कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 बॉक्सिंग: विश्व चैंपियन निकहत जरीन ने क्वार्टर-फाइनल में बनाई जगह; शिवा थापा को मिली हार
बर्मिंघम 2022 में महिलाओं की 50 किग्रा बॉक्सिंग के राउंड ऑफ-16 मुकाबले में मौजूदा विश्व चैंपियन ने आरएससी (रेफरी स्टॉप कॉन्टेस्ट) के जरिए मोजाम्बिक की हेलेना इस्माइल बगाओ को हराया।
मौजूदा विश्व चैंपियन निकहत जरीन ने रविवार को ब्रिटेन के बर्मिंघम में राष्ट्रमंडल खेलों 2022 में महिलाओं के लाइट फ्लाईवेट 50 किग्रा वर्ग के क्वार्टर-फाइनल में जगह बना ली।
इस साल की शुरुआत में विश्व चैंपियनशिप और स्ट्रैंड्जा मेमोरियल गोल्ड जीतने वाली निकहत जरीन ने राष्ट्रमंडल खेल में अपने पहले मुकाबले में शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने सोलिहुल में नेशनल एग्जिबीशन सेंटर (NEC) में मोजाम्बिक की हेलेना इस्माइल बगाओ पर आरएससी (रेफरी स्टॉप कॉन्टेस्ट) से जीत हासिल की।
निकहत जरीन का सामना बर्मिंघम 2022 बॉक्सिंग क्वार्टर-फाइनल में वेल्श की मुक्केबाज हेलेन जोन्स से होगा।
निकहत जरीन ने Olympics.com से बात करते हुए कहा, "आप इस स्तर पर मुकाबले को हल्के में नहीं ले सकते हैं। हर कोई यहां पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत करता है, आप किसी भी स्तर पर ढीले नहीं हो सकते हैं। मुझे पता था कि मैं पहले राउंड में हावी थी लेकिन तीसरे राउंड में मैंने अपना पूरा जोर लगा दिया। मैंने कुछ शक्तिशाली मुक्के लगाए और रेफरी ने मुकाबला रोकते हुए मुझे विजेता घोषित कर दिया। मैं कॉमनवेल्थ गेम्स में अपना पहला मुकाबला जीतकर खुश हूं और स्वर्ण पदक जीतना चाहती हूं।"
CWG 2022 में अपनी श्रेणी में भारतीय मुक्केबाज अब तक सर्वश्रेष्ठ नजर आ रही हैं। उत्तरी आयरलैंड की कार्ली मैकनौल, जो 2018 गोल्ड कोस्ट रजत पदक विजेता थीं, उन्हें जरीन के स्वर्ण पदक जीतने की राह में एकमात्र वास्तविक चुनौती के तौर पर देखा जा रहा है।
मैकनॉल, जो पहले दिन ऑस्ट्रेलिया की क्रिस्टी हैरिस के खिलाफ एक करीबी मुकाबले में जीतने में कामयाब रही थीं, उन्हें फिलहाल दूसरे ब्रैकेट में रखा गया है और फाइनल से पहले उनका सामना जरीन से नहीं होगा।
निकहत ने इस मुकाबले में बगाओ को जल्दी हराने की कोशिश की और शुरुआत से ही अपनी प्रतिद्वंद्वी पर भारी रहीं। उन्होंने पूरे जोश के साथ कई राइट हुक लगाए। वह अपने बेहतरीन फुटवर्क की वजह से मोजाम्बिक की मुक्केबाज की पहुंच से दूर रहने में सफल रहीं।
जरीन ने पहले राउंड को मुक्कों की एक कड़ी के साथ समाप्त किया और शानदार अंदाज में अपने मुकाबले पर नियंत्रण हासिल कर लिया।
दूसरे दौर में भारतीय खिलाड़ी ने बगाओ को कोई मौका नहीं दिया। हालांकि, उनकी प्रतिद्वंद्वी की ऊर्जा में कोई कमी नहीं दिखी लेकिन वह विश्व चैंपियन की बेहतरीन तकनीक का मुकाबला करने में विफल रहीं।
तीसरे और अंतिम राउंड में भारतीय मुक्केबाज ने अपना दबदबा बनाए रखा। उनकी आक्रामकता ऐसी थी कि रेफरी ने 40 सेकंड बाकी रहते हुए ही प्रतियोगिता रोक दी और जरीन को विजेता घोषित कर दिया।
शिवा थापा को पुरुषों के 63.5 किग्रा के राउंड ऑफ-16 में हार का सामना करना पड़ा
भारत के शिवा थापा, जिन्होंने पुरुषों के 63.5 किग्रा लाइट वेल्टरवेट वर्ग के शुरुआती दौर में पाकिस्तान के सुलेमान बलूच को 5:0 से हराया था, वह राउंड ऑफ-16 में स्कॉटलैंड के रीज़ लिंच से 4:1 के स्प्लिट डिसीजन से हार गए।
पिछले साल विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता लिंच के खिलाफ, ओलंपियन शिवा थापा ने पहले राउंड में चपलता दिखाते हुए कुछ अच्छे मुक्के लगाए। लेकिन स्कॉटलैंड के मुक्केबाज ने 2015 के वर्ल्ड चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता और पूर्व एशियाई चैंपियन के खिलाफ जीत हासिल कर ली।
पुरुषों के 75 किग्रा मिडिलवेट डिवीजन में सुमित कुंडू भी 19 वर्षीय ऑस्ट्रेलियाई मुक्केबाज कैलम पीटर्स से 5:0 से पिछड़ने के बाद क्वार्टर-फाइनल में जगह बनाने में नाकाम रहे।
पुरुषों के 92 किग्रा के सुपर हैवीवेट कैटेगरी में भारत के सागर ने कैमरून के मैक्सिमे येगनोंग नजियो को 5-0 से शिकस्त दी। इसके साथ ही सागर ने क्वार्टर-फाइनल मुकाबले में जगह बनाई, जो 4 अगस्त को खेला जाएगा। इस दौरान सागर का मुकाबला सेशल्स के केडी इवांस एग्नेस से होगा।