बेहद आकर्षक रहा बर्मिंघम में राष्ट्रमंडल खेल 2022 का उद्घाटन समारोह
उद्घाटन समारोह में बर्मिंघम शहर की संस्कृति, एकता, आविष्कारों और राष्ट्रों की परेड का प्रदर्शन देखने को मिला। समारोह के दौरान भारतीय एथलीटों ने भी अपनी चमक बिखेरी।
बर्मिंघम के एलेक्जेंडर स्टेडियम में राष्ट्रमंडल खेल 2022 के उद्घाटन समारोह का आयोजन किया गया। समारोह के दौरान अलग-अलग रंगारंग कार्यक्रम देखने मिले। इसके अलावा एक बड़े बुल के जरिए बर्मिंघम की संस्कृति को दर्शाया गया। समारोह के दौरान मलाला यूसुफजई ने भी मंच पर बच्चों और महिलाओं के अधिकारों पर अपनी बात रखी।
बर्मिंघम 2022 उद्घाटन समारोह की शुरुआत एक वर्चुअल रियलिटी शो के जरिए प्रतिस्पर्धा कर रहे 72 देशों की संस्कृति को दिखाकर हुई।
इसके बाद स्थानीय निवासियों की कई पुरानी कारों को यूनियन जैक का आकार बनाने के लिए स्टेडियम में लाया गया। ये नजारा मोटर उद्योग में बर्मिंघम के इतिहास को प्रदर्शित करने के लिए प्रदर्शित किया गया और अंत में प्रिंस चार्ल्स अपनी पत्नी कैमिला, डचेस ऑफ कॉर्नवाल के साथ अपनी एस्टन मार्टिन कार में स्टेडियम में प्रवेश किया।
इसके बाद मेजो-सोप्रानो सामंथा ऑक्सबोरो ने इंग्लैंड का राष्ट्रगान, 'गॉड सेव द क्वीन' की धुन बजाई, जिसपर बर्मिंघम सिम्फनी ऑर्केस्ट्रा और बर्मिंघम के 700 लोगों ने एक साथ इस धुन पर अपना प्रदर्शन दिखाया।
समारोह के दौरान नाटककार विलियम शेक्सपियर, संगीतकार एडवर्ड एल्गर और लेखक सैमुअल जॉनसन जैसी बर्मिंघम की कुछ प्रसिद्ध हस्तियों को एक विशाल कठपुतली के रूप में प्रदर्शित किया गया।
इसके बाद नोबेल शांति पुरस्कार विजेता और बर्मिंघम शहर को अपना घर मानने वाली मलाला यूसुफजई द्वारा एक प्रेरणादायक भाषण दिया गया।
ब्लैक सब्बाथ के संस्थापक टॉमी इयोमी ने गिटार बजाकर वहां मौजूद लोगों का मनोरंजन किया। इसके बाद सैक्सोफोनिस्ट सोवेटो किंच और बर्मिंघम रॉयल बैले ने भी अपनी कला का प्रदर्शन किया।
सेल्युलाइड फिल्म और प्रिंटिंग प्रेस जैसे बर्मिंघम के विभिन्न आविष्कारों को प्रदर्शित करने के लिए एक कार्निवल का प्रदर्शन किया गया।
समारोह का मुख्य आकर्षण 10 मीटर ऊंचे बुल के रूप में आया, जिसे बनाने में पांच महीने का समय लगा था। इस बुल के जरिए साल 1910 में हुए मजदूरों की स्ट्राइक को दर्शाया गया। जब मजदूर बेहतर वेतन की मांग को लेकर हड़ताल पर चले गए थे। इसके बाद बुल ने अपनी बाहरी खाल को उतार कर मजदूरों की जीत का प्रतिनिधित्व भी किया।
राष्ट्रों की परेड पिछले राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबान ऑस्ट्रेलिया के साथ शुरू हुई, उसके बाद ओशिनिया क्षेत्र के देशों ने परेड की।
इसके बाद अफ्रीका, अमेरिका, एशिया, कैरेबियाई और यूरोप के देशों ने अपने राष्ट्र का प्रतिनिधित्व किया।
भारतीय ध्वजवाहक पीवी सिंधु और मनप्रीत सिंह ने भारतीय दल का नेतृत्व किया। परेड के दौरान भारतीय एथलीट बेहद आकर्षक पोशाक में नजर आए। एथलीटों ने लंबे कुर्ते और पजामे को पहनकर भारतीय परंपरा को दर्शाया।
परेड के दौरान भारतीय दल सबसे बड़ी संख्या में सामने आई। भारतीय दल में अनुभवी शरत कमल, चिराग शेट्टी, लक्ष्य सेन और साथियान गणानाशेखरन जैसे युवा खिलाड़ी भी शामिल थे।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम परेड का हिस्सा नहीं थी, क्योंकि शुक्रवार की सुबह विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वह अपने अभियान की शुरुआत करेंगी।
मेजबान इंग्लैंड ने सबसे अंत में परेड की। उनकी परेड काफी शानदार रही। उन्होंने बैंड क्वीन के लोकप्रिय गीत 'वी विल रॉक यू!' के साउंडट्रैक पर परेड की।
परेड के बाद पूर्व एथलीटों द्वारा राष्ट्रमंडल खेल महासंघ का औपचारिक झंडा फहराया गया।
इंग्लैंड के तैराक टॉम डेली ने क्वींस बैटन को स्टेडियम में सबके सामने प्रस्तुत किया, फिर अन्य इंग्लिश एथलीटों के माध्यम से बैटन को CWG फेडरेशन के अध्यक्ष डेम लुईस मार्टिन को सौंपा गया।
अंत में बर्मिंघम स्थित बैंड ड्यूरन ड्यूरन द्वारा समारोह का उत्साहजनक समापन किया गया।
इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट का उद्घाटन समारोह इतना बेहतरीन रहा है तो आप कल्पना कर सकते हैं कि आने वाले दिन कितने रोमांचक होंगे।