कैरोलिना मारिन के टोक्यो 2020 से बाहर होने के बाद पीवी सिंधु को मिलेगा फायदा

मौजूदा ओलंपिक चैंपियन कैरोलिना मारिन को इस सप्ताह के अंत में अपने बाएं घुटने की सर्जरी करानी है।

4 मिनटद्वारा विवेक कुमार सिंह
PV Sindhu and Carolina Marin.
(Getty Images)

स्पेनिश बैडमिंटन खिलाड़ी कैरोलिना मारिन (Carolina Marin) ने मंगलवार को इस साल आयोजित होने वाले टोक्यो 2020 ओलंपिक गेम्स से खुद को हटा लिया है। जिसके बाद बहुप्रतीक्षित पीवी सिंधु (PV Sindhu) बनाम कैरोलिना मारिन के बीच होने वाले मुक़ाबले की उम्मीद समाप्त हो गई।

सोशल मीडिया पर साझा किए गए एक संदेश में वर्तमान विश्व नंबर 3 ने बताया है कि उनके एसीएल और दोनों मेनिस्की में चोट आई है और अगले सप्ताह उनकी सर्जरी होगी।

मारिन के संदेश के एक हिस्से में लिखा था, "ये एक और संकट है जिससे मुझे निपटना है, लेकिन मैं निश्चित रूप से वापसी करूंगी। पिछले दो महीनों में तैयारी बहुत मुश्किल हो गई थी, लेकिन मैं उत्साहित थी और जानती थी कि मैं ओलंपिक के लिए सबसे अच्छी स्थिति में रहूंगी। अब ऐसा नहीं हो पाएगा।"

कैरोलिना मारिन और भारत की पीवी सिंधु का रियो 2016 के फाइनल में आमना-सामना हुआ था और उस मुकाबले में मारिन ने सिंधु को हराकर स्वर्ण पदक जीता था। स्पेनिश खिलाड़ी ने एक गेम से पिछड़ने के बाद सिंधु को 19-21,21-12, 21-15 से हराया था।

उसके बाद पीवी सिंधु विश्व चैंपियन बन गई और भारतीय प्रशंसकों समेत बैडमिंटन की दुनिया को उम्मीद थी कि रियो 2016 फाइनल की तरह, इस बार भी टोक्यो में दो कट्टर प्रतिद्वंद्वियों के बीच संभावित मुकाबला देखने को मिलेगा।

हालांकि टोक्यो ओलंपिक में अभी दो महीने बाकी हैं, लेकिन एसीएल की चोट को ठीक होने में काफी समय लगेगा। भले ही कैरोलिना मारिन जल्द ठीक हो जाएं, उन्हें टोक्यो में भाग लेने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ेगी।

2019 में कैरोलिना मारिन को दाहिने घुटने में एसीएल के फटने की जानकारी मिली थी और सात महीने के लिए वो बैडमिंटन से दूर हो गई थीं।

शानदार फॉर्म में थीं कैरोलिना

2019 में चाइना ओपन, सैयद मोदी इंटरनेशनल और इटैलियन ओपन जीतकर स्पैनिश खिलाड़ी ने अपनी वापसी के बाद सबको प्रभावित किया था।

साल 2020 में COVID की वजह से ना खेलने के बाद साल 2021 में जब कैरोलिना मारिन कोर्ट में उतरीं तो पांच फाइनल में उन्होंने जगह बनाई, जिसमें दो थाईलैंड ओपन, बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर फाइनल, स्विस ओपन और यूरोपीय चैंपियनशिप का फाइनल।

वर्ल्ड टूर फाइनल को छोड़कर उन्होंने उन सभी प्रतियोगिताओं को जीता और टोक्यो में अपना ओलंपिक खिताब बरकरार रखने की प्रमुख दावेदार के रूप में वह उभरीं।

हालांकि, कैरोलिना मारिन ने बाएं घुटने की चोट के बाद ऑल इंग्लैंड ओपन से हटने का फैसला किया, इससे पहले वो इंडोनेशिया मास्टर्स 2020 के फाइनल में खेली थीं। हालाँकि, उन्हें पर्याप्त आराम नहीं मिला था और अब उन्हें सर्जरी करानी होगी।

ऐसे में कैरोलिना मारिन के टोक्यो से बाहर होने के बाद पीवी सिंधु के टोक्यो में पोडियम पर शीर्ष स्थान हासिल करने की संभावनाएं बढ़ जाएंगी।

यह स्पैनिश खिलाड़ी विश्व बैडमिंटन में उन बहुत कम खिलाड़ियों में से एक हैं जिनके खिलाफ सिंधु का रिकॉर्ड अच्छा नहीं रहा है। भारतीय खिलाड़ी को 14 मैचों में से सिर्फ 5 मुकाबलों में जीत और 9 में हार का सामना करना पड़ा है।

रियो 2016 में शानदार मुकाबला करने के बाद पीवी सिंधु और कैरोलिना मारिन सात बार आमने-सामने हो चुकी हैं, जिसमें भारतीय ने तीन जीते और स्पेनिश दिग्गज ने चार मुकाबलों में जीत हासिल की है।

पीवी सिंधु को कैरोलिना मारिन के खिलाफ आखिरी जीत 2018 मलेशिया ओपन क्वार्टर फाइनल में मिली थी। इस बीच मारिन ने पिछले तीन मुकाबले लगातार जीते हैं, जिसमें मार्च में हाल ही में स्विस ओपन फाइनल की जीत भी शामिल है।

हालांकि, भारतीय शटलर का काम अभी भी टोक्यो में खत्म नहीं हुआ है। वर्तमान विश्व नंबर 1 खिलाड़ी चीनी ताइपे ताई त्ज़ु यिंग (Tai Tzu Ying), चीन की चेन यू फेइ (Chen Yu Fei), जापान की नोज़ोमी ओकुहारा (Nozomi Okuhara) और थाईलैंड की रत्चानोक इंतानोन (Ratchanok Intanon) के रहते सिंधु का काम आसान नहीं होने वाला है।

अब इस उम्मीद पर खरे रहने की जिम्मेदारी भारतीय स्टार पीवी सिंधु पर होगी।

पीवी सिंधु ने कहा, "निश्चित रूप से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद की जाएंगी। जो भी हो, मुझे अपना सर्वश्रेष्ठ देना होगा, दूसरों के बारे में सोचने के बजाय, मुझे खुद अच्छा खेलना होगा। अगर मैं अच्छा करती हूं, तो मैं भारत के लिए अच्छा करूंगी और हर कोई खुश होगा।”
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