हॉकी 5s कैसे खेला जाता है: जानिए इसके नियम और यह फील्ड हॉकी से कैसे है अलग
हॉकी 5s पारंपरिक फील्ड हॉकी का छोटा और तेज़ फॉर्मेट है, जहां प्रत्येक टीम पांच खिलाड़ियों के साथ खेलती है।
हॉकी 5s फील्ड हॉकी के पारंपरिक खेल का एक छोटा और तेज फॉर्मेट वाला खेल है। यह क्रिकेट में T20 प्रारूप, रग्बी में रग्बी7 और बास्केटबॉल में 3x3 बास्केटबॉल फॉर्मेट की तरह ही है।
हॉकी 5s की शुरुआत पहली बार साल 2013 में हुई थी। इसके पीछे का मकसद खेल को तेज़, आसान और अधिक मनोरंजक बनाते हुए दर्शकों को इसकी तरफ आकर्षित करना था।
पहली बार हॉकी के इस फॉर्मेट को 2014 में चीन में आयोजित युवा ओलंपिक खेल के दौरान अंतरराष्ट्रीय मंच पर जगह दी गई थी। उसके बाद से हॉकी 5s की लोकप्रियता में लगातार वृद्धि हुई है और इसे 60 से अधिक देशों में खेला जाता है।
इस खेल के बारे में लोग काफ़ी कम ही जानते हैं। इसको ध्यान में रखते हुए हम यहां हॉकी 5s के बारे में पूरी जानकारी लेकर आए हैं, जिसमें इसके नियम और इसे खेलने का तरीका भी शामिल हैं।
हॉकी 5s का कोर्ट: इसका माप, साइज और मार्किंग
किसी भी नए खेल को समझने के लिए सबसे पहले उस खेल के मैदान और उसके लेआउट को समझना काफ़ी महत्वपूर्ण होता है।
हॉकी 5s का कोर्ट एक नियमित हॉकी मैदान के आकार का लगभग आधा होता है। हालांकि, इस खेल के मैदान का आकार अलग-अलग प्रतियोगिताओं में थोड़ा अलग हो सकता है। अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (FIH) के नियम के मुताबिक, हॉकी 5s के मैदान का अधिकतम स्वीकार्य आकार 55मीx42मी है, जबकि न्यूनतम स्वीकार्य आकार 40मीx28मी होना चाहिए।
कोर्ट की लंबाई (लंबी दूरी) को चिह्नित करने वाली दो सीमा रेखाओं को साइडलाइन कहा जाता है। जबकि, चौड़ाई (छोटी दूरी) को चिह्नित करने वाली रेखाएं बैकलाइन कहलाती हैं।
दो गोल जो आकार में आयताकार होते हैं और धातु या लकड़ी के फ्रेम के बने होते हैं, आयताकार कोर्ट की बैकलाइन के बीच में स्थापित किए जाते हैं। इसकी लंबाई 3.66 मीटर और चौड़ाई 2.14 मीटर होती है। प्रत्येक तरफ दो गोल पोस्ट के बीच स्थित बैकलाइन का क्षेत्र और गोल के क्षैतिज फ्रेम को गोल लाइन कहते हैं।
फील्ड हॉकी की तरह, हॉकी 5s के कोर्ट पर कोई डी या स्ट्राइकिंग सर्कल नहीं होता है। बैकलाइन के समानांतर चलने वाली एक सेंट्रल लाइन कोर्ट को दो बराबर हिस्सों में बांटती है। कोर्ट पर दो और डैश्ड लाइन होती हैं, जिन्हें क्वार्टर लाइन कहा जाता है। क्वार्टर लाइन, बैकलाइन और सेंट्रल लाइन के समानांतर खींची जाती है, जो कोर्ट के प्रत्येक हाफ को भी दो बराबर हिस्सों में बांटती है।
कोर्ट के हर साइड में दोनों गोल पोस्ट के बीच में क्वार्टर लाइन और सेंट्रल प्वाइंट्स बीच एक गोलाकार पेनल्टी स्पॉट भी होता है।
हॉकी 5s के नियम
हॉकी 5s का मुख्य उद्देश्य फील्ड हॉकी के समान ही है जहां हर टीम मैच को जीतने के लिए एक निर्धारित समय में विपक्षी टीम की तुलना में अधिक गोल करने की कोशिश करती है। सभी खिलाड़ी गेंद को कोर्ट पर नियंत्रित करने के लिए हॉकी स्टिक का उपयोग करते हैं और गेंद को गोल तक पहुंचाने के लिए विपक्षी टीम की गोल लाइन से आगे ले जाते हैं।
हालांकि, जिस तरह से फील्ड हॉकी में एक खिलाड़ी को गोल करने के लिए डी सर्कल के अंदर से गेंद को मारना होता है, वैसा हॉकी 5s में नहीं होता है। हॉकी 5s में खिलाड़ियों को गोल करने के लिए गेंद को कहीं से भी शूट करने की अनुमति होती है।
हॉकी 5s में कितने खिलाड़ी होते हैं?
फील्ड हॉकी के विपरीत, जहां प्रत्येक टीम में 11 खिलाड़ी होते हैं, हॉकी 5s में एक टीम में गोलकीपर सहित किसी भी समय मैदान पर अधिकतम पांच खिलाड़ी ही हो सकते हैं। मैच में किसी भी समय किसी भी टीम को अधिकतम चार खिलाड़ियों को प्रतिस्थापित करने की अनुमति होती है।
हॉकी 5s कैसे खेला जाता है?
हॉकी 5s और फील्ड हॉकी में सबसे बड़ा अंतर दोनों खेलों के खेलने के तरीके में आता है। ये अंतर हॉकी 5s में बाउंड्री बोर्ड या रिबाउंड बोर्ड की मौजूदगी के कारण होता है।
जैसा कि नाम से पता चलता है, बाउंड्री बोर्ड ऐसे बोर्ड होते हैं जो किसी भी छोर पर दो गोल लाइनों को छोड़कर पूरे हॉकी 5s कोर्ट को घेरे रहते हैं। बाउंड्री बोर्ड आमतौर पर 10-25 सेमी ऊंचे होते हैं।
फील्ड हॉकी में, यदि गेंद साइडलाइन को पार कर जाती है, तो गेंद को खेल से बाहर मानते हुए मैच एक बार फिर से फ्री हिट के साथ शुरु होता है। हालांकि, हॉकी 5s में, गेंद बाउंड्री बोर्ड से टकरा सकती है और खेल में वापस आ सकती है। इस वजह से मैच में अधिक रूकावट नहीं होती है और उसकी तेज़ी बनी रहती है।
बाउंड्री बोर्ड होने के कारण मैच में खिलाड़ी अधिक कोणों, रणनीति और कौशल का इस्तेमाल कर खेल को रोचक बना देते हैं।
हॉकी 5s में गेंद को सिर्फ तभी खेल से बाहर माना जाता है जब वह बाउंड्री बोर्ड और किसी भी बॉर्डर लाइन के पार चली जाती है।
यदि गेंद साइडलाइन से होते हुए बाउंड्री बोर्ड के पार चली जाती है, तो मैच को एक फ्री हिट के साथ फिर से शुरू किया जाता है। जहां से गेंद ने लाइन को पार किया था, वहां से 1 मीटर से अधिक की दूरी से खेल शुरु नहीं किया जाता है। यह दूरी हमेशा एक मीटर से कम होनी चाहिए।
यदि गेंद क्वार्टर लाइन क्षेत्र के भीतर साइडलाइन को पार कर जाती है और उसे डिफेंडर ने छू दिया हो, तो खेल एक बार फिर से शुरू होता है। इस बार खेल एक अटैकिंग प्लेयर के द्वारा क्वार्टर लाइन क्षेत्र के ठीक बाहर से फ्री हिट के साथ शुरू होता है। जहां से खेल शुरू किया जा रहा है वह जगह साइडलाइन से एक मीटर से अधिक की दूरी पर नहीं होनी चाहिए।
यदि गेंद डिफेंडिंग खिलाड़ी या गोलकीपर की स्टिक से लगकर बैकलाइन के ऊपर से निकल जाती है, तो गेंद को उनके हाफ में क्वार्टर लाइन पर रखकर खेल को फिर से शुरु किया जाता है। अटैकर गेंद को उस स्थान पर रखने के बाद एक फ्री हिट लेता है, जहां से गेंद ने बोर्ड को पार किया था।
यदि कोई अटैकिंग खिलाड़ी बिना गोल किए गेंद को बाउंड्री बोर्ड के पार या बैकलाइन के पार पहुंचा देता है, तब भी खेल फिर से शुरु किया जाता है। इस बार डिफेंडिंग टीम गेंद को उस क्वार्टर लाइन क्षेत्र में रखती है, जिसका वे बचाव कर रहे हैं और फिर वहां से फ्री हिट लेते हैं।
हॉकी 5s की चुनौतियां
पेनल्टी कॉर्नर की अवधारणा, जो फील्ड हॉकी में अधिकांश टीमों के लिए एक शक्तिशाली गोल स्कोरिंग विकल्प होता है, हॉकी 5s में उपलब्ध नहीं होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि हॉकी 5s में कोई डी या स्ट्राइकिंग सर्कल नहीं होता है।
इसके बजाय, हॉकी 5s में एक 'चैलेंज' होता है।
एक चैलेंज किसी टीम को तब मिलता है जब कोई डिफेंडर अपने ही हाफ में कोई फाउल करता है, जिसके कारण विपक्षी टीम गोल करने का एक स्पष्ट मौका चूक जाती है। एक डिफेंडर जिसके पास गेंद है, उसके द्वारा अपने ही हाफ में एक प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ जानबूझकर की गई कोई गलती के परिणामस्वरूप भी चैलेंज मिल सकता है।
एक चैलेंज के दौरान, गेंद को क्वार्टर लाइन पर रखा जाता है जिसका बचाव उस टीम द्वारा किया जा रहा था, जिसने ग़लती की थी।
जब चैलेंज शुरु होता है, तो चैलेंज लेने वाला एक अटैकिंग खिलाड़ी और विरोधी टीम का गोलकीपर ही हाफ में हो सकता है। दोनों टीमों के अन्य सभी खिलाड़ियों को सेंट्रल लाइन के पार, मैदान के दूसरे भाग में खड़ा होना होता है।
एक बार जब अंपायर एक चैलेंज की शुरुआत का संकेत देता है, तो अटैकिंग खिलाड़ी गेंद को आगे बढ़ाना शुरू कर सकता है। सीटी बजने से पहले, अटैकर को गेंद के पीछे खड़ा होना होता है जबकि गोलकीपर को दोनों पैरों को अपनी गोल लाइन पर या उसके पीछे रखना होता है।
चैलेंज शुरू होने के बाद जब अटैकर गेंद को छू लेता है, तो उसे गोल पर शॉट लेने से पहले गेंद के साथ कम से कम 4 मीटर आगे बढ़ना होता है।
अटैकिंग खिलाड़ी के द्वारा गेंद को छूने के बाद विरोधी टीम का गोलकीपर भी मूव कर सकता है। विरोधी टीम में खड़े दोनों टीमों के अन्य खिलाड़ी भी एक बार फिर से खेल में शामिल हो सकते हैं, जब एक बार अटैकर ने गेंद को छूकर चुनौती शुरू कर दी हो।
चैलेंज के अलावा, एक निश्चित गोल को रोकने के उद्देश्य से एक रक्षात्मक कार्रवाई के लिए हॉकी 5s में पेनल्टी स्ट्रोक भी दिया जा सकता है। उदारण के तौर पर यदि गोल लाइन पर एक पैर, या एक चैलेंज के दौरान एक अटैकिंग खिलाड़ी पर एक गोलकीपर जानबूझकर फाउल करता है तो इसके लिए पेनल्टी दी जा सकती है।
पेनल्टी स्ट्रोक के दौरान, अटैकिंग खिलाड़ी गेंद को विपक्षी हाफ में पेनल्टी सर्कल पर रख सकता है और गोल पर सीधा शॉट ले सकता है, जिसमें केवल विपक्षी गोलकीपर ही गोल का बचाव करता है।
हॉकी 5s में खिलाड़ियों द्वारा विभिन्न प्रकार के फाउल के लिए विभिन्न प्रकार के पेनल्टी लगाए जाते हैं जो कि रंगीन कार्डों द्वारा दर्शाया जाता है। इसके अलावा विपक्षी टीमों को फ्री हिट, चैलेंज या पेनल्टी स्ट्रोक मिलता है। ग़लती करने वाले खिलाड़ी को ग्रीन कार्ड देकर एक मिनट के लिए निलंबित कर दिया जाता है। इस दौरान उस खिलाड़ी की टीम में एक खिलाड़ी कम हो जाता है।
इसी तरह, अधिक गंभीर फाउल के लिए दिए गए पीले कार्ड के परिणामस्वरूप दो मिनट का निलंबन होता है। सबसे कठिन चुनौतियां, कदाचार या कई चेतावनी के लिए जारी किए गए एक लाल कार्ड के परिणामस्वरूप अपराधी खिलाड़ी को शेष मैच के लिए निलंबित कर दिया जाता है।
हॉकी 5s का मैच कितना लंबा होता है?
एक हॉकी 5s का मैच 20 मिनट तक चलता है, जो प्रत्येक 10 मिनट के दो हिस्सों में विभाजित होता है। दोनों हाफ के बीच दो मिनट का छोटा ब्रेक होता है।
यदि दोनों टीमें निर्धारित समय के अंत में बराबरी पर हैं तो मैच ड्रॉ में खत्म होता है या फिर एक चैलेंज शूटआउट के द्वारा मैच का फैसला किया जाता है। इस दौरान दोनों टीमें बारी-बारी से टूर्नामेंट के नियमों के अनुसार शूटआउट करती हैं।