जयदीप करमाकर ने मुख्य राष्ट्रीय राइफ़ल शूटिंग कोच के पद से इस्तीफ़ा दे दिया है।
लंदन 2012 के ओलंपिक पदक विजेता को पेरिस 2024 को ध्यान में रखते हुए भारतीय राष्ट्रीय राइफ़ल एसोसिएशन (NRAI) ने कोच के पद के लिए नियुक्त किया था।
जयदीप ने द ट्रिब्यून का बताया, “हां, यह सही है कि मैंने इस्तीफ़ा दे दिया है। मुझे NRAI से मेरे नए अनुबंध के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है और मैं टीम के ख़राब माहौल से दूर होना चाहता था।”
आपको बता दें, पूर्व भारतीय निशानेबाज़ का राष्ट्रीय टीम के कोच के रूप में अनुबंध 2025 तक का था। और उन्हें मौजूदा ओलंपिक साइकल के दौरान भारतीय राइफ़ल निशानेबाज़ों को तैयार करने का काम सौंपा गया था।
टोक्यो 2020 ओलंपिक में पदक जीतने में भारत की विफ़लता के बाद जयदीप करमाकर की नियुक्ति हुई थी, जहां भारत ने 15 सदस्यीय शूटिंग दल भेजा था।
जयदीप करमाकर की अगुवाई में रुद्राक्ष पाटिल ने पिछले साल विश्व चैंपियनशिप में पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफ़ल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था। साल 2006 में अभिनव बिंद्रा के पोडियम पर शीर्ष पर पहुंचने के बाद यह विश्व स्तर पर इस प्रतियोगिता में भारत का पहला स्वर्ण पदक था।
रुद्राक्ष पाटिल की जीत से भारत को पेरिस 2024 ओलंपिक खेलों के लिए कोटा हासिल करने में भी मदद मिली। स्वप्निल कुसाले ने भी पिछले साल विश्व चैंपियनशिप में पुरुषों की 50 मीटर राइफ़ल 3 पोज़ीशन स्पर्धा में चौथे स्थान पर रहकर भारत के लिए पेरिस 2024 कोटा स्थान अर्जित किया था।
भारत के कोच के रूप में जयदीप करमाकर के इस्तीफ़ा के बाद ऑस्ट्रेलिया के 1996 ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता ट्रैप कोच रसेल मार्क और उनकी पत्नी लॉरिन मार्क ने भी अपना पद छोड़ दिया है। लॉरिन भारतीय स्कीट टीम की कोच और टीम की हाई-परफॉर्मेंस मैनेजर भी थी।
पुरुषों की 50 मीटर राइफ़ल प्रोन स्पर्धा में चौथे स्थान पर रहने के बाद जयदीप करमाकर लंदन 2012 ओलंपिक में पदक से चूक गए थे। उन्होंने आख़िरी बार 2014 में भारत का प्रतिनिधित्व किया था लेकिन भारत के राइफ़ल कोच के रूप में नियुक्त होने के बाद मई 2022 में आधिकारिक तौर पर अपने संन्यास की घोषणा की।
NRAI ने पिछले महीने बाकू विश्व कप के लिए जयदीप की जगह मनोज कुमार को टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया था।