स्पेन के ह्युएलवा में आयोजित BWF विश्व चैंपियनशिप 2021 में शनिवार को भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत ने हमवतन लक्ष्य सेन को 21-17, 21-14, 21-17 से हराकर खिताबी मुकाबले के लिए अपनी जगह पक्की कर ली है।
इसके साथ ही वो BWF विश्व चैंपियनशिप के इतिहास में मेंस सिंगल्स के फाइनल में जगह बनाने वाले पहले भारतीय शटलर बन गए हैं।
भारत ने इससे पहले विश्व चैंपियनशिप के मेंस सिंगल्स स्पर्धा में दो कांस्य पदक जीता था, जिसमें पहला पदक साल 1983 में प्रकाश पादुकोण ने जीता था और दूसरा पदक साल 2019 में साई प्रणीत ने अपने नाम की थी।
अब रविवार को होने वाले फाइनल मुकाबले में 31 साल की श्रीकांत का मुक़ाबला लौह किन येव और एंडेर्स एंटोनसेन के बीच होने वाले मुकाबले के विजेता से होगा।
मेंस सिंग्लस के सेमी-फाइनल में वर्ल्ड रैंकिंग में 14वें नंबर के श्रीकांत ने पहले गेम में वर्ल्ड रैंकिंग में 19वें स्थान पर मौजूद लक्ष्य ने श्रीकांत को हराकर की बढ़त बना ली।
दूसरे गेम में श्रीकांत ने वापसी करते हुए छह लगातार अंक हासिल किए और लक्ष्य को हरा कर मुकाबले में बराबरी हासिल कर ली। अंतिम गेम दोनों खिलाड़ियों के लिए काफी अहम था। श्रीकांत ने तीसरे गेम में भी अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखा और रोमांचक मुकाबले में लक्ष्य को हरा कर फाइनल में जगह बना ली।
इस हार के साथ लक्ष्य सेन को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ेगा, जहां किदांबी श्रीकांत फाइनल में खिताबी जीत के लिए मुकाबला करेंगे।