अल्पाइन स्कीइंग और विंटर ओलंपिक में सर्वश्रेष्ठ भारतीय प्रदर्शन के बारे में जानिए

बीजिंग 2022 में जायंट स्लैलम में आरिफ खान का 45 वां और कैलगरी में 1988 में मेंस स्लैलम में किशोर रत्न राय का 49 वां स्थान भारत की ओर से अब तक का सर्वश्रेष्ठ फिनिश रहा है।

3 मिनटद्वारा रौशन कुमार
downhill skiing
(2018 Getty Images)

भारत का विंटर ओलंपिक में बोलबाला नहीं रहा है, जहां आइस पर कुछ हीअपना प्रदर्शन दिखाया है।

सीमित प्रतिनिधित्व के बावजूद भी भारतीय अल्पाइन स्कीयर का बोलबाला रहा है।

भारत के पहले विंटर ओलंपियन जेरेमी बुजाकोव्स्की एक अल्पाइन स्कीयर थे, जबकि मोहम्मद आरिफ खान, जो बीजिंग 2022 में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं वह भी एक अल्पाइन स्कीयर हैं।

अल्पाइन स्कीइंग विंटर ओलंपिक में सबसे लोकप्रिय खेलों में से एक है। इसमें स्की पहन कर 150 किमी प्रति घंटे से अधिक की गति से आइस से ढकी ढलानों पर स्लाइड करना पड़ता है।

अल्पाइन स्कीइंग पांच अलग-अलग इवेंट्स में आयोजित किया जाता है। जिसमें डाउनहिल, स्लैलम, जायंट स्लैलम, सुपर-जी और कंबाइंड शामिल हैं जिसे विभिन्न तकनीक के साथ खेला जाता है। पांचों आयोजनों को मेंस और वूमेंस दोनों डिवीजन में खेला जाता हैं और विंटर ओलंपिक में हर इवेंट के लिए पदक से सम्मानित किया जाता है।

अल्पाइन स्कीयर उन सभी इवेंट का हिस्सा रहा हैं लेकिन तीन भारतीय दलों ने विंटर ओलंपिक में पांच में से तीन इवेंट में भाग लिया है। आइए प्रत्येक इवेंट में भारत के शीर्ष प्रदर्शन को देखें।

विंटर ओलंपिक के अल्पाइन स्कींग इवेंट में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन

मेंस डाउनहिल

जेरेमी बुजाकोव्स्की एकमात्र भारतीय हैं जिन्होंने अल्पाइन स्कीइंग के डाउनहिल इवेंट में भाग लिया है। उन्होंने साल 1964 के साथ-साथ साल 1968 के विंटर गेम्स में भाग लिया, लेकिन पहली उपस्थिति में वह अपना रन पूरा नहीं कर सके।

ग्रेनोबल 1968 में डाउनहिल इवेंट में 88 खिलाड़ियों ने भाग लिया जिसमें जेरेमी बुजाकोव्स्की 53वें स्थान पर रहे थे उनका समय 2: 11.82 रहा था जो स्वर्ण पदक विजेता की तुलना में 12 सेकंड धीमा था।

मेंस स्लैलम

किशोर रत्न राय ने विंटर ओलंपिक के मेंस स्लैलम इवेंट में भारत के लिए सर्वश्रेष्ठ परिणाम हासिल किया था। कैलगरी 1988 गेम्स में 109 एथलीटों में से वह 49 वें स्थान पर रहे थे। भारतीय स्कीयर का समय 2: 52.21 रहा था जो पहले स्थान से 73 सेकंड धीमा था।

वूमेंस स्लैलम

कैलगरी 1988 में शैलजा कुमार विंटर ओलंपिक में प्रतिस्पर्धा करने वाली पहली भारतीय महिला बनीं। उन्होंने वूमेंस स्लैलम में अपने दो रन 2: 52.27 में समाप्त किया जो चैंपियन के समय से एक मिनट धीमा था और 57 प्रतियोगियों में से वह 28वें स्थान पर रहीं थी।

मेंस जायंट स्लैलम

बीजिंग 2022 ओलंपिक में 89 प्रतिभागियों में से 45वें स्थान पर रहने वाले आरिफ खान ने शीतकालीन ओलंपिक में पुरुषों की जायंट स्लैलम में किसी भी भारतीय द्वारा सर्वश्रेष्ठ फिनिश का रिकॉर्ड हासिल कर लिया है। जम्मू और कश्मीर में जन्मे भारतीय स्कीयर 2:47.24 सेकेंड में अपनी रेस पूरी की, जबकि पहले स्थान पर रहने वाले स्कीयर ने 37.89 सेकेंड का समय लिया।

वूमेंस जायंट स्लैलम

भारत की दूसरी महिला विंटर ओलंपियन नेहा आहूजा ने जायंट स्लैलम में भारत के लिए शीर्ष प्रदर्शन किया। उन्होंने टोरिनो 2006 में आयोजित हुए विंटर ओलंपिक में 65 खिलाड़ियों ने भाग लिया जिसमें वह 42 वें स्थान पर रही। उनके प्रयासों का समय 2: 41.31 रहा जबकि विजेता खिलाड़ी का समय 2: 09.19 था।

विंटर ओलंपिक के अल्पाइन स्कींग इवेंट में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन