दुबई में जारी बैडमिंटन एशिया चैंपियनशिप 2023 में शुक्रवार को महिला एकल इवेंट के क्वार्टर-फ़इनल में भारतीय शटलर पीवी सिंधु को दक्षिण कोरिया की बैडमिंटन खिलाड़ी एन से यंग ने 2-1 से हराया।
दोनों शटलरों के बीच 58 मिनट तक चले इस मैच में एन से यंग ने पीवी सिंधु को 18-21, 21-5, 21-9 से हराया।
दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधु ने दक्षिण कोरिया की एन से यंग के ख़िलाफ़ पहले गेम में आक्रामक शुरुआत करते हुए 6-5 की बढ़त हासिल कर ली। हालांकि, इसके कुछ ही मिनट बाद दक्षिण कोरिया की शटलर ने वापसी करते हुए सिंधु के ख़िलाफ़ दो अंकों की बढ़त बना ली।
इसके बाद दोनों शटलरों के बीच रोमांचक खेल देखने मिला, विश्व रैकिंग में 11वें नंबर पर काबिज़ भारतीय शटलर ने चपलता के साथ कोर्ट पर खेलते हुए पहले गेम को 21-18 से अपने नाम कर लिया।
दूसरे गेम में विश्व की दूसरे नंबर की बैडमिंटन खिलाड़ी एन से यंग ने भारतीय शटलर को बड़ी बढ़त के साथ हराया। इस गेम को दक्षिण कोरिया की शटलर ने 21-5 से जीत कर मैच में 1-1 की बराबरी कर ली।
तीसरा गेम दोनों शटलरों के लिए बेहद महत्वपूर्ण था। इस साल अपनी पहली ख़िताब के लिए खेल रही भारतीय खिलाड़ी पीवी सिंधु के लिए यह मैच काफी अहम था। लेकिन दक्षिण कोरिया की शटलर एन से यंग ने सिंधु को तीसरे गेम में 21-9 से मात देकर मैच को 2-1 से अपने नाम कर लिया। बता दें दोनों शटलर अब तक 6 बार आमने-सामने हुए हैं और सिंधु एक बार भी जीत नहीं सकी हैं।
इस बीच क्वार्टर-फ़ाइनल मैच में कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 पुरुष युगल चैंपियन सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने इंडोनेशिया के मोहम्मद अहसान और हेंड्रा सेतियावान की तीसरी वरीयता प्राप्त जोड़ी को सीधे गेम में 21-11 21-12 से शिकस्त दी।
सेमी-फ़ाइनल में जगह बनाकर भारतीय जोड़ी ने अपना कांस्य पदक पक्का कर लिया। यह पदक 52 सालों में महाद्वीपीय चैंपियनशिप में पुरुष युगल में देश का पहला कांस्य पदक है।
सात्विकसाईराज रैंकीरेड्डी ने मैच के बाद कहा, "उनके (इंडोनेशियाई जोड़ी) जैसे सीनियर खिलाड़ियों के ख़िलाफ़ खेलने के लिए कोई रणनीति नहीं है। वे किसी भी समय मैच में वापसी कर सकते हैं; वे इसी मानसिकता के साथ प्रदर्शन करते हैं। इसलिए शुरू से ही हमने इसे खुद पर हावी होने नहीं दिया और हमने हर अंक का लुत्फ़ उठाने की कोशिश की।”
पुरुष की एकल स्पर्धा में, भारत के थॉमस कप हीरो और दुनिया के नंबर 9 एचएस प्रणॉय ने चोट के कारण दुनिया के नंबर 15 जापान के कांता सुनेयामा के ख़िलाफ़ अपना मैच बीच में ही छोड़ दिया। जब उन्हें रिटायर होने के लिए मजबूर होना पड़ा था, तब एचएस प्रणॉय एक गेम हार चुके थे और दूसरे गेम में 9-13 से पीछे थे।
इससे पहले रोहन कपूर-एन सिक्की रेड्डी की भारत की मिश्रित युगल टीम को भी फर्डिनंस्याह और ग्लोरिया इमैनुएल विदजाजा की इंडोनेशियाई जोड़ी से 2-1 से हार का सामना करना पड़ा।