ताशकंत, उज्बेकिस्तान में शुरू होने वाली एशियन वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप (Asian Weightlifting Championships) शनिवार से शुरू होने वाली है और ऐसे में पूर्व वर्ल्ड चैंपियन और रियो 2016 ओलंपियन मीराबाई चानू (Mirabai Chanu) अपने लगातार दूसरे ओलंपिक संस्करण के लिए कोटा जीतने की पूरी कोशिश करती हुई नज़र आएंगी।
मीराबाई चानू, जो कि 2017 वर्ल्ड चैंपियन (48 किग्रा) रह चुकी हैं और साथ ही कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड और सिल्वर मेडल जीत चुंकि हैं। अब यही भारतीय वेटलिफ्टर 49 किग्रा भारवर्ग में खेलती हुई नज़र आएंगी जो कि ओलंपिक इवेंट भी है। वेटलिफ्टिंग क्वालिफिकेशन के नियमों के अनुसार एक एथलीट को 30 अप्रैल, 2021 से पहले अपने भारवर्ग में टॉप 8 में आना होगा और अगर वे ऐसा करने में सफल हो जाते हैं तो टोक्यो 2020 के दरवाज़े उनके लिए खुल जाएंगे।
ग़ौरतलब है कि मीराबाई चानू 49 किग्रा वर्ग में फिलहाल चौथी रैंक पर विराजमान हैं।
एशियन वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में भाग लेकर भारतीय एथलीट कम से कम 6 इवेंट (1 नवंबर 2018 से) में भाग ले लेंगी जो कि एक मापदंड भी है। टोक्यो ओलंपिक में क्वालिफाई करने के लिए यह एक क्राइटेरिया भी है।
मीराबाई चानू के बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद भी बढ़ गई है क्योंकि नॉर्थ कोरिया की वेटलिफ्टर री सोंग-गम (Ri Song Gum) टोक्यो ओलंपिक गेम्स में भाग नहीं ले रहीं है और इसका मतलब यह है कि वर्ल्ड नंबर 3 की एथलीट एशियन वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में भी स्पर्धा नहीं करेंगी।
एशियन वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप की अहमियत देखते ही बढ़ जाती है क्योंकि ओलंपिक गेम्स के लिए यह इवेंट सबसे अधिक रैंकिंग पॉइंट्स देती है।
इस चैंपियनशिप के दौरान 67 किग्रा की वेटलिफ्टर जेरेमी लाल्रीनुंगा (Jeremy Lalrinnunga) भी टोक्यो 2020 का ओलंपिक कोटा जीतने की कतार में हैं।
फिलहाल जेरेमी लाल्रीनुंगा क्वालिफिकेशन की लिस्ट में 22वें नंबर पर हैं और ऐसे में लग रहा है कि वह समय से पहले टॉप 8 में जगह नहीं बना पाएंगे। ऐसे में इस भारतीय वेटलिफ्टर की नज़र कॉन्टिनेंटल कोटा जीतने पर है। यह कोटा भी हर भारवर्ग में एक ही एथलीट को दिया जाएगा। ग़ौरतलब है कि 30 अप्रैल 2021 से पहले यह कोटा कॉन्टिनेंटल रैंकिंग में अव्वल आने वाले लिफ्टरों को दिया जाएगा।
एशियन वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप के लिए भारतीय दल
महिला
45 किग्रा: झिली दलबहेरा (Jhili Dalabehera)
49 किग्रा: मीराबाई चानू (Mirabai Chanu), स्नेहा सोरेन (Sneha Soren)
87 किग्रा: पी अनुराधा (P Anuradha)
पुरुष
67 किग्रा: जेरेमी लाल्रीनुंगा (Jeremy Lalrinnunga)
73 किग्रा: अचिंता शूली (Achinta Sheuli)
81 किग्रा: एस सतीश कुमार (S Sathish Kumar)
एशियन वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप के लिए भारतीय वेटलिफ्टिंग का शेड्यूल
17 अप्रैल, शनिवार
वुमेंस 45 किग्रा फाइनल (झिल्ली दलबेहरा)
वुमेंस 49 किग्रा प्रिलिमिनरी और फाइनल (मीराबाई चानू, स्नेहा सोरेन)
19 अप्रैल, सोमवार
मेंस 67 किग्रा प्रिलिमिनरी और फाइनल (जेरेमी लाल्रीनुंगा)
20 अप्रैल, मंगवार
मेंस 73 किग्रा प्रिलिमिनरी और फाइनल (अचिंता शूली)
21 अप्रैल, बुधवार
मेंस 81 किग्रा प्रिलिमिनरी और फाइनल (एस सतीश कुमार)
24 अप्रैल, शनिवार
वुमेंस 87 किग्रा प्रिलिमिनरी और फाइनल (पी अनुराधा)।