स्ट्रैंड्जा मेमोरियल बॉक्सिंग में दीपक कुमार ने जीता रजत पदक
ओलिंपिक चैंपियन शेखोबिन ज़ोइरोव को सेमीफाइनल में हराने वाले दीपक कुमार, रियो ओलंपियन डेनियल असेनोव की बाधा को पार नहीं कर पाए।
भारतीय मुक्केबाज दीपक कुमार (Deepak Kumar) ने शनिवार को बुल्गारिया के सोफिया में 72 वें स्ट्रैंड्जा मेमोरियल बॉक्सिंग टूर्नामेंट (Strandja Memorial Boxing Tournament) में 52 किग्रा के फाइनल में रजत पदक अपने नाम किया।
दीपक कुमार को लोकल फेवरेट और रियो 2016 ओलंपियन डैनियल असेनोव (Daniel Asenov) के खिलाफ हार झेलनी पड़ी। भारतीय मुक्केबाजों द्वारा यह दूसरा पदक जीता गया था। शुक्रवार को 69 किलोग्राम वर्ग में नवीन बूरा (Naveen Boora) ने कांस्य पदक जीता था।
22 वर्षीय दीपक कुमार ने शुरुआती दौर में धीमी शुरुआत की, लेकिन दूसरे में असेनोव के हमलों का अच्छी तरह से मुकाबला किया। दीपक ने विरोधी के खिलाफ जॅब्स का अच्छा इस्तेमाल किया। जैसे जैसे राउंड आगे बढ़ता रहा, दीपक ने असेनोव पर कई हमले किए।
फाइनल राउंड में एशियन चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता दीपक कुमार ने विरोधी पर हावी होने की कोशिश की लेकिन वह इसमें सफल नहीं हो पाए। इस दौरान उन्होंने कई अच्छे पंच भी मारे लेकिन दो बार के यूरोपियन चैंपियन से वह पार नहीं पा सके। भारतीय बॉक्सर के लिए यह टूर्नामेंट काफी सकारात्मक रहा।
दीपक कुमार ने सेमीफाइनल में उज्बेकिस्तान के ओलंपिक और विश्व चैंपियन शाखोबिदीन ज़ोइरोव (Shakhobidin Zoirov) को 4-1 से हराया था। 2019 में रूस में फाइनल में अमित पंघल (Amit Panghal) को हराकर ज़ोइरोव ने संयोग से विश्व चैंपियनशिप जीती थी।
दीपक ने कहा, "मुझे पता था कि अगर मैं रियो 2016 चैंपियन को हरा दूंगा तो यह मेरे लिए अच्छा होगा। यदि आप सर्वश्रेष्ठ को हराते हैं तो आपका नाम दुनिया के सामने आता है।"
टूर्नामेंट में इससे पहले पूर्व विश्व युवा चैंपियन ज्योति गुलिया ने कजाकिस्तान की दो बार की विश्व चैंपियन नाज़ीम क़ाज़ीबे को 3-2 से हराकर 51 किग्रा में क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया था।
हालांकि अगले ही राउंड में उन्हें रोमानिया के लैक्रमीओरा पेरिजोक (Lacramioara Perijoc) से 5-0 से हार का सामना करना पड़ा।
कोई भी भारतीय महिला मुक्केबाज पदक जीतने में कामयाब नहीं रही। भारत ने स्ट्रांजा के अंतिम संस्करण में एक रजत और दो कांस्य सहित तीन पदक जीते थे।
स्ट्रैंड्जा मेमोरियल बॉक्सिंग टूर्नामेंट में 12 सदस्यीय भारतीय टीम, जिसमें सात पुरुष और पाँच महिला खिलाड़ियों ने भाग लिया। वहीं कुल मिलाकर, 30 देशों के 220 मुक्केबाजों ने इस इवेंट में भाग लिया।
प्रमुख फोटो: बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया