भारतीय महिला हॉकी टीम ने रविवार को रांची के मारंग गोमके जयपाल सिंह एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम में एफआईएच हॉकी ओलंपिक क्वालीफायर 2024 के पूल बी के अपने दूसरे मैच में न्यूजीलैंड को 3-1 से हराया।
भारत के लिए संगीता कुमारी (1'), उदिता (12') और ब्यूटी डुंग डुंग (14') ने गोल किए जबकि न्यूजीलैंड के लिए मेगन हल (9') गोल स्कोरर रहीं।
इस जीत से भारतीय महिला हॉकी टीम को अपने पेरिस 2024 ओलंपिक के सपनों को जिंदा रखने में मदद मिली।
आठ देशों के टूर्नामेंट की शीर्ष तीन हॉकी टीमें पेरिस 2024 ओलंपिक में जगह बनाएंगी, जो इस साल जुलाई-अगस्त में फ्रांस में आयोजित किया जाएगा। प्रत्येक पूल (ए और बी) से शीर्ष दो टीमें सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करेंगी।
रविवार को भारत ने संयुक्त राज्य अमेरिका के खिलाफ अपना पहला मैच गंवा दिया था। इस जीत के साथ भारत दो मैचों में तीन अंकों के साथ पूल ए स्टैंडिंग में तीसरे स्थान पर है।
न्यूजीलैंड के पास भी इतने ही अंक हैं लेकिन गोल अंतर के आधार पर भारत तीसरे स्थान पर है। न्यूजीलैंड और भारत दोनों का गोल अंतर +1 का है।
भारत मंगलवार को अपने अंतिम एफआईएच महिला हॉकी ओलंपिक क्वालीफायर 2024 पूल बी मैच में निचले स्थान पर मौजूद इटली से भिड़ेंगा, जबकि न्यूजीलैंड का सामना अमेरिका से होगा, जो छह अंकों के साथ तालिका में शीर्ष पर है।
अगर आखिरी मैच में भारत हार जाता है तो पेरिस 2024 ओलंपिक में जगह बनाने के सपनों पर पानी फिर जाएगा।
न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व नंबर 6 भारत ने पूरी ताकत झोंक दी और पहले मिनट में ही बढ़त ले ली। सलीमा टेटे ने दाईं ओर से ड्रैग किया और गेंद को डेंजर जोन में भेज दिया।
संगीता कुमारी ने तेजी से कीवी गोलकीपर ग्रेस ओ'हानलोन को चकमा देते हुए गोल कर दिया।
हालांकि, ये बढ़त केवल आठ मिनट तक रही। वर्ल्ड नंबर 9 न्यूजीलैंड ने पेनल्टी कॉर्नर के जरिए गोल की बराबरी कर ली। मेगन हल की ड्रैग-फ्लिक ने भारतीय डिफेंडरों और गोलकीपर सविता पुनिया को चकमा देते हुए यह गोल किया।
इसके बाद भारतीय महिला हॉकी टीम ने पेनल्टी कॉर्नर से पलटवार किया और उदिता ने एक शक्तिशाली शॉट के साथ शानदार गोल कर दिया।
मेज़बान टीम ने थोड़ी ही देर में अपनी बढ़त दोगुनी कर दी। ब्यूटी डुंगडुंग ने बेहतरीन स्टिकवर्क के साथ गोल किया।
दूसरे क्वार्टर में दोनों टीमों ने कई मौके बनाए लेकिन कोई भी गोल नहीं कर सका और पहले हाफ में भारत 3-1 से आगे रहा।
ब्लैक स्टिक्स के पास तीसरे क्वार्टर में गोल करने का अच्छा मौका था, जब केटी डोर ने सविता पुनिया के साथ उलझने की कोशिश की, लेकिन भारतीय कप्तान डटी रहीं।
भारत के पास भी अपनी बढ़त को बढ़ाने के कुछ मौके जरूर थे लेकिन वह उन्हें भुना नहीं सका।
भारत ने अंतिम क्वार्टर में खेल का शानदार प्रदर्शन किया और महत्वपूर्ण जीत हासिल की।