इलोर्डा कप मुक्केबाजी टूर्नामेंट में अल्फिया पठान और गीतिका ने जीता स्वर्ण

भारत ने दो स्वर्ण और दो कांस्य सहित कुल 14 पदकों के साथ अपने अभियान को समाप्त किया।

2 मिनटद्वारा ओलंपिक
Alfiya in action (File Photo)
(Boxing Federation of India)

कजाकिस्तान की राजधानी नूर-सुल्तान में आयोजित इलोर्डा कप मुक्केबाजी टूर्नामेंट के पहले संस्करण में सोमवार को शानदार प्रदर्शन करते हुए मौजूदा युवा विश्व चैंपियन अल्फिया पठान और गीतिका ने स्वर्ण पदक जीता। दोनों ही युवा मुक्केबाज अल्फिया और गीतिका के लिए यह पहली सीनियर अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता थी।

इसके अलावा भारत की दो अन्य महिला मुक्केबाज कलाइवानी श्रीनिवासन और जमुना बोरो ने रजत पदक के साथ अपने अभियान को समाप्त किया।

नागपुर की अल्फिया ने 2016 विश्व चैंपियन और खिताब की प्रबल दावेदार मानी जा रहीं लज्जत कुंगेइबायेवा को महिलाओं के +81 किग्रा भार वर्ग के फाइनल में एकतरफा मुकाबले में 5-0 से हराया। इस जीत के बाद अल्फिया ने कहा, "खासतौर से विश्व चैंपियन के खिलाफ जीत हासिल करते हुए स्वर्ण पदक जीतना एक अद्भुत अहसास है।"

वहीं, रोहतक की रहने वाली गीतिका ने 48 किग्रा भार वर्ग के अखिल भारतीय महिला फाइनल में हमवतन खिलाड़ी कलाइवानी पर 4-1 से जीत दर्ज की। इस शानदार जीत के बाद उन्होंने कहा, "पहले सीनियर अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीतना बहुत अच्छा एहसास है। यह एक अच्छी शुरुआत है। मैं अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में वरिष्ठ स्तर पर और भी पदक जीतना चाहती हूं।"

इस बीच, 2019 विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता जमुना ने उज्बेकिस्तान की निगिना उकटमोवा को कड़ी टक्कर दी, लेकिन इसके बावजूद वह 54 किग्रा भार वर्ग के फाइनल में 0-5 से हार गईं।

इस मुक्केबाजी टूर्नामेंट के अंतिम दिन दो स्वर्ण और रजत पदक जीतने के साथ भारतीय दल ने टूर्नामेंट के पहले संस्करण में 10 कांस्य सहित कुल 14 पदकों के साथ अपने अभियान को समाप्त किया। इसमें भारतीय महिला मुक्केबाजों ने दो स्वर्ण, दो रजत और छह कांस्य पदक अपने नाम किया। 

बता दें, इस मुक्केबाजी टूर्नामेंट में दो टीमों के साथ 33 सदस्यीय भारतीय दल ने हिस्सा लिया था।

इलोर्डा कप में भारतीय पदक विजेता

महिला मुक्केबाज

स्वर्ण पदक: गीतिका (48 किग्रा) और अल्फिया पठान (+81 किग्रा)

रजत पदक: कलाईवानी श्रीनिवासन (48 किग्रा) और जमुना बोरो (54 किग्रा)

कांस्य पदक: ज्योति गुलिया (52 किग्रा), साक्षी (54 किग्रा), सोनिया लाठेर (57 किग्रा), नीमा (63 किग्रा), ललिता (70 किग्रा) और बबीता बिष्ट (81 किग्रा)

पुरुष मुक्केबाज

कांस्य पदक: कुलदीप कुमार (48 किग्रा), अनंत चोपड़े (54 किग्रा), सचिन (57 किग्रा) और जुगनू (92 किग्रा)