इंडिया इंटरनेशनल चैलेंज बैडमिंटन: प्रियांशु राजावत ने जीता 2021 का दूसरा खिताब

प्रियांशु राजावत ने पिछले महीने यूक्रेन इंटरनेशनल जीता था। दूसरी ओर अनुपमा उपाध्याय ने महिला एकल के फाइनल में अपने से ऊंची रैंक वाली खिलाड़ी को हराकर फाइनल में जगह बनाई और खिताब जीता।

2 मिनटद्वारा विवेक कुमार सिंह
India International Challenge 2021 badminton
(Badminton Association of India / Twitter)

प्रियांशु राजावत (Priyanshu Rajawat) ने रविवार को बेंगलुरु में इंडिया इंटरनेशनल चैलेंज 2021 पुरुष एकल बैडमिंटन टूर्नामेंट जीतने के बाद वर्ष का अपना दूसरा खिताब जीता।

19 वर्षीय प्रियांशु राजावत ने पादुकोण-द्रविड़ सेंटर फॉर स्पोर्ट्स एक्सीलेंस में फाइनल में रघु मारिस्वामी (Raghu Mariswamy) को 12-21, 21-12, 21-8 से हराया। ये मुक़ाबला 45 मिनट तक चला था।

पिछले महीने यूक्रेन अंतरराष्ट्रीय का खिताब जीतने के बाद ये दुनिया के 211वें नंबर के प्रियांशु राजावत का दूसरा खिताब था।

दूसरी ओर अनुपमा उपाध्याय (Anupama Upadhyaya) ने फाइनल में 16 वर्षीय उन्नति हुड्डा (Unnati Hooda) को 21-19, 21-16 से हराकर महिला एकल में अपना पहला खिताब जीता। यहां सीनियर सर्किट पर उन्नति ने डेब्यू किया था।

बारहवीं वरीयता प्राप्त अनुपमा क्वार्टर फाइनल में छठी वरीयता प्राप्त रिया मुखर्जी (Riya Mookerjee) को हराने के बाद से टूर्नामेंट में सबसे फेवरेट मानी जा रही थीं। शुक्रवार को उन्होंने तीसरी वरीयता प्राप्त मालविका बंसोड़ (Malvika Bansod) को सीधे गेम में हरा दिया।

सेमीफाइनल में अनुपमा ने गैर वरीयता प्राप्त इशरानी बरुआ (Isharani Baruah) को हराकर फाइनल में प्रवेश किया।

ऑरलियन्स मास्टर्स में उपविजेता रहने वाले पुरुष युगल में कृष्णा प्रसाद (Krishna Prasad) और विष्णु वर्धन (Vishnu Vardhan) की जोड़ी ने अरुण जॉर्ज (Arun George) और संयम शुक्ला (Sanyam Shukla) को 24-22, 13-21, 22-20 से हराकर खिताब जीता।

कृष्ण प्रसाद और विष्णु वर्धन भी इस महीने की शुरुआत में भारत की थॉमस कप टीम का हिस्सा थे।

गायत्री गोपीचंद (Gayatri Gopichand) और त्रेसा जॉली (Treesa Jolly) की जोड़ी ने तनीषा क्रास्टो (Tanisha Crasto) और रितुपर्णा पांडा (Rituparna Panda) को 23-21, 21-14 से हराकर महिला युगल का खिताब जीता। गायत्री राष्ट्रीय बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद (Pullela Gopichand) की बेटी हैं।

मिश्रित युगल का खिताब ईशान भटनागर (Ishaan Bhatnagar) और तनीषा क्रास्टो (Tanisha Crasto) ने जीता। उन्होंने फाइनल में गायत्री और साईं प्रतीक को सीधे गेम में 21-16, 21-19 से हराया।