भारतीय इक्वेस्ट्रियन फौआद मिर्जा ने बुधवार को पोलैंड में स्ट्रेजगोम स्टैंडर्ड शो 2024 के इवेंटिंग में टोक्यो 2020 ओलंपिक चैंपियन जुलिया क्रेज्वेस्की को हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
इवेंटिंग एक इक्वेस्ट्रियन प्रतियोगिता है जिसमें घोड़े और राइडर ड्रेसेज, क्रॉस कंट्री और शो जंपिंग समेत तीन डिसिप्लिन में अपनी योग्यता साबित करते हैं।
होल्स्टीनर नस्ल के दाजरा 4 घोड़े की सवारी करने वाले फौआद ने स्वर्ण पदक जीतने के लिए कुल 30.100 पेनल्टी स्कोर किए। सभी स्कोर ड्रेसेज डिसिप्लिन में आए जिसमें पूर्वनिर्धारित मूवमेंट की एक सीरीज भी शामिल थी।
दो बार के एशियाई खेलों के रजत पदक विजेता ने बिना किसी पेनल्टी के साथ क्रॉस कंट्री और शो जंपिंग राउंड में जीत हासिल की।
टोक्यो 2020 की विजेता जूलिया क्रेजवेस्की, एरो डी कैंट्रे की सवारी करते हुए 34.600 के कुल स्कोर के साथ दूसरे स्थान पर रहीं। उनको ड्रेसेज में कुल 31.000 पेनल्टी मिले।
हालांकि, क्रॉस कंट्री में समय के लिए 3.600 पेनल्टी ने उन्हें लीडरबोर्ड में नीचे धकेल दिया। तीसरे स्थान पर, मैगन वी पर सवार मालिन असाई ने कुल 35.000 स्कोर के साथ समापन किया।
असाई ने ड्रेसेज में 33.800 स्कोर किया और समय के कारण क्रॉस कंट्री में 1.200 पेनल्टी प्राप्त किए।
स्ट्रेजगोम स्टैंडर्ड शो 2024 एक CCI3-S* स्तर का इवेंट था, जिसमें 1* सबसे कम और 5* इंटरनेशनल फेडरेशन फॉर इक्वेस्ट्रियन स्पोर्ट्स (FEI) के विनिर्देशों के अनुसार सबसे अधिक था।
टोक्यो 2020 में, मिर्जा ने अपने घोड़े सिग्नूर मेडिकॉट की सवारी करते हुए, सिडनी 2000 के बाद ओलंपिक में प्रतिस्पर्धा करने वाले पहले भारतीय घुड़सवार बने।
वह 59.60 पेनल्टी प्वाइंट के साथ इवेंटिंग में 23वें स्थान पर रहे। फौआद पेरिस 2024 ओलंपिक के लिए कट हासिल करने से चूक गए थे।