूल एफसी अकादमी के कोच के लिए एक नए देश में अपने पहले आधिकारिक मैच में मुंबई सिटी एफसी के खिलाफ यह जीत उनके हौसले को बुलंद करने वाली थी।

मैच के बाद जेरार्ड नुस ने कहा, "जब आप एक नया सत्र शुरू करते हैं, तो तीन बातों को ध्यान में रखते हुए शुरू करना हमेशा अच्छा होता है। हमें पता था कि मुंबई सिटी एफसी जैसे शानदार पक्ष से क्या उम्मीद की जाए और हमने अपनी योजना का पालन किया और एक शानदार काम किया। मैं अपने सभी खिलाड़ियों के साथ बहुत खुश हूं।”

आईएसएल डेब्यू में नुस की अच्छी शुरुआत

प्रीमियर लीग के दिग्गज मैनचेस्टर सिटी के मालिक सिटी फुटबॉल ग्रुप के साथ मुंबई सिटी एफसी में सबसे अधिक हिस्सेदारी हासिल करने वाले आइलैंडर्स ने इस सीजन को बर्थोलोमेव ओगबेचे, ह्यूग बुमौस, एडम ले फोंडरे, अहमद जाहूह और मोर्तदा फॉल जैसे कुछ बड़े नाम वाले खिलाड़ियों के साथ टीम को मजबूत बनाया है।

मुंबई सिटी एफसी को सर्जियो लोबेरा द्वारा भी कोचिंग दी जा रही है, जो पिछले तीन वर्षों से भारत में कोचिंग कर रहे हैं और उन्हें देश में कोच किए जाने वाले सबसे ज्यादा अटैक सोच वाले कोचों में से एक माना जाता है। मुंबई इस सीज़न में आईएसएल की सबसे पसंदीदा टीम में से एक है।

वहीं, नुस की नॉर्थईस्ट यूनाइटेड काफी हद तक एक अनुभवहीन टीम है, जो पूरे 28-सदस्यीय दल के साथ सिर्फ 199 आईएसएल कैप्स साझा करती है, जो कि इस सीजन में शनिवार के मैच से पहले उनके पास किसी भी अन्य आईएसएल टीम की तुलना में काफी कम थे।

अपने डेब्यू आईएसएल असाइनमेंट में एक अनुभवी और फॉर्म में चल रही मुंबई के खिलाफ नुस को एक सही योजना की जरूरत थी, उनके खिलाड़ियों ने मैदान पर कदम रखा और भाग्य ने उनका थोड़ा साथ दिया। उनके पास उस दिन जीत के लिए तीनों जरूरी चीज़ें मौजूद रहीं।

सीज़न का पहला रेड कार्ड

नॉर्थईस्ट ने मुंबई के ख़िलाफ अच्छी शुरुआत की और पूरी टीम ने साथ मिलकर मिलने वाले हर मौके को भुनाने की कोशिश की।

हाफ टाइम के अंत में नुस की टीम को फायदा मिला, क्योंकि मुंबई के मिडफ़ील्ड जनरल अहमद जौह को सीधे रेड कार्ड (सीज़न का पहला) दिखाने के बाद मैदान से बाहर कर दिया गया। यह उन्हें खिलाड़ी के पीछे से उसे पकड़कर रोकने की कोशिश करने के लिए दिया गया।

मुंबई के कोच लोबेरा ने इस बात को खुद भी स्वीकार किया कि यह मैच के लिए एक टर्निंग प्वाइंट था। उन्होंने कहा, “आज हमारे लिए यह एक बड़ी समस्या थी। मेरा मानना है कि रेड कार्ड ने खेल को बदल दिया और 10 पुरुषों के साथ खेलना और जौह जैसे बड़े खिलाड़ी की ग़ैरमौजूदगी से हमें नुकसान हुआ।”

नुस ने एक अच्छे प्रदर्शन के बाद बोलते हुए कहा, "यदि आप आराम से खेलते हैं, तो मुंबई जैसी टीम आपको पीछे छोड़ देगी, इसलिए हमने अपनी मानसिकता को सही रखा। हम हर समय खेल को बदलते रहे और बहुत मजबूती से डटे रहे। अब हम एक ऐसी टीम बनने जा रहे हैं जो लड़ सकती है, हम कभी हार नहीं मानेंगे और यही आज हमने देखा भी है।”