भारतीय आर्चर अतानु दास और दीपिका कुमारी ने आर्चरी वर्ल्ड कप में जीता गोल्ड

अतानु दास और दीपिका कुमारी ने इंडिविजुअल मेंस और वुमेंस इवेंट में गोल्ड मेडल पर अपने नाम की मुहर लगाई और साथ ही इप्का ने वुमेंस टीम में भी गोल्ड जीता।

5 मिनटद्वारा जतिन ऋषि राज
Atanu Das and Deepika Kumari.
(2021 World Archery Federation)

ग्वाटेमाला सिटी में चल रहे आर्चरी वर्ल्ड कप के स्टेज 1 को भारतीय आर्चरी टीम ने 4 मेडल जीत कर ख़त्म किया। इसमें 3 गोल्ड और 1 ब्रॉज़ भारत के हाथ आया।

पूर्व नंबर 1 और ओलंपियन दीपिका कुमारी (Deepika Kumari) ने एक ही दी में 2 गोल्ड मेडल जीते। ऐसे में उन्होंने वुमेंस टीम इवेंट और इंडिविजुअल रिकर्व इवेंट को अपने नाम किया।

उन्हीं के पति और भारत के नंबर 1 आर्चर अतानु दास (Atanu Das) ने मेंस इंडिविजुअल रिकर्व इवेंट में गोल्ड मेडल पर अपने नाम की मुहर लगा दी। इतना ही नहीं अतानु दास ने अंकिता भकत (Ankita Bhakat) के साथ मिलकर मिक्स्ड इवेंट में एक ब्रॉज़ मेडल भी जीता।

दीपिका ने दिन की शुरुआत बेहद शानदार की। वुमेंस रिकर्व फाइनल में पहुंचे अंकिता भकत और कोमोलिका बारी (Komolika Bari)। गौरतलब है कि यही तीन भारतीय महिला आर्चर हैं जिन्हें टोक्यो 2020 के लिए भारतीय टीम में रखा है और अभी दीपिका कुमारी के अलावा दोनों को ओलंपिक के लिए क्वालिफाई करना बाकी है।

फाइनल में भारतीय तिकड़ी का सामना मेक्सिको की एना वज़केज़ (Ana Vazquez), एलेजांद्रा वालेंसिया (Alejandra Valencia) और आइडा रोमन (Aida Roman) से हुआ।

भारत ने मेक्सिको को पहले सेट में 57-56 से पछाड़ा और इसके बाद मेक्सिको ने पलटवार कर 57-55 से अगले दो सेट जीते।

अब दबाव भारतीय टीम पर था और चौथे सेट में उन्होंने तीन बार 9 और 3 ही बार 10 का आंकड़ा छुया और 57-52 से सेट जीतकर मुकाबले को शूट-ऑफ तक ले गए।

फाइनल सेट में ही अंकिता भकत और कोमोलिका बारी ने 9 और 8 का शॉट मारा और साथ ही मेक्सिको की टीम ने 9 और 10 मारकर बढ़त अपने हाथ में रखी।

इसके बाद दीपिका कुमारी ने शानदार खेल दिखाया और बुल्स ऑय के साथ भारत को मज़बूत स्थिति में ला खड़ा किया। अब मेक्सिको को जीत के लिए 9 अंक चाहिए थे और ओलंपिक गेम्स में सिल्वर मेडल जीतने वाली आइडा रोमन सिर्फ 7 अंक ही बटोर सकीं और इस वजह से भारतीय आर्चरी टीम के हाथ गोल्ड मेडल आया।

आर्चरी वर्ल्ड कप के इतिहास की बात करें तो यह गोल्ड मेडल भारतीय वुमेंस रिकर्व टीम के लिए पांचवा गोल्ड मेडल रहा। इससे पहले भारतीय टीम ने शांघाई 2011, मेडेलिन 2013 और व्रोक्लो 2013 और 2014 में गोल्ड पर कब्ज़ा जमाया था।

अब बारी थी वुमेंस इंडिविजुअल रिकार इवेंट की और दीपिका कुमारी का सामना एलेजांद्रा वालेंसिया से हुआ और भारतीय एथलीट एथलीट 7-3 से आगे रहीं।

फाइनल में यूएस की मैकेंज़ी ब्राउन (Mackenzie Brown) के सामने भारतीय आर्चर दीपिका कुमारी डट कर कड़ी थीं और देखते ही देखते दो सेट भी अपने नाम कर लिए। इसके बाद उनके हाथ से दो सेट निकल भी गए और वह अब दिन के दूसरे शूट-ऑफ के लिए तैयार थी। शानदार प्रदर्शन करते हुए उन्होंने गोल्ड मेडल पर अपना नाम लिख दिया और भारत को जश्न मनाने का एक और मौका दिया।

दोनों ही खिलाड़ियों ने 9 अंक हासिल किए लकिन दीपिका ने अपना शॉट सेंटर के ज़्यादा नज़दीक मारा और इस वजह से उन्हें एक और जीत हासिल हुई। अंटाल्या 2012 और साल्ट लेक 2018 के बाद उनके लिए यह तीसरा दोल्ड मेडल था।

इस जीत पर दीपिका ने बात करते हुए कहा “बहुत दिन हो गए थे मुझे खेले हुए और मैं अभी भी शेक कर रही हूं, हाँ मैं अच्छी रही। मैं नर्वस और खुश दोनों एक ही समय पर हूं।”

“हर गोल्ड मेडल मुझे आत्मविश्वास देता है कि मुझे अपने हर प्रदर्शन को और बेहतर करूँ। मैं हमेशा अच्छा करना चाहती हूं और साथ ही खेलना चाहती हूं और मज़बूत ट्रेनिंग करती रहना चाहती हूं।”

वहीं अतानु दास ने अपना पहला वर्ल्ड कप मेडल जीता। इस जीत के लिए उन्होंने मेंस इंडिविजुअल रिकर्व इवेंट में स्पेन के डेनियल कास्ट्रो (Daniel Castro) को मात दी और जीत का ताज पहनन लिया। 2009 के बाद यह भारत के लिए पहला वर्ल्ड कप मेंस रिकर्व गोल्ड मेडल रहा। 2019 संस्करण में जयंता तालुकदार (Jayanta Talukdar) ने यह जेते हासिल की थी।

अतानु दास ने पहला सेट जीते लेकिन इसके बाद 2 सेट गंवा दिए लेकिन इसके बाद 10, 9 और 9 के स्कोर के साथ उन्होंने कम बैक किया मुकाबले को फाइनल राउंड तक ले गए। फाइनल में अतानु दास ने परफेक्ट 30 अंक हासिल किए और ऐसे में डेनियल कास्ट्रो उनसे एक अंक पीछे रहे और अतानु ने गोल्ड मेडल को अपने पक्ष में किया।

जीत के बाद अतानु दास ने कहा “यह एक अच्छा एहसास है। ऐसा लग रहा है कि सपने सच हो रहे हैं। मैं बहुत समय से काम कर रहा था, बहुत सालों से और अब मुझे यह सब मिल रहा है। यह मेरा पहला खिताब है और में बहुत खुश हूं।”

“मैं अपना सर्वश्रेष्ठ देता हूं और वर्तमान में रहता हूं, बस यही। में भविष्य या अतीत का नहीं सोचता, में वर्तमान में ही रहने में आनंद लेता हूं।”

बातचीत ओ बढ़ाते हुए अतानु दास ने कहा “यह खूबसूरत है। यह एरे लिए प्रेरणादायक है। ओलंपिक इसी साल हैं और मैं सही दिशा में काम कर रहा हूं।”

अतानु दास के लिए दिन का यह दूसरा मेडल था और इस पेहले उन्होंने अंकिता भकत के साथ मिलकर मिक्स्ड रिकर्व टीम में ब्रॉज़ मेडल जीता और इसके लिए उन्होंने ब्रैडली एलिसन (Brady Ellison) और केसी कौफॉल्ड (Casey Kaufhold) को 6-2 से हराया।

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