डेनमार्क की एक हैरतंगेज़ वापसी को सफलतापूर्ण पराजित करते हुए फ्रांस ने 25-23 से टोक्यो 2020 खेलों की पुरुष हैंडबॉल प्रतियोगिता का स्वर्ण जीत लिया।
साल 2016 के रियो खेलों में भी इन दोनों के बीच स्वर्ण का मुकाबला हुआ था और आज (7 अगस्त) भी ख़िताब के लिए इन्ही दो देशों के बीच भिड़ंत हुई। ब्राज़ील में आयोजित हुए फाइनल में डेनमार्क ने फ्रांस को हराया था लेकिन पांच साल बाद फ्रांस ने अपना ओलंपिक ख़िताब वापस छीन लिया।
फ्रांस को यह जीत आसानी से नहीं मिली क्योंकि डेनमार्क ने छह अंकों से पीछे होने के बाद भी वापसी करते हुए उस बढ़त को सिर्फ एक अंक कर दिया।
डेनमार्क का संघर्ष फ्रांस की बढ़त के बाद देखने को मिला और जब 2012 के चैंपियन टीम के दो खिलाड़ियों को बाहर कर दिया गया तो उनके प्रतिद्वंदियों ने यह अवसर नहीं गंवाया।
रोमांच और शानदार क्षणों से भरे इस मुकाबले में डेनमार्क ने एक मिनट बचने के बाद टर्नओवर जीता लेकिन उस आक्रमण का वह फायदा नहीं उठा पाए। फ्रांस ने इस अवसर को देखा और गोल दागते हुए फाइनल अपने नाम किया।
डेनमार्क के लिए Mikkel Hansen ने नौ गोल दागे और 61 गोल के साथ टोक्यो 2020 खेलों में वह सबसे ज़्यादा गोल दागने वाले खिलाड़ी बने।